ाजस्थान के झालावाड़ में सरकारी सिस्टम की लापरवाही की भेंट चढ़े मासूम स्कूली बच्चों को लेकर आम आदमी पार्टी नेताओं ने भाजपा पर तीखा हमला बोला है। ‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता व दिल्ली के पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया का कहना है कि राजस्थान के झालावाड़ में सरकारी स्कूल की छत का गिरना महज हादसा नहीं है, बल्कि यह सरकारी लापरवाही से हुई हत्या है। इस हादसे के पीछे वो सत्ता है जो बच्चों को अच्छी शिक्षा और सुविधाएं देना अपराध मानती है। दिल्ली में बतौर शिक्षा मंत्री रहते हुए मैंने सरकारी स्कूलों की बिल्डिंग्स अच्छे से बनवाई थी और यह देख भाजपा ने मुझ पर ही ईडी-सीबीआई के झूठे केस कर डाले।
मंत्री मनीष सिसोदिया ने एक्स पर झालावाड़ में सरकारी स्कूल की छत गिरने की मीडिया रिपोर्ट साझा करते हुए कहा कि राजस्थान के झालावाड़ में स्कूल की बिल्डिंग गिरने से 5 बच्चों की मौत और 30 से ज्यादा घायल हैं। सुबह-सुबह एक सरकारी स्कूल से आ रही यह खबर दिल बैठा देने वाली है। ईश्वर से प्रार्थना है कि घायल बच्चे जल्द ठीक हों और परिजनों को इस असहनीय पीड़ा से लड़ने की शक्ति मिले।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि यह हादसा नहीं, ये हत्या है। सरकारी लापरवाही से हुई हत्या है। इस हादसे के पीछे वो सत्ता है जो बच्चों को अच्छी शिक्षा, अच्छी सुविधाएं देना अपराध मानती है। दिल्ली में बतौर शिक्षा मंत्री रहते हुए मैंने सरकारी स्कूलों की बिल्डिंग्स अच्छे से बनवायी थी और यह देख भाजपा ने मुझ पर ही ईडी-सीबीआई के झूठे केस कर डाले। राजस्थान के इन मासूम बच्चों और उनके परिवारों के बारे में सोचिए। मां-बाप ने अपने बच्चों को भरोसे के साथ स्कूल भेजा था, ये सोचकर कि वहां उनका भविष्य संवरता है। उनके लिए इससे बड़ा दुःख कोई नहीं कि बच्चा स्कूल जाए और फिर कभी लौटकर न आए। भाजपा ने स्कूल को शिक्षा का मंदिर नहीं, मौत का कुआं बना दिया है।
वहीं, दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने इस घटना के लिए सरकारी सिस्टम की लापरवाही को जिम्मेदार बताते हुए एक्स पर कहा कि ये कोई साधारण हादसा नहीं, बल्कि सिस्टम की क्रूरता है। झालावाड़ के एक स्कूल की छत गिरने से मासूम बच्चों की जान चली गई और दर्जनों घायल हैं। जिन परिवारों ने अपने बच्चे खोए हैं, उनके लिए ये पीड़ा शब्दों से परे है। ईश्वर उनको हिम्मत दें। बीजेपी शासित राज्यों में सरकारी स्कूल जर्जर हालत में हैं, लेकिन सत्ता में बैठे नेताओं को शिक्षा और बच्चों को सुविधाएं देने की ज़रा भी चिंता नहीं। आखिर कब तक गरीब बच्चों की जान यूं ही जाती रहेगी?
उधर, दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने एक्स पर कहा कि अगर ये केजरीवाल सरकार होती तो टीवी पर 7 दिन रोज़ प्राइम टाइम पर यही मुद्दा होता। एंकर चीख-चीख कर सरकार को लानत देते। रोज़ कोई भाजपा से परिवारों से मिलने जाता। न्यूज़ पर हर पीड़ित के परिवार से लाइव बात की जाती। सीबीआई जांच के नाम पर सर्कस शुरू हो जाता।