आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पदाधिकारी सम्मेलन के तहत नॉर्थ वेस्ट दिल्ली और वेस्ट दिल्ली लोकसभा के मंडल प्रभारियों और अध्यक्षों के साथ संवाद किया और उन्हें हर बूथ पर पार्टी के प्रत्याशी को जिताने का मंत्र दिया। इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा कि केजरीवाल वाला काम कराने के लिए दिल्ली की जनता केजरीवाल को ही चुनेगी।केजरीवाल का काम करने के लिए भाजपा वोट मांग रही है। इससे साफ है कि इनके पास कोई नया एजेंडा नहीं है। इनके पास एक ही एजेंडा है केजरीवाल हटाओ। दिल्ली के लोग इन नकलचियों को वोट नहीं देने वाले हैं। उन्होंने भाजपा से सवाल किया कि दिल्ली में हमारी आधी सरकार है और आधी भाजपा की केंद्र सरकार और उसके एलजी की है। हमारी आधी सरकार ने बीते 10 साल में बिजली, पानी, स्कूल, अस्पताल, सीसीटीवी कैमरे, सड़कें, सीवर समेत ढेरों काम किए। ऐसे में भाजपा को भी बताना चाहिए कि उसकी आधी सरकार ने क्या काम किया है? इस दौरान दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय समेत अन्य वरिष्ठ नेता मौजूर्ल्द रहे।
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पदाधिकारी सम्मेलन में मंडल प्रभारियों और मंडल अध्यक्षों से संवाद कर कहा कि चार-पांच दिन पहले नगर निगम में मेयर का चुनाव हुआ था। जिस तरह से भाजपा ने मेयर के चुनाव में ताकत लगाई थी, उन्होंने प्लानिंग कर ली थी कि इस बार मेयर अपना ही बनाएंगे। उनके पास नंबर नहीं थे। हमारे पास 142 वोट थे। उनके पास 123 वोट थे। फिर भी उन्होंने तय कर लिया था कि मेयर अपना ही बनाएंगे। साम, दाम, दंड, भेद करके खरीद लेंगे, तोड़ देंगे। अकसर क्या होता है जब सदन में वोटिंग होती है, वोटिंग के बाद बड़े-बड़े नेता चले जाते हैं। जिसके बाद काउंसलर उन्हें फोन करके बता देता है कि क्या नतीजा रहा। उस दिन भाजपा के सारे बड़े नेता आखिरी वोट की काउंटिंग तक मौजूद थे। उनको यह पूरी उम्मीद थी कि भाजपा का मेयर बनेगा और आखिरी में भाजपा के मेयर का नाम अनाउंस होगा। उन्होंने प्लानिंग कर रखी थी कि उसके बाद सिविक सेंटर से भाजपा हेडक्वार्टर तक रैली निकालेंगे। फिर योजना था कि रात 8 बजे वहां पर प्रधानमंत्री के आएंगे और भाषण देंगे। उन्होंने प्लानिंग कर ली थी कि ऐलान कर देंगे कि दिल्ली जीत लेंगे। लेकिन क्या हुआ? तीन वोट से आम आदमी पार्टी जीत गई।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इनके पास अथाह पैसा, अथाह ताकत है। इन्होंने सारा कुछ खुलेआम छोड़ दिया। फिर भी श्रीकृष्ण जी ने अपना सुदर्शन चक्र चलाया और तीन वोट से आम आदमी पार्टी जीत गई। उसके बाद से ये पागल हुए घूम रहे हैं। भाजपा बिल्कुल पागल हो गई है कि कुछ भी करना है, इस बार आम आदमी पार्टी को हराना है। मेयर के चुनाव में ये इतना दांव पेच कर सकते हैं तो सोचो आने वाले चुनाव में ये क्या करेंगे। दिल्ली के मेयर के चुनाव से दो संकेत मिलते हैं। पहली चीज कि भगवान आपके साथ है। मेयर का चुनाव भी ऊपरवाले की कृपा से जीते हैं। भगवान दर्शन नहीं देते, बल्कि संकेतों की भाषा से बात करते हैं। तो भगवान ने संकेत दिया है। इनकी सारी ताकत के बावजूद भगवान ने आपको जीता दिया। दिल्ली का चुनाव भी हम जीतेंगे। लेकिन कर्म करना पड़ेगा। बिना कर्म करे नहीं जीतेंगे। मेहनत करनी पडे़गी। इस मेयर के चुनाव से दूसरा संकेत मिलता है कि अगर ये मेयर के चुनाव के लिए इतना कुछ कर सकते हैं, तो सीएम की कुर्सी के लिए ये किसी भी हद तक जाएंगे। दिल्ली की सत्ता लेने के लिए और आम आदमी पार्टी को हराने के लिए किसी भी हद तक जाएंगे। इस बार का चुनाव हम बिल्कुल अलग तरह से लड़ने जा रहे हैं।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमने दिल्ली में 6 फ्री की रेवड़ी दी हैं। भाजपा की 20 राज्यों में सरकार है, इनमें भाजपा वाले एक राज्य में भी एक रेवड़ी नहीं देते हैं। हमने दिल्ली में 24 घंटे बिजली कर दी है। 2014 से पहले 8-10 घंटे के पावर कट लगते थे। सारी-सारी रात और दिन बिजली नहीं रहती थी। गर्मियों में भरी दोपहरी में बिजली चली जाया करती थी। अब हमने 24 घंटे बिजली कर दी। इनकी 20 राज्यों में सरकार है लेकिन एक भी राज्य में 24 घंटे बिजली नहीं है। गुजरात में 30 साल से इनकी सरकार है, लेकिन इतने सालों में भी ये वहां 24 घंटे बिजली नहीं दे पाए। यह टेक्निकल बात है। हम लोग पढ़े-लिखे इंजीनियर हैं। उनको करनी नहीं आती, हमको करनी आती है। दिल्ली की जनता को बताएंगे कि अगर इनको वोट दे दिया तो ये लोग दिल्ली का भी हाल गुजरात और उत्तर प्रदेश जैसा कर देंगे। बड़ी मुश्किल से हमने दिल्ली ठीक की है। हम 24 घंटे बिजली दे रहे हैं और फ्री बिजली दे रहे हैं। यूपी, उत्तराखंड और हरियाणा में जहां इनकी सरकार है, वहां हजारों रुपए महीना बिजली का बिल आता है। अगर इनको वोट दे दिया तो दिल्ली में भी हजारों रुपए महीने का बिल आया करेगा। फिर घर का खर्च कैसे चलेगा, ये सोच लेना। ज्यादा इनकी पार्टीबाजी में मत पड़ो, अपने घर-परिवार की सोचो।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम दूसरी रेवड़ी, सबको फ्री पानी दे रहे हैं। हमने सबके पानी के बिल जीरो कर दिए थे। लेकिन जब मैं जेल गया, तो पीछे से इन्होंने पता नहीं क्या अनाप-शनाप बिल भेजे हैं। कई लोगों के गलत बिल आए हैं। सबको कर देना भरने की जरूरत नहीं है। हमारी सरकार बना दो, सबके बिल माफ कर देंगे। अगर इनको वोट दे दिया तो ये सारा बिल भरना पड़ेगा।
अरविंद केजरीवाल ने बताया कि हमारी तीसरी रेवड़ी है, अच्छे स्कूल। आदमी अपना पेट काटकर भी बच्चों को अच्छे स्कूल में पढ़ाता है। पहले बच्चों को प्राइवेट स्कूल भेजना पड़ता था, अब सरकारी स्कूल अच्छे कर दिए। इनकी 20 राज्यों में सरकार है, लेकिन एक भी राज्य बता दो जहां इन्होंने स्कूल अच्छे किए हों। उत्तर प्रदेश के स्कूलों का हाल देख लो। अगर आपने इन्हें वोट दे दिया तो दिल्ली के स्कूलों की हालत भी यूपी जैसी हो जाएगी।
अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि हमारी चौथी रेवड़ी है, मोहल्ला क्लीनिक और अस्पताल। इनके 20 राज्यों में देख लो सरकारी अस्पतालों का क्या हाल है। हमने अस्पताल भी शानदार कर दिए, मोहल्ला क्लीनिक भी बना दिए। पूरा इलाज मुफ्त है। इनको वोट दे दिया तो ये सारे मोहल्ला क्लीनिक भी बंद हो जाएंगे और अस्पतालों का भी बुरा हाल हो जाएगा। हमारी पांचवी रेवड़ी बुजुर्गों की फ्री तीर्थयात्रा है और छठी रेवड़ी महिलाओं की मुफ्त बस यात्रा है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भाजपा नेता रामबीर बिधूड़ी का बयान है कि जो सुविधाएं केजरीवाल दे रहा है, हम वो सारी करेंगे। जब केजरीवाल का ही काम करना है तो लोग केजरीवाल को ही चुनेंगे। तुमको क्यों चुनेंगे? कोई नई बात बताओ। ये लोग नई बात बताएं कि केजरीवाल से हटकर ये लोग यह काम करेंगे। इनके पास कोई नया एजेंडा नहीं है। इनके पास केवल एक ही एजेंडा है, केजरीवाल हटाओ। लोग इन नकलचियों को वोट क्यों देंगे?
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में हमारी आधी सरकार है, बाकी आधी सरकार केंद्र सरकार और उनके एलजी की है। हमारी आधी सरकार ने 10 साल में बिजली, पानी, स्कूल, अस्पताल, सीसीटीवी कैमरे, सड़कें, सीवर से लेकर इतने काम कर दिए। इनकी आधी सरकार ने क्या काम किया है? ये लोग अपने पिछले 10 साल का कोई एक काम बता दें। केंद्र सरकार के पास इतना अथाह पैसा और पावर है, एलजी है। एलजी के पास इतनी पावर है। लेकिन इसके बावजूद जब इन लोगों ने 10 साल में कोई काम नहीं किया, तो लोग कैसे यकीन करें कि ये लोग आगे काम करेंगे? लोग इन्हें क्यों वोट दें? हमें किसी से लड़ना नहीं है। सबका दिल जीतना है, किसी से बहस नहीं करनी है। हम बहस हार जाएंगे लेकिन दिल जीत जाएंगे। हम सबका दिल जीतेंगे और फिर दिल्ली भी जीतेंगे।
अरविंद केजरीवाल ने पदाधिकारियों से कहा कि हमें किसी से लड़ना नहीं है। सबका दिल जीतना है, किसी से बहस नहीं करनी है। हम बहस हार जाएंगे लेकिन दिल जीत जाएंगे। भगवान हमारे साथ है, लेकिन हमें अपना कर्म करना पड़ेगा। हमें मेहनत भी करनी है और दिमाग से भी काम लेना है। 70 की 70 सीट पर केजरीवाल लड़ रहा है। जिसको भी टिकट मिले अपनी आंख के सामने केवल केजरीवाल का चेहरा रखना, विधायक या कैंडिडेट का चेहरा मत रखना। हम लोग एक परिवार हैं। कभी किसी को विधायक बनने का मौका मिलता है, तो कभी किसी को मिलता है। जिसको जो जिम्मेदारी मिले। मैं एक ही बात पूरी जिम्मेदारी से कह सकता हूं कि अपने किसी रिश्तेदार या दोस्त को टिकट नहीं दूंगा। जब मैं जेल से लौट के आया तो बहुत लोगों ने कहा कि अपनी पत्नी को सीएम बना दो। मेरी पत्नी को नहीं बनना सीएम, वो खुश है। मेरे बच्चों को नहीं चाहिए टिकट। मैं जिसको भी टिकट दूंगा, पार्टी, देश और दिल्ली के हित में दूंगा।