Scrollup

दिल्ली में हर तबके के बच्चों को शानदार शिक्षा देने की श्रृंखला में केजरीवाल सरकार ने उत्तरी पूर्वी दिल्ली के श्रीराम कॉलोनी में 2 शानदार स्कूल का उद्घाटन कर दिल्लीवासियों को समर्पित किया| स्कूल उद्घाटन के अवसर पर शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा, श्रीराम कॉलोनी ये स्कूल दिल्ली के बेहतरीन स्कूलों में से एक है। इसमें उपलब्ध सुविधाएं इंफ्रास्ट्रक्चर शानदार है जिससे गरीब से गरीब तबके से आने वाले बच्चो के लिए भी विश्वस्तरीय शिक्षा सुनिश्चित की जाएगी|

श्रीराम कॉलोनी के सर्वोदय कन्या/बाल विद्यालय के नव निर्मित स्कूल भवन के उद्घाटन समारोह में शिक्षा मंत्री का स्वागत दिल्ली सरकार के स्कूलों के पाइप बैंड ने किया। शिक्षा मंत्री ने पट्टिका का अनावरण किया और प्रथम तल पर बने नए क्लासरूम, लैब और लाइब्रेरी का जायजा लिया|

स्कूल की ये नई बिल्डिंग प्राइवेट स्कूलों से भी शानदार है, जहाँ हर तबके के बच्चों को वर्ल्ड-क्लास शिक्षा मिलेगी

शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि, मेन रोड से एक किलोमीटर दूर से ही श्रीराम कॉलोनी का ये शानदार स्कूल दिख रहा है। जब मैं इस बिल्डिंग के पास आई और पूरे स्कूल को देखा तो इसकी भव्यता देख मेरे मुँह से निकला ‘ओ माई गॉड’ कितना शानदार स्कूल है। मुझे इस बात का गर्व है कि, खजूरी ख़ास, सोनिया विहार और करावल नगर क्षेत्र के बच्चों के लिए हम 2 शानदार नए स्कूलों की शुरुआत कर रहे है। शायद ही आस पास के इलाक़े में कोई भी ऐसा प्राइवेट स्कूल होगा जो आज हमारे श्रीराम कॉलोनी के इस स्कूल को टक्कर दे सके।

शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि, आज हम जिस भव्य स्कूल बिल्डिंग का उद्घाटन कर रहे है, इसमें 112 कमरे है। इसमें 15 लेबोरेट्रीज, 2 लाइब्रेरी, स्मार्ट क्लासरूम सहित बच्चों के लिए लिफ्ट भी है। एक समय ऐसा था जब बच्चे सरकारी स्कूलों की टूटी-फूटी बिल्डिंग में ज़मीन पर बैठने को मजबूर थे, वहाँ लाइब्रेरी और लैब के नाम पर टूटे फूटे मकड़ी के जाले लगे रूम होते थे। और आज केजरीवाल सरकार के स्कूलों में आई शिक्षा क्रांति के बाद बच्चे रंग-बिरंगे डिज़ाइनर डेस्क पर पढ़ते है। हमारे स्कूलों में वर्ल्ड क्लास लेबोरेट्रीज है।

उन्होंने कहा कि, 9 साल पहले अरविंद केजरीवाल जी की सरकार बनने से पहले दिल्ली सरकार के स्कूलों का जो हाल था वो किसी से छुपा नहीं था। सरकारी स्कूलों में घुसते ही टॉयलेट की बदबू आती थी, क्लास रूम में बच्चों के बैठने के लिए टेबल नहीं होती थी, पीने के लिए पानी नहीं होता था। लोग अपने बच्चों को मजबूरी में सरकारी स्कूल भेजते थे और सोचते थे कि, काश मेरे पास थोड़े पैसे होते तो मैं अपने बच्चों को सरकारी स्कूल से निकाल प्राइवेट स्कूल में पढ़ा पाता।

लेकिन ये दिल्ली वालों का सौभाग्य है कि, 2015 में उन्हें अरविंद केजरीवाल जी जैसा मुख्यमंत्री मिला। एक ऐसा मुख्यमंत्री जो आपके बच्चों के बारे में आप से भी ज़्यादा चिंता करते है। अरविंद केजरीवाल जी ने कहा कि चाहे दिल्ली के बच्चों की शानदार शिक्षा देने में जितना खर्च आये हम करेंगे, चाहे 2 रोड-फ़्लाइओवर कम बनाने पड़े लेकिन हमारे बच्चों के लिए अच्छे स्कूलों की कमी नहीं होनी चाहिए।

शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि, अरविंद केजरीवाल जी की पूरे देश में एकमात्र ऐसी सरकार है, जो अपने बजट का एक चौथाई हिस्सा शिक्षा पर लगाती है। आज़ादी से लेकर 2015 तक इतनी सरकार आई गई लेकिन सरकारी स्कूलों में मात्र 24000 कमरे ही बन सके। अरविंद केजरीवाल जी की सरकार ने सिर्फ़ पिछले 9 सालों में दिल्ली सरकार के स्कूलों में क्लासरूम्स की संख्या को दोगुना कर दिया। 22,000 नये कमरे बनाये, ये अरविंद केजरीवाल जी की शिक्षा क्रांति है।

उन्होंने कहा कि, अरविंद केजरीवाल जी ने सरकारी स्कूलों के शिक्षकों की दुनिया की सबसे शानदार यूनिवर्सिटीज़ में सीखने के लिए भेजा क्योंकि जब टीचर्स को वर्ल्ड क्लास एक्सपोज़र मिलेगा तभी वो बच्चों को वर्ल्ड क्लास शिक्षा देंगे, सबसे अच्छी शिक्षा मिलेगी। ये अरविंद केजरीवाल जी की शिक्षा क्रांति है। और आज इस 9 साल की शिक्षा क्रांति का नतीजा है कि, दिल्ली के सरकारी स्कूलों के नतीजे प्राइवेट स्कूलों से कही बेहतर आ रहे है। पिछले सिर्फ़ एक साल में हमारे स्कूलों से 2 हज़ार से ज़्यादा बच्चों ने जेईई-नीट की परीक्षा पास की और देश के सबसे बड़े इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन लिया। पिछले 3 साल में 4 लाख से ज़्यादा बच्चों ने प्राइवेट स्कूलों को छोड़ कर अरविंद केजरीवाल जी के स्कूलों पर भरोसा दिखाया और सरकारी स्कूलों में दाख़िला लिया।

शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि, पहले जब सरकारी स्कूल टूटे-फूटे होते थे तो ऐसा लगता था कि ग़रीब परिवारों के बच्चे ग़रीब ही रहेंगे क्योंकि उन्हें अच्छी शिक्षा नहीं मिल रही। लेकिन आज इस ग़रीब परिवार का बच्चा सरकारी स्कूल से पढ़कर इंजीनियर बन रहा है, डॉक्टर बन रहा है, बड़ी-बड़ी यूनिवर्सिटी में एडमिशन ले रहा है और अपने परिवार को ग़रीबी से बाहर निकाल रहा है, ये अरविंद केजरीवाल जी की शिक्षा क्रांति है।

उन्होंने कहा कि, हमनें पिछले कुछ महीनों में कई स्कूलों का उद्घाटन किया, शिलान्यास किया लेकिन मुझे सबसे ज़्यादा ख़ुशी श्रीराम कॉलोनी के इस स्कूल के उद्घाटन पर हुई है। क्योंकि उत्तरी पूर्वी दिल्ली का ये इलाक़ा शायद देश के सबसे ज़्यादा जनसंख्या घनत्व वाला इलाक़ा है। और मुझे पता है कि पिछले कई सालों से बहुत से स्कूलों के बनने के बाद भी इस इलाक़े में क्लासरूम में बच्चों की संख्या बहुत ज़्यादा थी।

लेकिन आज यहाँ इस बिल्डिंग में 2 नये स्कूल खुलने से 5 हज़ार से ज़्यादा बच्चे श्रीराम कॉलोनी के इस स्कूल में पढ़ेंगे। मुझे इस बात का भरोसा है कि आने वाले समय में जब आईआईटी का, नीट का, बड़े-बड़े यूनिवर्सिटीज़ का रिजल्ट आएगा, एडमिशन लिस्ट आएगी तो मुझे इस बात का भरोसा है कि उनमें हमारे इस स्कूल के बच्चों का नाम भी शामिल होगा। और हमारे ये बच्चे न केवल अपने परिवार का, दिल्ली का बल्कि पूरे देश का नाम रौशन करेंगे।

श्री राम कॉलोनी के नए स्कूल बिल्डिंग की विशेषताएँ

112 कमरों वाली शानदार स्कूल बिल्डिंग स्मार्ट क्लासरूम, 15 लैब, 2 लाइब्रेरी, ऑफिस, स्टाफ रूम, लिफ्ट सहित अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस

नए स्कूल में छात्रों के लिए स्कूल में साइंस, कॉमर्स और आर्ट्स स्ट्रीम के साथ वोकेशनल विषय की भी उपलब्धता

When expressing your views in the comments, please use clean and dignified language, even when you are expressing disagreement. Also, we encourage you to Flag any abusive or highly irrelevant comments. Thank you.

socialmedia