दिल्ली विधानसभा चुनाव की मतगणना से पहले ही भारतीय जनता पार्टी ने अपनी हार मान ली है। इसलिए अब भाजपा ने ‘‘आप’’ विधायकों की खरीद-फरोख्त करके दिल्ली में अपनी सरकार बनाने के लिए ऑपरेशन लोटस शुरू कर दिया है। भाजपा ने ‘‘आप’’ विधायकों को तोड़ने के लिए उनसे संपर्क करना शुरू कर दिया है। अभी तक भाजपा के लोगों ने ‘‘आप’’ के सात विधायकों/ प्रत्याशियों से संपर्क करके उनको 15-15 करोड़ रुपए लेकर भाजपा में शामिल होने का ऑफर दिया है। ‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता और सांसद संजय सिंह ने गुरुवार को यह बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि हमने अपने सभी प्रत्याशियों को सचेत कर दिया है और उनसे कहा है कि उन्हें भाजपा से जितनी भी कॉल आएं, उसकी रिकॉर्डिंग कर लें। अगर कोई उनसे मुलाकात करके पैसे का ऑफर देता है, तो हिडन कैमरे से उसकी वीडियो बना लें।
गुरुवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता कर सांसद संजय सिंह ने कहा कि लोकतंत्र को कुचलने, विधायकों की खरीद-फरोख्त करने और सरकारों को गिराने में सबसे माहिर भाजपा ने दिल्ली के चुनाव में अपनी हार मान ली है। गुरुवार को सुबह से हमारे कई विधायकों ने मुझे फोन करके सूचना दी कि उनके पास भाजपा की तरफ से 15-15 करोड़ रुपए लेकर पार्टी छोड़ने और भाजपा में शामिल होने का ऑफर आ चुका है। भाजपा के लोगों ने अब तक आम आदमी पार्टी से चुनाव लड़ रहे सात विधायकों/ प्रत्याशियों को यह ऑफर दिया है। भाजेपा के कुछ तत्वों ने इन विधायकों से संपर्क किया और कुछ से मुलाकात करके भी यह ऑफर दिया गया है। जिसमें हमारे विधायकों से कहा गया कि वे 15 करोड़ रुपए ले लें और आम आदमी पार्टी छोड़कर भाजपा के साथ तोड़-फोड़ करके सरकार बनाने के लिए राजी हो जाएं।
संजय सिंह ने आगे कहा कि इस पूरे मामले में हमने अपने मौजूदा विधायकों, जो चुनाव लड़ रहे हैं, उनसे कहा है कि उन्हें इस तरह की जितनी भी कॉल आएं, वे उसकी रिकॉर्डिंग करें और इसकी सूचना दें। दूसरा, अगर कोई उनसे मुलाकात करके इस तरह का ऑफर देता है, तो वे हिडन कैमरे से उसकी वीडियो बनाएं। बाद में इसकी सूचना मीडिया और बाकी जगहों पर दी जाएगी। हमने अपने विधायकों को सचेत कर दिया है। सभी लोगों से सजग रहने के लिए कहा है। इससे दो बातें बिल्कुल स्पष्ट हो गई हैं। पहला, 8 फरवरी को वोटों की गिनती से पहले भाजपा ने अपनी हार मान ली है। दूसरा, ऑपरेशन लोटस के तहत भाजपा पूरे देश में विधायकों की खरीद-फरोख्त और लोकतंत्र को कुचलने का जो तरीका अपनाती है, वही प्रयोग अब उसने दिल्ली में भी शुरू कर दिया है।
संजय सिंह ने कहा कि 2013 के विधानसभा चुनाव के बाद शेर सिंह डागर नाम के एक व्यक्ति ने पहले हमारे एक विधायक को खरीदने की कोशिश की थी। इसके बाद भी भाजपा द्वारा कई विधायकों को खरीदने की कोशिश की गई थी। बीच-बीच में भाजपा ने इस प्रकार के कई प्रयोग किए, जिसमें से दो-चार मामलों में वे सफल भी हुए। ये लोग विधायकों को तोड़ने के लिए पैसे और जांच एजेंसियों का इस्तेमाल करते हैं। इसमें से जिस चीज से भी बात बन जाए, वह तरीका इस्तेमाल करके विधायकों को तोड़ते हैं। पंजाब में भी इन्होंने हमारे एमपी तोड़ लिए। दिल्ली में हमारे दो मंत्रियों को तोड़ लिया। हमने बहुत कोशिश और संघर्ष के बाद दिल्ली को बचाया है, जबकि भाजपा ने हमेशा सरकार गिराने की कोशिश की।