देश में हर दिन मिल रही हवाई जहाज, स्कूल और मंदिर उड़ाने की धमकियों पर आम आदमी पार्टी ने लगातार दूसरे दिन केंद्र की भाजपा सरकार को घेरा। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने दूसरे दिन भी केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए देश की आंतरिक सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र में भाजपा सरकार के कार्यकाल में देश डर और भय से विचलित है, हर दिन हवाई जहाज, स्कूल और मंदिरों को बम से उड़ाने की धमकियां मिल रही हैं, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी इस संवेदनशील मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं। संजय सिंह ने पूछा कि ये धमकियां देने वाले लोग कौन हैं?भाजपा की केंद्र सरकार को इसका स्पष्टीकरण देना चाहिए अब तक सरकार ने उनकी रोकथाम के लिए क्या कदम उठाए हैं, यह भी बताए। भाजपा सरकार में देश की संसद भी सुरक्षित नहीं है, जहां सुरक्षा में बड़ी चूक हो चुकी है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सुरक्षा में चूक के कारण कोई अनहोनी घटती है, तो इसके लिए सीधे तौर पर केंद्र सरकार जिम्मेदार और जवाबदेह होगी।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि आज पूरा देश डर, भय और दहशत में आतंकित है। लोग डरे हुए हैं। भाजपा सरकार में सुरक्षा की यह हालत है कि एयरलाइंस को उड़ाने की धमकी मिल रही है। एक साथ 50-50 हवाई जहाजों को उड़ाने की धमकियां मिल रही हैं। मंदिरों को उड़ाने की धमकी मिल रही है। स्कूलों को बम से उड़ाने और बर्बाद कर देने की धमकी मिल रही है।
संजय सिंह ने कहा कि हवाई जहाजों से सफर करने वाले यात्रियों के मन में भय बैठा हुआ है कि पता नहीं कब कौन-सा जहाज बम से उड़ा दिया जाए। हमने देखा है कि देश की पार्लियमेंट तक सुरक्षित नहीं है। नरेंद्र मोदी के ही कार्यकाल में संसद में धुसने की धमकी देते हुए, कुछ नौजवान वो संसद में घुस गए थे। ये अलग बात है कि उनके अपने मुद्दे थे और वो किसी को हानि नहीं पहुंचाना चाहते थे। लेकिन इस तरह देश की संसद के अंदर सुरक्षा की चूक होना चिंताजनक है।
संजय सिंह ने देशभर में अलग-अलग एयरलाइंस, स्कूल और मंदियों को बम से उड़ाने की मिली धमकियों के बारे में बताते हुए कहा कि 22 अगस्त 2024 को एयर इंडिया का जहाज उड़ाने की धमकी दी गई। 1 सितंबर को जबलपुर से हैदराबाद जाने वाले इंडिगो के जहाज को उड़ाने की धमकी दी गई। 4 सितंबर को दिल्ली से विशाखापट्टनम जाने वाले एयर इंडिया के जहाज को उड़ाने की धमकी दी गई। 6 सितंबर को विस्तारा एयरलाइंस के हवाई जहाज को बम से उड़ाने की धमकी दी गई। 15 अक्टूबर को एयर इंडिया के जहाज को बम से उड़ाने की धमकी दी गई। 17 अक्टूबर को एयर अकाशा, एयर इंडिया, स्पाइसजेट और इंडिगो के जहाजों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई। 21 अक्टूबर को एयर इंडिया, विस्तारा, स्पाइसजेट और इंडिगो के जहाजों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई। इसी प्रकार से, 24 अक्टूबर को एयर इंडिया का जहाज उड़ाने की धमकी दी गई और 27 अक्टूबर को एक साथ 50 जहाजों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई। 28 अक्टूबर को इंडिगो, एयर इंडिया और विस्तारा समेत 60 हवाई जहाजों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई। ये इश देश में क्या हो रहा है?
संजय सिंह ने आगे कहा कि देश के कई बड़े मंदिरों को भी धमकियां दी गई हैं। 28 अक्टूबर को इस्कॉन तिरुपति, आंध्र प्रदेश को बम से उड़ाने की धमकी दी गई। 24 अक्टूबर को मध्य प्रदेश के दो मंदिरों को उड़ाने धमकी दी गई। इसी दिन उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी दी गई। 6 जुलाई को वृंदावन के प्रेम मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी दी गई। हवाई जहाजों को बम से उड़ाने की धमकी दी जा रही है। मंदिर, जहां पर लोग बड़ी श्रद्धा भगवान के चरणों में आर्शीवाद लेने के लिए जाते हैं, उन मंदिरों को भी बम से उड़ाने की धमकी दी जा रही है।
संजय सिंह ने आगे कहा कि आज तक ये धमकियां ज्यादा बढ़ गई हैं। छोटे-छोटे बच्चे जहां पड़ते हैं, उन स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी जा रही है। 28 अक्टूबर को चेन्नई के दो स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई। 21 अक्टूबर को दिल्ली के रोहिणी में सीआरपीएफ स्कूल और हैदराबाद में सीआरपीएफ स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई। 15 अक्टूबर को कोयंबटूर, तमिलनाडु के चार इंस्टीट्यूट को उड़ाने की धमकी दी गई। 10 अक्टूबर को तमिलनाडु में ही दो स्कूलों को उड़ाने की धमकी दी गई। 4 अक्टूबर को भी तमिलनाडु में पांच स्कूलों को उड़ाने की धमकी दी गई। 4 अक्टूबर को तमिलनाडु में एक स्कूल को उड़ाने की धमकी दी गई। 2 अगस्त को नई दिल्ली को समरफील्ड स्कूल को बम से उड़ाने की धमकी दी गई। 15 मई को कानपुर में दस स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई। 13 मई को लखनऊ और जयपुर में प्राइवेट स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई। 6 मई को गुजरात में सात स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई। 1 मई को डीपीएस, द्वारका समेत तमाम स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई।
संजय सिंह ने कहा कि मेरा सवाल है कि केंद्र सरकार इस पूरे मसले पर खामोश क्यों हैं? आतंरिक सुरक्षा, दिल्ली से लेकर एयरपोर्ट्स तक की कानून व्यवस्था नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार के अधीन आती है। मेरा सवाल है कि अगर खुलेआम हवाई जहाजों को बम से उड़ाने की धमकी मिलेगी तो हवाई जहाजों में सफर कौन करेगा? अगर गलती से यह धमकियां सच में बदल गईं तो कितना भय लोगों के मन में पैदा होगा, इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है। 26/11 में जहाज का उड़ना और उसके बाद की घटनाओं को पूरी दुनिया ने देखा है। गृह मंत्री अमित शाह से मेरा सवाल है कि इस पूरे मसले पर अभी तक उनकी सरकार ने क्या काम किया है? सुरक्षा के लिए क्या-क्या कदम उठाए गए?
संजय सिंह ने कहा कि इन धमकियों को देने वाले लोग कौन हैं? उनका दुस्साहस कैसे इतना ज्यादा बढ़ गया है कि वो एयरलाइंस को उड़ाने की और यात्रियों को नुकसान पहुंचाने की धमकी दे रहे हैं? स्कूलों और मंदिरों को उड़ाने की धमकी दे रहे हैं? वो कौन से आतंकी हैं? वो कौन लोग हैं जो देश के अंदर किसी बड़ी घटना को अंजाम देना चाहते हैं? इसके बारे में अमित शाह को सामने आकर स्पष्टीकरण देना चाहिए। मैं फिर से आगाह कर रहा हूं कि संसद के अंदर भी सुरक्षा की भारी चूक हो चुकी है। यह बम से उड़ाने की जो धमकियां मिल रही हैं, अगर यह हवाई जहाजों, मंदिरों, स्कूलों में होती है तो उसके लिए सीधे तौर पर केंद्र सरकार जिम्मेदार और जवाबदेह होगी।