दिल्ली की जनता के सामने गरीब विरोधी भाजपा लगातार बेनकाब हो रही है। अब भाजपा सरकार हजारों असहाय महिलाओं की पेंशन काटने के लिए बहाने ढूंढ रही है। जबकि पहले ही 25 हजार असहाय महिलाओं की पेंशन काट चुकी है। अब 60 हजार और असहाय महिलाओं की पेंशन काटने के लिए कहानी बना रही है। ‘‘आप’’ विधायकों के कार्यालय में रोज असहाय महिलाएं आ रही हैं और कह रही हैं कि भाजपा ने उनकी पेंशन काट दी। पेंशन पा रही 60 हजार असहाय महिलाओं को भाजपा सरकार द्वारा अपात्र बताने के बाद आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता और दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने पलटवार करते हुए ये बातें कहीं।
आतिशी ने कहा कि भाजपा पहले ही 25,000 विधवाओं की पेंशन काट चुकी है। महिलाएं विधायकों के दफ्तर आ रही हैं और कहती हैं कि हमें सालों से पेंशन मिल रही थी, लेकिन भाजपा ने काट दी। अब भाजपा कहानी गढ़ रही हैं, ताकि 60 हजार गरीब महिलाओं की पेंशन और काट सके। जो दर-दर ठोकरें खाता है, जो असहाय, बेसहारा है, जिसके पास एक रुपया नहीं है, वही 1000-1500 रुपए की पेंशन लेने के लिए आता है? हमारे विधायक कार्यालयों में बुजुर्ग और विधवा महिलाएं कई किलोमीटर दूर से पैदल आती हैं, क्योंकि उनके पास गर्मी में रिक्शे का किराया नहीं है।
आतिशी ने कहा कि भाजपा बहाने ढूंढकर असहाय महिलाओं की पेंशन काटने की कोशिश रही है। भाजपा गरीब विरोधी है। गरीबों के घर उजाड़े जा रहे हैं, बस मार्शल जैसे गरीब परिवारों के बच्चों की नौकरियां छीनी जा रही हैं, मोहल्ला क्लीनिक में काम करने वालों की नौकरियां छीनी जा रही हैं, विधवाओं की पेंशन काटी जा रही है। भाजपा का गरीब विरोधी चेहरा सबके सामने है।