आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक दल के चीफ व्हिप संजीव झा ने शुक्रवार को वजीराबाद स्थित रामघाट का दौरा कर भाजपा सरकार द्वारा की जा रही छठ पूजा की तैयारियों की पोल खोल दी। उन्होंने कहा कि भाजपा दिल्ली में भव्य छठ पूजा के आयोजन का दावा तो कर रही है लेकिन अभी तक छठ घाटों की साफ सफाई तक नहीं हुई है। अब छठ पूजा के चंद दिन ही बचे हैं, लेकिन वज़ीराबाद के राम घाट की हालत बहुत ही बदतर है। यहां श्रद्धालु स्वच्छता और पवित्रता के साथ पूजा करने आते हैं, लेकिन गंदे पानी की बदबू चारों ओर फैल रही है। प्लास्टिक, पूजा सामग्री और कूड़ा हर तरफ बिखरा है। कोई सफाई व्यवस्था नज़र नहीं आती। भाजपा को धर्म से नहीं, धंधे से मतलब है। अगर बिहार में चुनाव न होता तो ये छठ घाटों पर रील बनाने भी न आते।
शुक्रवार को वजीराबाद के राम घाट पर छठ पूजा की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे विधायक संजीव झा ने कहा कि भाजपा के नेता रील्स बनाकर वायरल कर रहे हैं और नौका विहार कर रहे हैं। राम घाट पर हर तरफ गंदगी दिख रही है। वहां पर सुबह भाजपा सांसद आए थे और फोटो खिंचवा कर चले गए। उन्हें यहां फैली गंदगी नहीं दिखी, क्योंकि फोटो ठीक आना चाहिए, रील ठीक बननी चाहिए और फिर रील खूब चलेगी। व्रती पूजा कर पाएं या न कर पाएं, उससे भाजपा के नेताओं को कोई मतलब नहीं है। लोग कह रहे हैं कि गंदगी देखकर शर्म आ रही है, लेकिन भाजपा के नेताओं को शर्म नहीं आ रही है।
संजीव झा ने भाजपा से पूछा कि वे जो यमुना की सफाई की बड़ी-बड़ी रील्स वायरल कर रहे हैं, आज यहां नजर आ रही गंदगी से उनकी रील की पोल खुल रही है। सामने मंदिर है और राम घाट सबसे प्राचीन घाट है। यहां न केवल छठ मैया की पूजा, बल्कि अन्य पूजाएं-आराधनाएं, श्राद्ध कर्म, तर्पण आदि होते हैं। तमाम तरह की वैधिक पूजाएं यहां लोग करने आते हैं, लेकिन इसके हालात बहुत खराब हैं। भाजपा के नेताओं को सद्बुद्धि मिले, वे रील बनाना बंद करें और आकर काम करें। इसकी सफाई ठीक से करो। यहां बदबू आ रही है, मक्खियां भिनभिना रही हैं। लोग कैसे खड़े होंगे?
संजीव झा ने कहा कि यह भाजपा नेताओं की गंदी नियत की गंदगी है और इसका खामियाजा पूजा करने वाले व्रती या पानी में उतरने वाले लोगों को भुगतना पड़ेगा। मैं डिवीजन कमिश्नर से भी यहां आकर स्थिति देखने और इसे ठीक करने का अनुरोध करता हूं। पूरे दिल्लीवासियों को यमुना की हालत का पता है। कालिंदी कुंज में झाग निकल रहा है। आज भी यमुना उतनी ही प्रदूषित है जितनी भाजपा पहले दम भर रही थी। तो उन्होंने ऐसा क्या किया? क्यों यमुना साफ करने का झूठ बोल रहे हो? उनकी झूठी बातों में जनता नहीं आएगी, जनता को सच पता है। भाजपा नेताओं में थोड़ी सी शर्म-हया बची हो तो रील बनाना बंद करें, घाटों की व्यवस्था अधिकारियों से ठीक करवाएं ताकि लोग ठीक से पूजा कर सकें।
संजीव झा ने मॉडल घाट की संख्या पर कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रेस वार्ता में कहा कि हम 12 मॉडल घाट बना रहे हैं, बड़ा भव्य आयोजन हो रहा है। पहले तो हर विधानसभा में 70 मॉडल घाट थे। इसलिए 70 जगहों के बदले भाजपा 12 जगहों पर पूजा करा रही है और कह रही है कि भव्य आयोजन हो रहा है? मुझे लगता है कि ये लोग सत्ता के अहंकार में मदमस्त हो गए हैं और दिल्ली की जनता से किए गए वादों को भूल गए हैं। अरविंद केजरीवाल के समय में जो कल्याणकारी उपाय थे, उन्हें खत्म कर रहे हैं और आज दिल्ली की जनता त्राहि-त्राहि कर रही है।
संजीव झा ने कहा कि भाजपा के लोग रील बनाने भी इसलिए आ रहे हैं क्योंकि बिहार में चुनाव है। अगर बिहार में चुनाव न होता, तो ये रील बनाने भी न आते। आयोजकों को बुलाकर कह रहे हैं कि बिहार में भाजपा को वोट देना। इनको छठ से या किसी धर्म से लेना-देना नहीं है। जब-जब धंधा करना हो, तब-तब धर्म का आह्वान कर लेंगे। अगर धंधा न चले तो धर्म को भी भूल जाएंगे। भाजपा नेताओं की रील्स इसलिए आ रही हैं क्योंकि वे बिहार में मैसेज देना चाहते हैं। लेकिन मैं उम्मीद करता हूं और छठी मैया से कामना करता हूं कि उन्हें सद्बुद्धि दें कि कम से कम छठी मैया की पूजा-आराधना में कोई गंदी राजनीति न करें।