आम आदमी पार्टी ने सिविल लाइंस में तोड़ी गई झुग्गियों और बरार स्क्वायर में झुग्गियां तोड़ने की धमकी देने के पीछे भाजपा के सांसदों का हाथ बताया है। ‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता एवं विधायक दुर्गेश पाठक का कहना है कि दिल्ली के भाजपा सांसद अपने अंतर्गत आने वाले विभागों से गरीबों के मकान तुड़वा कर उनको बेघर कर रहे हैं। सिविल लाइन में अवैध तरीके से मकान तोड़े गए और आजादी के समय से यहां रह रहे लोगों को बेघर कर दिया गया। अब रेलवे ने 22 जुलाई को बरार स्क्वायर की झुग्गियां तोड़ने का नोटिस दिया है, लेकिन एक सप्ताह बाद भी नई दिल्ली से भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज लोगों से मिलने वहां नहीं गई। अगर ये झुग्गियां तोड़ी जाती हैं तो बांसुरी स्वराज जिम्मेदार होंगी, क्योंकि रेलवे उनके अंतर्गत आता है। सिविल लाइन में किसके आदेश पर मकान तोड़े गए और बरार स्क्वायर में नोटिस लगाने के पीछे किसका हाथ है? आम आदमी पार्टी इसकी जांच की मांग करती है। हम इस कार्रवाई के खिलाफ कोर्ट जाएंगे। उम्मीद है कि कोर्ट से हमें न्याय मिलेगा।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक दुर्गेश पाठक ने गुरुवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता कर कहा कि पिछले 10 दिनों से दिल्ली के कई इलाकों में गरीब लोगों के मकान तोड़े जा रहे हैं। ये तोड़फोड़ दिल्ली के भाजपा के सांसदों के तहत आने वाले विभागों द्वारा की जा रही है। कुछ दिनों पहले डीडीए ने सिविल लाइन इलाके में आक्रामक तरीके से हजारों लोगों के घर तोड़े और डीडीए के अधिकारी अभी भी उस इलाके में जाकर लोगों को धमकी दे रहे हैं कि अभी और घर तोड़े जाएंगे। वहीं, केंद्र सरकार के रेलवे विभाग ने बरार स्क्वायर में रेलवे ट्रैक के पास लोहा मंडी, बुद्ध नगर, इंदरपुरी की हजारों झुग्गियों को 22 जुलाई से पहले तोड़ने का नोटिस लगा दिया है। रेलवे विभाग भी भाजपा के सांसदों के अंतर्गत आता है।
दुर्गेश पाठक ने कहा कि बुधवार को जब प्रेस वार्ता करके हमने इन कार्रवाइयों पर सवाल उठाए तो भाजपा के सांसद सीधा जवाब देने के बजाय फिर वही उल-जुलूल बाते दोहरा रहे हैं। बांसूरी स्वराज नई दिल्ली से भाजपा की सांसद है, बरार स्कावयर में रेलवे द्वारा लोटिस लगाए 6 दिन बीत गए हैं, लेकिन वह एक बार भी वहां जाकर लोगों से नहीं मिलीं, न ही उन्हें ये आश्वासन दिया किया कि वह रेलवे विभाग से बात करेंगी और किसी का घर नहीं तोड़ा जाएगा। लोगों से मिलना तो दूर, वो लोगों का फोन तक नहीं उठा रही हैं। उनके पीए भी फोन नहीं उठा रहे हैं, लोग किसी भी तरह से उनसे संपर्क नहीं कर पा रहे हैं। अगर लोगों को घर तोड़े जाते हैं तो इसकी जिम्मेदार बांसूरी स्वराज होंगी, क्योंकि उनके तहत आने वाला रेवले विभाग ही लोगों के घर तोड़ने का नोटिस दे रहा है। इसी तरह चांदनी चौक से भाजपा के सांसद प्रवीण खंडेलवाल से भी किसी तरह का कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है। कोई सांसद इन कार्रवाइयों की जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार नहीं है।
दुर्गेश पाठक ने कहा कि 11 साल से दिल्ली में भाजपा के सांसद राज कर रहे हैं। इन्होंने इतने साल में कोई काम नहीं किया और अब दिल्ली को पूरी तरह से उजाड़ने में लगे हुए हैं। नई दिल्ली की सांसद बांसूरी स्वराज गायब हैं। हजारों लोगों के घर टूट जाएं, उजड़ जाएं लेकिन इन्हें अपनी राजनीति से फुरसत नहीं है। वहीं दूसरी तरफ चांदनी चौक के सांसद प्रवीण खंडेलवा भी गायब हैं, उनका भी कोई अता पता नहीं है। चांदनी चौक में लोगों के घर टूटे हुए पांच दिन हो गए लेकिन वो किसी से मिलने तक नहीं गए।
दुर्गेश पाठक ने कहा कि आम आदमी पार्टी मानती है कि ये तोड़फोड़ पूरी तरह से अवैध है। सिविल लाइंस में रह रहे ये लोग आजादी के समय से यहां रह रहे हैं। पाकिस्तान से आए हिंदू परिवार के लोग वहां रह रहे हैं। ये लोग 70-80 सालों से वहां रह रहे हैं और आज उनके घर तोड़ दिए गए। किसके निर्देश पर ये कार्रवाई हुई है? क्या ये एलजी साहब के निर्देश पर हुआ है, भाजपा के सांसदों के कहने पर हुआ है या केंद्र सरकार के मंत्री ने इसके निर्देश दिए थे? रेलवे किसके निर्देश पर उन घरों को तोड़ने के नोटिस लगा रहा है? इसके पीछे कौन है? क्या ये बांसूरी स्वराज के निर्देश पर हो रहा है या अधिकारी अपनी मनमर्जी कर रहे हैं? इसकी जांच होनी चाहिए और इनके खिलाफ सख्त कार्रावाई होनी चाहिए।
दुर्गेश पाठक ने कहा कि भाजपा के सांसद दिल्ली को पूरी तरह से बर्बाद करने पर लगे हुए हैं। इन्हें सांसद बने करीब 50 दिन हो गए हैं, लेकिन ये लोग कोई काम नहीं करते हैं, केवल माला पहनकर फोटो खिचवाने जाते हैं। दिल्ली की जनता भाजपा से इस कार्रवाई का बदला लेगी। ये पूरी तरह से गलत है। आम आदमी पार्टी मांग करती है कि इन दोनों मामलों के पीछे जो