भाजपा तमाम हथकंडे अपनाकर दिल्ली नगर निगम की सत्ता पर काबिज तो हो गई, लेकिन अब उसके मेयर और स्थायी समिति की अध्यक्ष के बीच झगड़े शुरू होने का खमियाजा दिल्ली की जनता को भुगतना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि आगामी 24 सितंबर को स्थायी समिति की बैठक होने वाली थी और उसके सर्कुलर, एजेंडा भी छप गए लेकिन स्थायी समिति की मीटिंग ही रद्द हो गयी। मेयर राज इकबाल सिंह और स्थायी समिति की अध्यक्ष सत्या शर्मा के बीच सामने आ रहे मतभेदों को लेकर भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए एमसीडी में आम आदमी पार्टी के नेता प्रतिपक्ष अंकुश नारंग ने ये बातें कहीं।
अंकुश नारंग ने कहा कि अभी तक हुई स्थायी समिति की बैठकों में दिल्ली की जनता के लिए कोई बड़ा फैसला नहीं हो पाया है। लैंडफिल साइट और राजस्व से जुड़े अहम फैसले महापौर राजा इक़बाल सिंह ने अधिकारियों से मिलीभगत कर समिति को दरकिनार करते हुए सीधे खुद ले लिए। जबकि नियम है कि सभी रेवेन्यू मैटर्स स्थायी समिति में ही आने चाहिए। महापौर लगातार समिति को बाईपास कर खुद फैसले करके प्रस्तावों को सीधे सदन में पेश कर रहे हैं। एमसीडी की स्थायी समिति को महापौर ने सभी रेवेन्यू मैटर्स से भी दरकिनार किया हुआ है। आम आदमी पार्टी की सरकार में समिति न बनने पर सवाल उठाने वाली भाजपा अब अपनी ही आपसी खींचतान में दिल्ली की जनता का काम रोक रही है।
अंकुश नारंग ने कहा कि जब से स्टैंडिंग कमेटी बनी है, तब से अब तक सिर्फ तीन बैठकें हुई हैं। तीन बैठकों में कोई अहम फैसले नहीं लिए गए। आज तक पुराने लंबित मामले ही चल रहे हैं, कोई नए मामले नहीं आए। एस्ट्रॉइड शेल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड के मुद्दे पर भाजपा ने एक निजी आवास समिति वाले बिल्डर का फायदा किया। इस मुद्दे को मेयर सीधे सदन में ले आए, जबकि उसके अंदर संपत्ति हटाने वाला मुद्दा था, जिसमें एमसीडी का खत्ता और डेम्स का कार्यालय हटाना था। लेकिन मेयर ने स्टैंडिंग कमेटी का इंतजार नहीं किया, सीधा सदन के अंदर ले आए।
अंकुश नारंग ने बताया कि भाजपा ने यूजर चार्ज का मुद्दा स्टैंडिंग कमेटी में लाने की बात कही। इसके खिलाफ आम आदमी पार्टी ने प्रदर्शन किया। आम आदमी पार्टी के दबाव से यूजर चार्ज का मुद्दा सीधा सदन में लाया गया और इन्होंने उसे सदन से पास करा लिया।
अंकुश नारंग ने बताया कि भाजपा ने भूमिगत मार्ग के मुद्दे को जानबूझकर पहले टाला, फिर बाद में पास किया। आरोप लग रहे है कि भाजपा के लोग सिर्फ अपने फायदे के लिए काम कर रहे हैं। समिति की बैठक में कोई नया मुद्दा नहीं आ रहा। रियायत का मुद्दा भी सीधे सदन में आया, जबकि उसे स्टैंडिंग कमेटी में आना चाहिए था, क्योंकि यह राजस्व का मामला था। लैंडफिल के मुद्दे को भी सीधे स्टैंडिंग कमेटी में आना चाहिए था, लेकिन स्टैंडिंग कमेटी में नहीं आया, वह भी सीधे सदन में जा रहा है।
अंकुश नारंग ने कहा कि महापौर ने स्टैंडिंग कमेटी की कोई भूमिका नहीं छोड़ी है। भाजपा पर लगातार आरोप लग रहे हैं कि उनके महापौर और स्टैंडिंग कमेटी की चेयरमैन सिर्फ अपनी जेब भरने के लिए काम कर रहे हैं। इससे दिल्ली की जनता का भारी नुकसान हो रहा है। भाजपा ने दिल्ली की जनता को किनारे कर दिया है, जबकि जनता ने अपेक्षाओं के साथ विधानसभा में भाजपा को 48 सीटें देकर दिल्ली सरकार सौंपी। एमसीडी और केंद्र में भी भाजपा ही है।
अंकुश नारंग ने कहा कि भाजपा की चार इंजन वाली सरकार से उम्मीद थी कि एमसीडी शानदार काम करेगी, लेकिन भाजपा ने दिल्ली को कूड़े का ढेर बना दिया। जगह-जगह कूड़ा ही मिलता है। मलेरिया, चिकनगुनिया, डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। भाजपा के पास कोई योजना नहीं है, एमसीडी पर वह बिल्कुल ध्यान नहीं देती। आरोप है कि भाजपा सिर्फ अपनी जेब भरने पर ध्यान देती है।