एमसीडी में आम आदमी पार्टी के नेता प्रतिपक्ष अंकुश नारंग ने शनिवार को सिविल लाइन जोन के वार्ड 14 धीरपुर और वार्ड 7 कादीपुर में जगह-जगह बन रहे कूड़े के पहाड़ का दौरा किया और दिल्ली में बढ़ती गंदगी को लेकर भाजपा पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि निरंकारी समागम ग्राउंड में भी कूड़े के पहाड़ खड़े हो गए हैं, जहां पीएम की रैलियां होती हैं। मेयर तो सिविल लाइन जोन के चेयरमैन रह चुके हैं। वो जब अपना घर नहीं साफ कर सकते तो दिल्ली की सफाई क्या करेंगे? कुल मिलाकर भाजपा सरकार का ‘दिल्ली को कूड़े से आजादी’ दिलाने का अभियान सिर्फ फोटो शूट तक सीमित रह गया है। इस अवसर पर ‘‘आप’’ के स्थानीय पार्षद नेहा अग्रवाल, गगन चौधरी, मुनेश देवी, टिंम्सी शर्मा, रूबी रावत, प्रदीप अग्रवाल, अजय शर्मा, सुरेश शर्मा समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
अंकुश नारंग ने निरंकारी ग्राउंड का निरीक्षण के दौरान कहा कि यह वही निरंकारी ग्राउंड है, जहां बड़े-बड़े समागम और प्रधानमंत्री की रैलियां होती हैं, लेकिन अब यहां कूड़े के पहाड़ खड़े हो गए हैं। मैं मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और मेयर राजा इकबाल सिंह के लिए नारियल और फूल माला लाया हूं, ताकि वे आकर इस कूड़े के पहाड़ का उद्घाटन करें। भाजपा को फीता काटने और नारियल फोड़ने का शौक है, लेकिन न तो दिल्ली सरकार में और न ही एमसीडी में गवर्नेंस करना आता है।
अंकुश नारंग ने बताया कि निरंकारी ग्राउंड में कूड़ा, मलबा और सिल्ट का ढेर जमा है। यहां कूड़े का ढेर एमसीडी, पीडब्ल्यूडी और दिल्ली जल बोर्ड मिलकर डाल रहे हैं। भाजपा का “दिल्ली को कूड़े से आजादी” अभियान कागजी और दिखावटी है। यह अभियान 1 अगस्त से 31 अगस्त तक चल रहा है, लेकिन इसके बावजूद सिविल लाइंस जोन में मजलिस पार्क, वजीराबाद के रामघाट, अब निरंकारी ग्राउंड समेत कई अन्य जगहों पर कूड़े के पहाड़ खड़े हो रहे हैं। सिविल लाइंस जोन से मेयर राजा इकबाल सिंह आते हैं, वहां उनके घर से सिर्फ दो किमी दूर यह तीसरा कूड़े का पहाड़ है।
अंकुश नारंग ने कहा कि एमसीडी की स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में खुद भाजपा पार्षदों ने माना कि सेंट्रल, साउथ और वेस्ट जोन में कूड़ा जमा हो रहा है। अगर मेयर अपने जोन को साफ नहीं रख सकते, तो पूरी दिल्ली को कैसे साफ करेंगे? ये कूड़े के पहाड़ किसके कहने पर बन रहे हैं। क्या कूड़े का पहाड़ बनाने के लिए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा या किसी और ने कहा है? भाजपा सिर्फ फोटो खिंचवाने के लिए झाड़ू न उठाएं, बल्कि वल्नरेबल पॉइंट्स में जाकर सफाई कराएं।
अंकुश ने कहा कि दिल्ली की जनता ने भाजपा को बड़ी उम्मीदों के साथ चुना था, लेकिन चार इंजन की सरकार के बावजूद दिल्ली में कूड़े की समस्या बढ़ती जा रही है। भाजपा, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और मेयर राजा इकबाल सिंह को शर्म करनी चाहिए, क्योंकि उनकी नाकामी की वजह से दिल्ली कूड़े के पहाड़ों में तब्दील हो रही है।
उधर, कादीपुर इलाके में वार्ड नंबर सात का दौरा करने के दौरान अंकुश नारंग ने कहा कि पूरे सिविल लाइंस जोन में कूड़े के ढेर लगे हैं और यह स्थिति सिर्फ “आप” पार्षदों के वार्डों तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे जोन में गंदगी फैली हुई है। मेयर राजा इकबाल सिंह और भाजपा पार्षद गुलाब सिंह राठौर के वार्डों में भी यही हालात हैं।
अंकुश ने बताया कि वार्ड नंबर 7 में ही कम से कम 10 कूड़े के ढेर हैं। लोगों का कहना है कि “आप” के पार्षद दिन में 12-14 घंटे काम करते हैं, जिसके कारण कूड़ा कुछ कम हुआ है लेकिन हालात अब भी गंभीर हैं। उन्होंने जोन के सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर (एसएस) और कंसेशनरी से बातचीत हुई तो उन्होंने बताया की पूरे सिविल लाइन जोन और मेयर राजा इकबाल सिंह के वार्ड की भी यही स्थिति है जिक्र करते हुए कहा कि जहां पांच टिंपर गाड़ियां आनी चाहिए, वहां दो आ रही हैं और जहां छह चाहिए, वहां तीन आ रही हैं। लोडर की कमी है और जो गाड़ियां हैं, उनकी हालत इतनी खराब है कि उन्हें धक्का मारकर स्टार्ट करना पड़ता है। असिस्टेंट इंजीनियर (एई) ने भी 10 चिट्ठियां लिखकर इसकी शिकायत की, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ।
अंकुश ने कहा कहा कि यह वही सिविल लाइंस जोन है, जहां से राजा इकबाल सिंह खुद आते हैं और पहले जोन के चेयरमैन रह चुके हैं। फिर भी, उनके अपने वार्ड और जोन में कूड़े के ढेर लगे हैं। चार दिन पहले कुछ पार्षदों ने मेयर से शिकायत की थी, लेकिन मेयर ने खुद को बेबस बताया और कहा कि जब उनके अपने वार्ड का यह हाल है, तो वे दूसरों की क्या मदद करेंगे?
अंकुश ने भाजपा के “दिल्ली को कूड़े से आजादी” अभियान के संदर्भ में कहा कि भाजपा नेता साफ सड़कों पर फोटो खिंचवाने जाते हैं, जहां कूड़ा होता ही नहीं, लेकिन असल में कूड़े के ढेर बढ़ते जा रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और मेयर राजा इकबाल सिंह से सवाल किया कि क्या उनकी जिम्मेदारी नहीं है कि इस इलाके से कूड़ा हटवाएं? भाजपा की चार इंजन की सरकार (केंद्र, दिल्ली सरकार, एमसीडी और उपराज्यपाल) होने के बावजूद दिल्ली की हालत बदतर है।
अंकुश ने भाजपा से आत्ममंथन की मांग की और कहा कि राजा इकबाल सिंह जैसे “डमी व्यक्ति” को मेयर बनाना गलती थी, जिनमें अपने जोन को सुधारने की काबिलियत तक नहीं है।