दिल्ली नगर निगम के 12 वार्डों में हो रहे उपचुनाव में भाजपा और उसकी मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के प्रति जनता की नाराजगी खुलकर सामने आने लगी है। सीएम रेखा गुप्ता की शालीमार बाग विधानसभा की ही जनता द्वारा उनके खिलाफ जगह-जगह पोस्टर लगाए हैं और मतदाताओं से पूछा गया है कि शालीमार बाग वार्ड से पढ़ी लिखी पार्षदा चाहिए या फिर फुलेरा पंचायत वाले प्रधान पति चाहिए? आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज ने जगह जगह चस्पा इन पोस्टरों की एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा कर सीएम रेखा गुप्ता पर तंज कसा है और कहा है कि जब रेखा गुप्ता पार्षद थीं, तब भी उनके पति ही अफसरों के साथ बैठकें करते थे और अब जब मुख्यमंत्री हैं, तब भी उनके पति ही उनका सारा काम देख रहे हैं।
आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने शुक्रवार को शालीमार बाग विधानसभा क्षेत्र में लगे एक पोस्टर को दिखाते हुए कहा कि शालीमार बाग मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की अपनी विधानसभा है और यहां जगह-जगह पोस्टर लगे हैं, जिनमें लिखा है, “शालीमार बाग वार्ड 56 की जनता तय करे, पढ़ी-लिखी पार्षदा चाहिए या फुलेरा की पंचायत वाले प्रधानपति चाहिए।”
सौरभ भारद्वाज ने बताया कि रेखा गुप्ता पर लंबे समय से आरोप लगते रहे हैं कि जब वे पार्षद थीं तब भी उनके पति ही अधिकारियों के साथ सारी मीटिंग्स करते थे और अब मुख्यमंत्री बनने के बाद भी सारा काम उनके पति ही कर रहे हैं। वे अधिकारियों की बैठकें लेते हैं, निरीक्षण करते हैं और अपने दिशा-निर्देश देते हैं। इसके फोटो और वीडियो भी खूब उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि पोस्टरों में लिखा जनता का यह संदेश मुख्यमंत्री तक पहुंचना चाहिए। उन्होंने रेखा गुप्ता से कहा कि यदि वे महिला मुख्यमंत्री हैं तो अपना काम खुद करें। उनके पति को कोई संवैधानिक या कानूनी अधिकार नहीं है कि वे अधिकारियों की बैठकें लें, निरीक्षण करें या निर्देश दें। यह पूरी तरह गलत है।