Scrollup

14 अप्रैल, नई दिल्ली

लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा जुमलों से भरा संकल्प पत्र जारी किया है। वरिष्ठ आप नेता आतिशी ने इसे जुमला पत्र का नाम दिया। इस विषय में प्रेस कॉन्फ़्रेंस के माध्यम से साझा करते हुए आतिशी ने कहा कि, *
2024 लोकसभा चुनाव के लिए मोदी जी ने भाजपा का घोषणा पत्र नहीं जुमला पत्र जारी किया है।जुमला पत्र के ज़रिए भाजपा द्वारा पिछले 10 सालों में पूरे न किए गए वादों का कच्चा चिट्ठा पूरे देश के सामने आ गया है।

उन्होंने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा ने पिछले 10 सालों में देश के लोगों को अपने जुमलों से बस धोखा देने का काम किया है।मोदी जी ने अगर 10 साल में काम किया है तो उसके आधार पर वोट माँगकर दिखाए, 10 साल के वादों के आधार पर नहीं।

आतिशी ने कहा कि, क्या मोदी जी में हिम्मत है कि वो आकर कहें, कि अगर मैंने काम किया है तो मुझे वोट दीजिए, अगर नहीं किया तो मत दीजिए।

उन्होंने कहा कि, हर साल 2 करोड़ रोज़गार देने का वादा करने वाले मोदी जी ने 75 पन्नों के जुमला पत्र में ये आँकड़ा तक नहीं दिया कि 10 सालों में उन्होंने कितने युवाओं को रोज़गार दिया। मोदी जी ने महंगाई कम करने का वादा किया था, लेकिन आज अपने जुमलापत्र में इसका आँकड़ा नहीं दिया; 10 सालों में देश में महंगाई का स्तर कम होने के बजाय बढ़कर दुनिया में दूसरे नंबर पर पहुँच गया।

आतिशी ने कहा कि, किसानों की आय दोगुना करने का वादा करने वाली भाजपा के जुमला पत्र में किसानों के आय की बात नहीं,एमएसपी के क़ानून की बात नहीं; भाजपा किसानों से अपने किए वादों पर मुकर गई। जिस आयुष्मान भारत की आज भाजपा पूरे देश में अपने जुमला पत्र में डुगडुगी बजा रही है, उसपर पिछले साल दिल्ली जैसे छोटे राज्य के स्वास्थ्य बजट से भी कम खर्च हुआ।

उन्होंने कहा कि, भाजपा द्वारा जारी जुमलापत्र पर देश का कोई भी व्यक्ति विश्वास नहीं करने वाला है; 10 सालों में भाजपा के जुमलों को पूरे देश ने देखा और इस बार देश के लोग इन जुमलों के ख़िलाफ़ वोट डालेंगे।

आप नेता आतिशी ने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने आज भाजपा के 2024 के लोकसभा चुनाव का जुमला पत्र जारी किया है। भाजपा ने पिछले 10 सालों में अपने जो वादे पूरे नहीं किए उसका पूरा कच्चा चिट्ठा इस जुमलापत्र के ज़रिए सामने आ गया है।

उन्होंने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने जब 2014 में चुनाव लड़ा तो उन्होंने देश के युवाओं को रोज़गार का वादा करते हुए नारा दिया था कि, बहुत हुई बेरोज़गारी की मार, अबकी बार मोदी सरकार। उन्होंने कहा था कि हर साल 2 करोड़ युवाओं को रोज़गार देंगे। लेकिन आज 10 साल बाद 2024 के इस जुमले पत्र में मोदी जी नौकरियों का आँकड़ा देने को भी तैयार नहीं है। भाजपा के 75 पेज के जुमलापत्र में कही पर भी ये आँकड़ा नहीं है कि मोदी जी ने पिछले 10 सालों में कितने युवाओं को रोज़गार
दिया है। मोदी जी ने हर साल 2 करोड़ नौकरियों का जुमला दिया था। लेकिन मोदी जी की सरकार ने ख़ुद देश की संसद में ये आँकड़ा दिया है कि, 10 साल के भीतर 2 करोड़ नौकरियाँ भी उत्पन्न नहीं हुई।

मोदी जी ने तो आँकड़ा नहीं दिया लेकिन आतिशी ने देश की बेरोज़गारी का आँकड़ा देते हुए कहा कि, आज भारत के इतिहास में सबसे ज़्यादा बेरोज़गारी है। आज भारत में युवा बेरोज़गारी दर 25% है। आज भारत में ग्रेजुएशन करने वाले 45% युवाओं के पास रोज़गार नहीं है।

आतिशी ने कहा कि, मोदी जी ने 2014 में एक और बड़ा वादा किया था, एक बड़ा जुमला दिया था- बहुत हुई महंगाई की मार, अबकी बार मोदी सरकार। उन्होंने कहा कि- देश में महंगाई कितनी कम हुई है इसका आँकड़ा तो मोदी जी दे नहीं सकते। लेकिन अगर हम पिछले 10 सालों का कंज्यूमर प्राइज़ इंडेक्स देखे तो पिछले 10 सालों में भारत में महंगाई 70% बढ़ी है। और आज भारत इस मामले में तुर्की के बाद दूसरे नंबर पर है। भारत नौकरियों के मामले में आगे नहीं है, आर्थिक विकास के मामले में आगे नहीं है लेकिन दुनिया के आँकड़ों में महंगाई के मामले में भारत को दुनिया में दूसरे नंबर पर लाकर खड़ा कर दिया है।

उन्होंने कहा कि, मोदी जी ने 2014 में एक और जुमला दिया था कि, किसानों की आय को दुगुना करेंगे। आज मोदी जी इस वादे से भाग रहे है और अपने 75 पन्नों के इस जुमलापत्र में वो इसकी बात तक नहीं कर पा रहे है। भाजपा आज अपने जुमलापत्र में ये तक नहीं कह पा रही है कि हम किसानों की आय को दुगुना करेंगे।

भाजपा ने किसानों की आय को दुगुना करने के बजाय संसद में किसान विरोधी 3 काले क़ानून लेकर आई। देशभर के किसान इन काले क़ानूनों के ख़िलाफ़ महीनों तक दिल्ली के बॉर्डर पर बैठे रहे। 750 से ज़्यादा किसान शहीद हो गए। लेकिन मोदी जी फिर भी किसानों से नहीं मिले। मोदी जी ने फिर इन तीनों क़ानूनों को वापस लिया और किसानों को एमएसपी का क़ानून लाने का वादा किया। किसान आंदोलन को ख़त्म करवाया लेकिन आजतक मोदी जी एमएसपी का क़ानून लेकर नहीं आए।

आतिशी ने कहा कि, 2 महीने पहले जब किसान फिर से दिल्ली आकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन करना चाहते थे तो देश के अंदर मोदीजी ने किसानों के विरोध में सरहद बनवा दी। सड़कों पर कीलें ठुकवा दी। ऐसी सरहद बनवा दी, ऐसी कँटीली तारें लगवा दी जैसी भारत-पाकिस्तान के बॉर्डर पर भी न मिले। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐसी किसान विरोधी सरकार का नेतृत्व कर रहे है। आज भाजपा के इस जुमला पत्र में कही भी किसानों के आय की बात नहीं की गई है। कही भी एमएसपी के क़ानून की बात नहीं की गई है। भाजपा किसानों से अपने किए वादों पर मुकर गई है।

उन्होंने कहा कि, न सिर्फ़ युवाओं के साथ अत्याचार हुआ, किसानों के साथ अत्याचार हुआ, महंगाई बढ़ी बल्कि शिक्षा और स्वास्थ्य के नाम पर भी भाजपा ने देश के लोगों को धोखा दिया।

आतिशी ने कहा कि, युवाओं को अच्छी शिक्षा, अच्छी नौकरियाँ चाहिए। जहां आज दिल्ली में, पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है; वो शिक्षा का बजट बढ़ाकर सरकारी स्कूलों को बेहतर बना रही है, बच्चों को अच्छी शिक्षा दे रही है। वही मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद देश में सरकारी स्कूलों की संख्या कम हुई है। 2014 में पूरे भारत में 11 लाख सरकारी स्कूल हुआ करते थे। मोदी जी के 10 सालों के शासन में ये आँकड़ा 1 लाख तक घटा है। और आज पूरे भारत में सिर्फ़ 10 लाख सरकारी स्कूल है।

उन्होंने कहा कि, इस जुमलापत्र में भाजपा और मोदी जी आयुष्मान भारत द्वारा अच्छे स्वास्थ्य सुविधाओं को देने की बात करते है। और इससे बड़ा जुमला शायद इस जुमला पत्र में और कहीं नहीं होगा। भाजपा जिस आयुष्मान भारत योजना की डुगडुगी बजा रही है, पिछले साल आयुष्मान भारत में पूरे देश भर में मात्र 8 हज़ार करोड़ रुपये खर्च किए गए। जो दिल्ली जैसे छोटे से राज्य के स्वास्थ्य बजट से भी कम है। दिल्ली का स्वास्थ्य बजट 9.5 हज़ार करोड़ रुपये है लेकिन जिस आयुष्मान भारत योजना के माध्यम से स्वास्थ्य सुविधाएँ देने के जुमले दिए जा रहे है, उस आयुष्मान भारत योजना पर पिछले पूरे साल में मात्र 8 हज़ार करोड़ रुपये खर्च किए गए है। जब अस्पताल नहीं होंगे, टेस्टिंग की सुविधाएँ ही नहीं होंगी तो ये आयुष्मान भारत योजना से लोगों को इलाज कैसे देंगे।

आतिशी ने कहा कि, आज इस देश के लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और भाजपा ने पिछले 10 सालों में अपने जुमलों द्वारा सिर्फ़ धोखा दिया है। आज देश के युवा बेरोज़गारी से परेशान है, गृहणी महंगाई से परेशान है। सिलेंडर का दाम 300 से बढ़कर 1200 हो गया है, डीज़ल-पैट्रोल के दाम आसमान छू रहे है। देश के हर परिवार को अपना खर्चा चलाने में दिक़्क़त हो रही है। किसानों के पास अपनी फ़सल बेचने, अपनी आय बढ़ाने का तरीक़ा नहीं है। बच्चों के लिए सरकारी स्कूल नहीं है, देश के लोगों के लिए स्वास्थ्य सुविधाएँ नहीं है। ऐसे में भाजपा ने आज जो जुमलापत्र जारी किया है, देश का कोई भी व्यक्ति उसपर विश्वास नहीं करने वाला है। 10 सालों में भाजपा के जुमलों को पूरे देश ने देख लिया है, और इस बार देश के लोग इन जुमलों के ख़िलाफ़ वोट डालेंगे

When expressing your views in the comments, please use clean and dignified language, even when you are expressing disagreement. Also, we encourage you to Flag any abusive or highly irrelevant comments. Thank you.

socialmedia