आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को दिल्ली की बदहाल कानून व्यवस्था पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा पर तीखे हमले किए। वह शालीमार बाग आए थे, जहां उन्होंने मर्डर पीड़ित परिवार से मिलकर उनका दुख साझा किया। उन्होंने कहा कि अगर अमित शाह से दिल्ली की कानून व्यवस्था नहीं संभल रही है तो वह इस्तीफा दे दें। उनकी नाकामी की वजह से दिल्ली में लगातार अपराध बढ़ रहे हैं। अभी चंद दिन पहले शालीमार बाग में गुंडों ने दो लड़कों पर चाकुओं से हमला कर दिया, जिसमें एक की मौत हो गई। अभी तक पुलिस चश्मदीद गवाह का बयान नहीं ली है। वह हत्यारों को ही बचा रही है। दिल्ली में लगातार हत्याएं हो रही हैं, लेकिन पुलिस कोई एक्शन नहीं ले रही है, उल्टा पीड़ितों को ही धमकी दे रही है। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था से पीड़ित लोगों के मेरे पास ढेरों मैसेज आ रहे हैं, वो मुझे बुला रहे हैं। मैं दिल्लीवालों के साथ हूं। जो लोग बुला रहे हैं, मैं उन सबसे मिलने जाऊंगा। इस दौरान सांसद संजय सिंह और कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज भी मौजूद रहे।
शालीमार बाग में मर्डर पीड़ित परिवार से मिलने के बाद अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कुछ दिन पहले यहां पर दिल दहला देने वाली वारदात हुई। इस झुग्गी बस्ती के दो लड़के हिमांशु और मनीष रात के करीब 3 बजे जागरण के बाद अपने घर लौट रहे थे। दोनों अपने घर के बाहर पहुंचे ही थे कि अचानक 7-8 लड़कों ने उनके ऊपर हमला कर दिया। मनीष को इतनी बार चाकुओं से गोदा गया कि उसकी मौत हो गई। लेकिन हिमांशु बच गया। मुझे बताया गया है कि काफी समय तक मनीष की सांसें चल रही थीं। पुलिस मनीष को वक्त पर अस्पताल नहीं लेकर गई और उसे वक्त से मेडिकल सुविधा नहीं मिली। अगर समय पर मेडिकल सुविधा मिल गई होती तो आज मनीष की मौत नहीं होती।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दूसरा सबसे बड़ा मुद्दा उठता है कि इसमें जो चश्मदीद गवाह है हिमांशु, उसका स्टेटमेंट अभी तक नहीं लिया गया है। एफआईआर के अंदर जो स्टेटमेंट हिमांशु का लिखा हुआ है, बताया जा रहा है कि वो झूठा स्टेटमेंट है। वो हिमांशु का स्टेटमेंट नहीं है। इससे साफ जाहिर है कि पुलिस दोषियों को बचाने की कोशिश कर रही है। पुलिस की किसके साथ साठ-गांठ है? क्या ऊपर से आदेश आ रहे हैं? मैं अमित शाह से पूछना चाहता हूं कि अगर उनसे दिल्ली की कानून-व्यवस्था नहीं संभल रही है, अगर उन्हें केवल और केवल देशभर में घूमकर राजनीति करनी है तो वो इस्तीफा दे दें। भाजपा वालों से दिल्ली नहीं संभल रही है तो इस्तीफा दे दें, दिल्ली की कानून-व्यवस्था छोड़ दें।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि चारों तरफ इतनी अफरा-तफरी मची हुई है। मैं अभी झुग्गी बस्ती से निकल रहा था। लोग दहशत के अंदर जी रहे हैं। लोग कह रहे हैं कि शाम को 6-7 बजे के बाद घर से निकलना मुश्किल हो गया है। सब डरे हुए हैं। पुलिस प्रोटेक्शन देने के बजाए लोगों को धमकी दे रही है। जिन लोगों ने यह वारदात की, वो खुलेआम घूम रहे हैं और खुलेआम धमकियां देते फिर रहे हैं कि अगर आपने कुछ बोला तो आपको छोड़ेंगे नहीं। यह पूरी दिल्ली को अमित शाह ने क्या बना रखा है? दिल्ली वाले इसको बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे। हम पूरी दिल्ली के लोगों को इकट्ठा करेंगे।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं पिछले दिनों से जब से गली-गली में लोगों के बीच में जाने लगा हूं, लोगों की ये वारदातें सुनने लगा हूं। मेरे पास लोगों के इतने फोन आ रहे हैं, मेरे पास इतने मेसेज और चिट्ठियां आ रही हैं। लोग कह रहे हैं कि हमारे पास भी मिलने आओ, हमारे इलाके में भी बहुत बुरा हाल है। यहां पर नशा बिक रहा है। यहां पर चैन स्नैचिंग हो रही है। यहां पर फोन छीने जा रहे हैं। पूरी दिल्ली के अंदर अफरा-तफरी है। मैं अब आने वाले दिनों के अंदर जिन-जिन लोगों के मेसेज आ रहे हैं, सबके पास जाऊंगा। दिल्ली के कोने-कोने में जाऊंगा और दिल्ली वालों के साथ केजरीवाल खड़ा हुआ मिलेगा। मैं आपके साथ हूं, दिल्ली के लोगों के साथ हूं। हम अमित शाह और भाजपा पर दबाव करेंगे कि दिल्ली को सुरक्षा प्रदान करे और हर व्यक्ति को अच्छी सुरक्षा मिले।