आम आदमी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार द्वारा बिजली के नए कनेक्शन के शुल्क में कई गुना वृद्धि करने पर दिल्ली की जनता को आगाह किया है। ‘‘आप’’ नेता जस्मीन शाह ने कहा कि भाजपा के एलजी साहब ने दिल्ली में भी बिजली महंगी करने के लिए बिजली कंपनियों पर दबाव बनाया, लेकिन अरविंद केजरीवाल चट्टान की तरह खड़े हो गए और दाम नहीं बढ़ने दिया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार ने दो किलोवाट के बिजली कनेक्शन का शुल्क 1365 रुपए से बढ़ाकर 3100 रुपए कर दिया है, जबकि दिल्ली में मात्र 600 रुपए है। पूरे देश में एकमात्र अरविंद केजरीवाल ही हैं, जिन्होंने दिल्ली में मुफ्त और 24 घंटे बिजली देने का करिश्मा किया। भाजपा अगर गलती से दिल्ली में सरकार बना लेती है तो यूपी, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश की तरह दिल्ली में बिजली के दाम कई गुना बढ़ जाएंगे। इसलिए दिल्ली की जनता अब समझ गई है कि अगर कोई ईमानदारी से सरकार चला सकता है तो वह सिर्फ अरविंद केजरीवाल हैं।
आम आदमी पार्टी के नेता जस्मीन शाह ने शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता कर कहा कि 2014 से जब से मोदी सरकार आई है, तब से भाजपा ने देशभर में एक मात्र गवर्नेंस स्कीम की मुहिम छेड़ी है। जिसका नाम है गरीबों की जेब काटो और अमीरों को मालामाल करो। भाजपा की हर स्कीम और हर काम ने केवल गरीबों की जेब पर डाका डाला है, लेकिन अमीरों को कोई कष्ट नहीं होने दिया। पिछले 10 साल में केंद्र की भाजपा सरकार ने बड़े-बड़े पूंजीपतियों के 15 लाख करोड़ रुपए का कर्ज माफ किया है। देश के इतिहास में पहली बार कभी ऐसा नहीं हुआ है, जहां मात्र दस साल के शासन में किसी केंद्र सरकार ने पूंजीपतियों के 15 लाख करोड़ रुपए का कर्ज माफ किया हो। जब देश की गरीब और आम जनता ने सरकार से कहा कि हमारे लिए भी कुछ करो तो भाजपा ने उसकी रोजमर्रा के जीवन में इस्तेमाल होने वाली चीजों के दाम बढ़ा दिए। पेट्रोल डीजल के दाम जो 60 रुपए के करीब हुआ करते थे, आज वह बढ़कर 100 रुपए के पार पहुंच गए हैं।
जस्मीन शाह ने आगे कहा कि 2014 में एलपीजी सिलेंडर के दाम करीब 400 रुपए हुआ करते थे, मोदी जी के कार्यकाल में इसका दाम 1200 से पार हो गया है। लोकसभा चुनाव आए तो इन्होंने केवल 100-200 रुपए घटा दिए। प्रधानमंत्री मोदी हर यही काम करते आए हैं कि किसी तरह गरीबों की जेब पर डाका डाला जाए। भाजपा शासित राज्य सरकारें जब केंद्र को ऐसे काम करते हुए देखती हैं तो वो सोचती हैं कि वह भी क्यों पीछे रहें? अगर एक जेब में मोदी जी डाका डाल रहे हैं तो दूसरी जेब से वो भी डाका डालेंगी। इसी मुहिम के तहत उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार ने यह तय किया है कि उत्तर प्रदेश के गरीब लोगों के घर में बिजली न पहुंचे। यह सुनिश्चित करने के लिए यूपी की योगी सरकार ने बिजली के नए कनेक्शन के दाम कई गुना बढ़ा दिए हैं।
जस्मीन शाह ने कहा कि भाजपा को लगा कि वह चोरी छिपे यह काम करेगी तो देश में हाहाकार नहीं मचेगा। लेकिन अब जब लोगों तक यह आंकड़े पहुंचेंगे तो उन्हें पता चलेगा कि भाजपा की सरकार किस तरह गरीबों का जीना मुश्किल कर रही है। उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाके में एक किलोवॉट का नया कनेक्शन लेने के लिए पहले 1200 रुपए लगते थे, लेकिन अब यह बढ़कर करीब 3000 रुपए हो गया है। इसी तरह 2 किलोवॉट के नए कनेक्शन के लिए पहले 1365 रुपए लगते थे, लेकिन अब इसका दाम बढ़कर 3100 रुपए हो गया है। यह करीब ढाई गुना ज्यादा है। एक मध्यम वर्ग के परिवार को 5 किलोवॉट का कनेक्शन लेने के लिए पहले 8000 रुपए देने पड़ते, लेकिन अब यह बढ़कर 17365 रुपए हो गया है।
जस्मीन शाह ने कहा कि देश की राजधानी दिल्ली में जहां आमतौर पर चीजें महंगी होती हैं, लेकिन अरविंद केजरीवाल की सरकार के अंदर यह करिश्मा है कि बिजली के दाम बेहद सस्ते हैं। आज दिल्ली में किसी को एक या दो किलोवॉट का बिजली का कनेक्शन लेना हो तो इसके लिए मात्र 600 रुपए देने होते हैं। वहीं, पांच किलोवॉट के कनेक्शन के लिए मात्र 900 रुपए देने होते हैं। आमतौर पर यह एक और दो किलोवॉट के कनेक्शन झुग्गियों में रहने वाले गरीब-मजदूर लोग लेते हैं। इतने वाट में फ्रिज भी नहीं चलता है, केवल दो ट्यूब लाइट और दो पंखे चलते हैं। भाजपा इन गरीब-मजदूर लोगों के घर पर डाका डाल रही है और कह रही है कि अब वो 1200 नहीं, 3000 रुपए लेगी क्योंकि इसे अमीर पूंजीपतियों के कर्ज माफ करने हैं।
जस्मीन शाह ने कहा कि देश में भाजपा की सरकार ने लोगों की जेब पर डाका डालने का काम पहली बार नहीं किया है। जहां-जहां भाजपा की सरकार आती है, वहां बिजली के दाम आसमान छूते हैं। पिछले 10 साल में दिल्ली की केजरीवाल सरकार देश की एकमात्र ऐसी सरकार है जिसने बिजली के दाम नहीं बढ़ने दिए। 2024 में दिल्ली के अंदर किसी घर के 400 यूनिट बिजली की खपत पर 985 रुपये का बिल आता है। वहीं, गुरुग्राम में 400 यूनिट का बिल 2330 रुपए यानी करीब ढाई गुना ज्यादा आता है। उत्तर प्रदेश में 400 यूनिट का बिल 2950 रुपए आता है, जो दिल्ली का करीब 3 गुना है। मध्य प्रदेश में 400 यूनिट बिजली का दाम 3854 रुपए है और महाराष्ट्र में 400 यूनिट बिजली के लिए 4400 रुपए देने पड़ते हैं। यह दिल्ली से 4.5 गुना ज्यादा है। भाजपा खुलेआम डकैती कर रही है।
जस्मीन शाह ने कहा कि आज देश की जनता समझ गई है कि अगर कोई सरकार चाहे तो वह ईमानदारी से सरकार चला सकता है, क्योंकि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल ने भी करके दिखाया है। उनके ऊपर भी बिजली कंपनियों का खूब दबाव था। एलजी साहब और केंद्र की भाजपा सरकार ने उन पर दबाव बनाया। कई तरह की अड़चने लगाई गईं और कहा गया कि दिल्ली में भी बिजली के दाम बढ़ाने पड़ेंगे। लेकिन अरविंद केजरीवाल चट्टान की तरह इन सबके सामने खड़े रहे। उन्होंने कहा कि वह बिजली के दाम नहीं बढ़ने देंगे और उल्टा फ्री बिजली भी देंगे। इससे पहले देश के किसी मुख्यमंत्री ने इस चमत्कार के बारे में नहीं सोचा था कि 24 घंटे और मुफ्त बिजली भी दी जा सकती, लेकिन अरविंद केजरीवाल ने इसे दिल्ली में कर दिखाया।
जस्मीन शाह ने कहा कि आज दिल्ली के करीब 90 फीसद घरों में या तो मुफ्त या बिजली का आधा बिल आता है। दिल्ली में घरेलू बिजली के करीब 60 लाख उपभोक्ता हैं। उनमें से 38 लाख लोगों को मुफ्त बिजली मिलती है और 15 लाख घरों का बिजली का बिल आधा आता है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जो कदम उठाने जा रही है, दिल्ली की जनता उसे देख रही है और समझ रही है कि इसका मतलब साफ है, अगर भाजपा गलती से भी दिल्ली में सरकार बना लेती है तो मुफ्त बिजली तो दूर की बात है यूपी, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश की तरह उनके बिजली के बिल भी चार-पांच गुना बढ़ जाएंगे। इसमें कोई संदेह नहीं रहा। दिल्ली में बैठे भाजपा के नेता योगी सरकार के इस कदम की खूब तारीफ कर रहे हैं कि गरीबों से और पैसे लूटो और अमीरों के कर्ज माफ करो।