आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं सांसद संजय सिंह ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर रविवार को नजफगढ़, छतरपुर और मॉडल टाऊन विधानसभा में कार्यकर्ता सम्मेलन किया। उन्होंने कहा कि भाजपा वोटर लिस्ट से लोगों के नाम कटवाकर दिल्ली का चुनाव जितना चाहती है, लेकिन हम यहां इनका चुनावी घोटाला नहीं चलने देंगे। ये लोग सहारावत, मिश्रा, पांडे, दूबे को बांग्लादेश और रोहिंग्या बताकर हमारे पूर्वांचल भाइयों के वोटर लिस्ट से नाम कटवा रहे हैं। जबकि देश में 10 साल से मोदी जी की सरकार है। इसके बाद भी बांग्लादेशी और रोहिंग्या अवैध तरीके से दिल्ली में हैं तो अमित शाह को इस्तीफा दे देना चाहिए। भाजपा इस बार भी दिल्ली का चुनाव बहुत बुरी तरह हार रही है। दिल्ली की हर विधानसभा में सिर्फ झाडू चलेगी। इस दौरान इन विधानसभाओं के पार्टी के प्रत्याशी समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि मुझे याद है जब हमने पार्टी बनाई थी, लोग हमारा मजाक उड़ाते थे। कहते थे ये केजरीवाल क्या राजनीति करेगा? इसकी तो राजनीति खत्म हो जाएगी। इनकी जमानतें जब्त हो जाएंगी। भाजपा के एक नेता ने कहा था कि 2013 के चुनाव में अगर आम आदमी पार्टी की 6 सीटें भी आ गईं तो वह राजनीति से सन्यास ले लेंगे। लेकिन पहले ही चुनाव में आम आदमी पार्टी की 28 सीटें आईं और दिल्ली में आम आदमी पार्टी का परचम लहराया। अरविंद केजरीवाल ने 49 दिन की सरकार चलाने के बाद इस्तीफा दे दिया। फिर 2015 का चुनाव आया और हमारे कार्यकर्ता घर-घर गए और पाँच साल केजरीवाल को लाने का नारा दिया। और भारत के इतिहास में सबसे बड़ा जनादेश 2015 के चुनाव में आया और 70 में से आम आदमी पार्टी की 67 सीटें आईं। आज़ादी के बाद से लेकर आज तक कभी किसी पार्टी को इतना समर्थन नहीं मिला।संजय सिंह ने कहा कि उस वक्त 2014 में देश के प्रधानमंत्री पूरे देश का चुनाव जीतकर आए थे। झारखंड, हरियाणा और महाराष्ट्र जीतकर आए थे। अहंकार से लबरेज नरेंद्र मोदी ने रामलीला के मैदान में कहा था, ये केजरीवाल तो नक्सलवादी है, इसको जंगल में भेज देना चाहिए। ये बदनसीब है, मैं नसीबवाला हूँ, मुझको वोट दे दो, इसे जंगल में भेज दो। मैंने उसी दिन कहा था कि मोदी जी यह लोकतंत्र है, यहाँ जनता नसीब बनाती है और बिगाड़ती है। दिल्ली के लोगों ने 67 सीटें देकर केजरीवाल जी को विधानसभा में भेजा और तीन सीटें भाजपा को जंगल में भेजने का काम किया। दिल्ली की जनता ने इनके अहंकार को तोड़ा। लेकिन इसके बाद भी भाजपा के लोग सुधरे नहीं हैं।संजय सिंह ने कहा कि जब चुनाव आता है तो ये लोग हिंदू-मुसलमान के नाम पर वोट माँगते हैं। लेकिन 2020 में जब अरविंद केजरीवाल ने अपने चुनाव प्रचार की शुरुआत की तो कहा कि अगर पाँच साल मैंने काम किया हो तो मुझे वोट देना और अगर काम नहीं किया है तो वोट मत देना। हिंदुस्तान की राजनीति में कोई ऐसा नेता नहीं हुआ जो यह बात इतने साहस के साथ कह सके। ये काम अरविंद केजरीवाल ने किया। और 2020 में हमारी 62 सीटें आईं। तब भाजपा को लग गया कि यह पार्टी जाने वाली नहीं है। इसके कार्यकर्ता इतने मजबूत हैं कि हर बात पर एक साथ इकट्ठे हो जाते हैं। ये लोग संसद से लेकर सड़क तक एक साथ रहते हैं। इसलिए इन लोगों ने बोला कि इन्हें जेल भेजो। इन्होंने सबसे पहले सत्येंद्र जैन को जेल भेजा। फिर मनीष सिसोदिया को पकड़कर जेल में डाला। फिर मुझे पकड़कर जेल में डाला। फिर अरविंद केजरीवाल को पकड़कर जेल में डालने की बात की। हम लोग जेल में जरूर थे। लेकिन जब जेल के अंदर से टीवी पर देखते थे कि बाहर हमारा कार्यकर्ता लड़ रहा है, तो हमारा भी सीना चौड़ा हो जाता था। हमें भी लगता था कि मोदी जी और भाजपा से लड़ना है। हमें भी लगता था कि हमें झुकना नहीं है, बल्कि लड़ना है। एक मजबूत संकल्प के साथ हम लोग जेल से बाहर आए हैं और आपके साथ मिलकर एक बार फिर इन्हें दिल्ली में हराएंगे।संजय सिंह ने कहा कि देश की संसद में अभी सत्र चल रहा था। संसद में एक तरफ भाजपा के 120 लोग थे, जो चीख-चिल्ला रहे थे, तो वहीं एक तरफ मैं अकेला बोल रहा था। ये लोग कह रहे थे कि दिल्ली में बांग्लादेशी आ गए हैं। मैंने कहा कि दस साल से देश में नरेंद्र मोदी और अमित शाह की सरकार चल रही है, अगर दिल्ली में बांग्लादेशी, त्रिपुरा, असम, बंगाल, झारखंड, बिहार और यूपी पार करके दिल्ली आ गए तो इन्हें चुल्लू भर पानी लेकर नाक रगड़ लेनी चाहिए। ये लोग अपने आप को महामानव कहते हैं। कहते हैं हम इंसान नहीं अवतार हैं, भगवान हैं। नरेंद्र मोदी 10 साल से देश के प्रधानमंत्री हैं और आज कह रहे हैं कि दिल्ली में बांग्लादेशी आ गए हैं। तो क्या वो खुद 10 साल से क्या कर रहे थे? इन्होंने क्यों नहीं भगाया रोहिंग्या को? मैं कहता हूँ कि अगर एक भी बांग्लादेशी और रोहिंग्या अवैध तरीके से दिल्ली में हैं तो उसके लिए अमित शाह को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। उनको मंत्री के पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है।संजय सिंह ने आगे कहा कि ये लोग ड्रामा कर रहे हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा संसद के अंदर खड़े होकर कहते हैं कि हम तो रोहिंग्या का नाम कटवा रहे हैं। जितने रोहिंग्या और बांग्लादेशी मिलें, केवल उनका नाम मत कटवाओ, बल्कि उनको वापस उनके देश भेजो। अगर ये लोग यहाँ दिखे तो फिर भाजपा के नेताओं को इस्तीफा देना पड़ेगा। लेकिन भाजपा वाले बांग्लादेशी बोलकर हमारे पूर्वांचल भाईयों का नाम कटवा रहे हैं। मैंने नाम काटने वाली लिस्ट में राम सिंह, राम और छोटे लाल वर्मा का नाम पढ़ा। सरोज सहारावत जो एक जाट समाज में पैदा हुईं, उनका नाम भी लिस्ट में है। क्या ये भी बांग्लादेशी हैं? इन्हें जाट भी बांग्लादेशी दिख रहे हैं। मैंने एक टीवी चैनल पर भाजपा सांसद मनोज तिवारी से पूछा तो वो कह रहे हैं कि केवल रोहिंग्या और बांग्लादेशियों का नाम कटवा रहे हैं। लेकिन जब मैंने नाम पढ़ा तो मैदान छोड़कर भाग गए। ये लोग सहारावत, मिश्रा, पांडे, दूबे सबके नाम कटवा रहे हैं।संजय सिंह ने कहा कि मैं भाजपाइयों को साफ कहता हूँ कि तुम लोगों ने बक्करवाला, ईडब्ल्यूएस कॉलोनी में बांग्लादेशी और रोहिंग्या वालों को बसाया है। यह भाजपा के केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी का ट्वीट है। उनको भगाना है तो भगाओ, नाम कटवाना है तो कटवाओ। लेकिन एक भी यूपी, बिहार और पूर्वांचल के भाई-बहनों का नाम कटाने की कोशिश की तो हम तुम्हारी नाक में दम कर देंगे। भाजपा के लोग बहुत बड़े फ्रॉड लोग हैं।संजय सिंह ने कहा कि 6 महीने पहले महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव हुआ था और विधानसभा चुनाव में इन्होंने 46 लाख वोट कटवा दिए। अभी शाहदरा विधानसभा में एक भाजपा के कार्यकर्ता ने 11 हजार वोट कटवाने की एप्लिकेशन दी है। भाजपा वाले बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य, महिलाओं के लिए मुफ्त बस की यात्रा और बुजुर्गों के लिए मुफ्त तीर्थ यात्रा के नाम पर केजरीवाल से चुनाव नहीं जीत पाते। अब ये सोच रहे हैं कि वोटर लिस्ट से लोगों के नाम कटवाकर दिल्ली में चुनाव जीत जाएँगे। लेकिन दिल्ली में हम भाजपा का यह चुनावी घोटाला नहीं चलने देंगे।संजय सिंह ने कहा कि हमारा एक-एक कार्यकर्ता इनसे होशियार रहे। अगर किसी का भी नाम वोटर लिस्ट से कटा हो तो हमें तुरंत बताना, हम उस पर तुरंत कार्रवाई करेंगे। ये लोग यह चुनाव हार ही नहीं रहे हैं, बल्कि बहुत बुरी तरह से हार रहे हैं। जब वोट देने जाना तो अरविंद केजरीवाल के काम को याद करके जाना। जब अरविंद केजरीवाल पहली बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बने तब सरकारी स्कूल में बच्चे टाट-पट्टी पर बैठकर पढ़ते थे। दीवारों पर मकड़ी के जाले लगे रहते थे। बच्चों के लिए टॉयलेट नहीं होता था। आज उन्हीं सरकारी स्कूलों में अरविंद केजरीवाल ने आपके बच्चों की पढ़ाई के लिए एयर कंडीशन्ड कमरे बनवाए हैं। एथलीट और हॉकी के ग्राउंड बनवाए हैं।संजय सिंह ने कहा कि दिल्ली में हमने मोहल्ला क्लिनिक का मॉडल दिया, जहाँ 200 तरह की जांच फ्री में होती है। अल्ट्रासाउंड फ्री होता है, दवाएं मुफ्त मिलती हैं। केजरीवाल ने लोगों को बिजली और पानी दिया। बच्चों को अच्छी शिक्षा दी, लोगों को मुफ्त इलाज दिया। माताओं-बहनों के लिए बस की यात्रा फ्री की। बुजुर्गों को मुफ्त तीर्थ यात्रा कराई। अब सातवीं रेवड़ी आ रही है। अब हर महीने हर महिला के खाते में 2100 रुपए आएंगे। अगर एक परिवार में पाँच महिलाएँ हैं तो उस परिवार में हर महीने साढ़े दस हजार रुपए पहुँचेंगे। उसके रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो गए हैं। अरविंद केजरीवाल फिर मुख्यमंत्री बनेंगे और हर महिला के खाते में हर महीने 2100 रुपए पहुँचेंगे। हमारी आठवीं रेवड़ी भी आ गई है, दिल्ली में 60 साल से ऊपर के सभी बुजुर्गों का इलाज दिल्ली सरकार कराएगी। इसके लिए हम संजीवनी योजना लेकर आए हैं। हम मुद्दों पर चुनाव लड़ रहे हैं। दिल्ली की हर विधानसभा में इस बार झाडू चलेगी।