भाजपा दिल्ली में बस मार्शलों के नाम पर गंदी राजनीति कर रही है। भाजपा की गंदी राजनीति को एक्सपोज़ करते हुए रविवार को वरिष्ठ आप नेता और दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि, दिल्ली के गरीब घर के लड़के-लड़कियों को केजरीवाल जी ने बस मार्शल की नौकरी दी लेकिन भाजपा ने उनका रोजगार छीन लिया। उन्होंने कहा कि, भाजपा अपनी गंदी राजनीति करना बंद करें; दिल्लीवाले जानते है, बस मार्शलों के संघर्ष में कोई कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है तो वो आम आदमी पार्टी है।
सीएम आतिशी ने भाजपा को चैलेंज देते हुए कहा कि, एक हफ्ते में बस मार्शलों को पक्का करने का प्रस्ताव एलजी को भेजेंगे, भाजपा उसे पास करवाए। उन्होंने कहा कि, भाजपा का काम सिर्फ़ गंदी राजनीति करना है; आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल जी का काम बस मार्शलों को उनका हक़ दिलवाना है।
उन्होंने कहा कि, भाजपा ने अपने शासित राज्य उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश में संविदा कर्मचारियों को पक्का करने के नाम पर धोखा दिया। जबकि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली एमसीडी और पंजाब में हजारों संविदा कर्मियों को पक्का कर अपना वादा निभाया है।
सीएम आतिशी ने कहा कि, भाजपा बस मार्शलों के नाम पर गंदी राजनीति कर रही है। पूरी दिल्ली, सारे बस मार्शल और सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स भाजपा की इस गंदी राजनीति को पहचानते है। उन्होंने कहा कि, सब जानते है कि, अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी वो सरकार है जिसनें 2018 में दिल्ली की महिलाओं को बसों में सुरक्षा देने के लिए 10,000 से ज़्यादा बस मार्शलों को बसों में तैनात किया था।
उन्होंने कहा कि, ये ग़रीब घर के युवा थे जिन्हें सरकार ने रोज़गार दिया था। और बस मार्शलों के तौर पर इन्होंने महिलाओं, बच्चों को, बुजुर्गों को बसों में सुरक्षित रखा। महिलाओं के साथ छेड़छाड़ को रोका, बच्चों को किडनैप होने से बचाया। लेकिन भाजपा ने इन बस मार्शलों के साथ अप्रैल 2023 से ही अन्याय करना शुरू कर दिया।
सीएम आतिशी ने कहा कि, एक तरफ़ आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल जी है, जिन्होंने इन 10,000 बस मार्शलों को नौकरी दी और दूसरी तरफ़ भाजपा है जिसके अफ़सरों ने अप्रैल 2023 से बस मार्शलों की तनख्वाह रोक ली और बार बार फाइल पर लिख कर भेजा कि, इन बस मार्शलों को निकाल दो।
उन्होंने कहा कि, ये आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल जी के सरकार के मंत्री थे जिन्होंने, जब से भाजपा द्वारा जब से इन बस मार्शलों की तनख्वाह रोकी गई। तब बार-बार संघर्ष करके उन्हें उनकी तनख्वाह दिलवाई। भाजपा का षड्यंत्र इसपर भी खत्म नहीं हुआ तो एक और षड्यंत्र रचकर अक्टूबर 2023 में इन 10,000 बस मार्शलों को नौकरी से निकाल दिया।
सीएम आतिशी ने कहा कि, अरविंद केजरीवाल जी ने बार बार एलजी साहब को चिट्ठी लिखी कि बस मार्शलों को निकालने से न सिर्फ़ 10,000 लड़के-लड़कियां बेरोजगार हो जाएँगे साथ ही दिल्ली की महिलाएं, बुजुर्ग, बच्चे बसों में असुरक्षित हो जाएँगे। लेकिन फिर भी भाजपा के कान पर जूं नहीं रेंगी और अक्टूबर 2023 में भाजपा ने सभी बस मार्शलों को नौकरी से निकाल दिया।
लेकिन आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल जी ने प्रण लिया कि, वो बस मार्शलों के साथ संघर्ष करते रहेंगे। जब ये संघर्ष शुरू हुआ तो एक तरफ़ भाजपा और उनकी दिल्ली पुलिस थी, जिन्होंने बार-बार बस मार्शलों पर लाठियां बरसाई, उन्हें मारा-पीटा, गिरफ्तार किया। और दूसरी तरफ़ आम आदमी पार्टी थी, जिसके मंत्री, विधायक इन बस मार्शलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष करते रहे।
सीएम आतिशी ने कहा कि, “मैं भाजपा को ये बताना चाहती हूँ कि पूरी दिल्ली देख रही है कि भाजपा का काम सिर्फ़ गंदी राजनीति करना है और आम आदमी पार्टी, अरविंद केजरीवाल जी का काम बस मार्शलों को उनका हक़ दिलवाना है।”
उन्होंने कहा कि, “देशभर में भाजपा शासित सरकारों में कहीं भी संविदा कर्मचारियों के हालात सही नहीं है। भाजपा शासित छत्तीसगढ़ में 45 हज़ार, राजस्थान में 1.10 लाख, मध्यप्रदेश में 1.84 लाख, उत्तर प्रदेश में 2 लाख से ज़्यादा संविदा कर्मचारी है। इन सब राज्यों में भाजपा ने जब चुनाव लड़ा तो वादा किया कि इन्हें पक्का करेंगे। लेकिन भाजपा ने कहीं भी अपना वादा पूरा नहीं किया।”
सीएम आतिशी ने कहा कि, “अगर पूरे देश में कोई एक पार्टी है जिसनें कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने का काम किया है तो वो आम आदमी पार्टी है। चाहे एमसीडी हो जहाँ सरकार बनने के बाद पिछले 2 साल में अरविंद केजरीवाल जी के मार्गदर्शन में 10,000 से ज़्यादा सफ़ाई कर्मचारियों को पक्का किया गया या फिर आम आदमी पार्टी की पंजाब सरकार हो जहाँ 12,000 से ज़्यादा कच्चे शिक्षकों को पक्का किया गया और अपने वादे को पूरा किया।”
उन्होंने कहा कि, भाजपा अपना गंदी राजनीति करना बंद करें। दिल्लीवालों को पता है कि यदि कच्चे कर्मचारियों के संघर्ष में कोई कंधे से कंधा मिलकर खड़ी रहती है तो वो आम आदमी पार्टी है।
सीएम आतिशी ने कहा कि, “मैं भाजपा को चैलेंज देती हूँ कि, आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार एक सप्ताह के भीतर इन 10,000 मार्शलों को पक्का करने का प्रस्ताव एलजी साहब को पहुँचा देगी। भाजपा को चैलेंज है कि, उसके एक सप्ताह के भीतर उस प्रस्ताव को एलजी साहब से पास करवाकर बस मार्शलों को पक्का करवा दे।”
उन्होंने कहा कि, “मैं दावे के साथ कह सकती हूँ कि, जो गंदी राजनीति भाजपा ने उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान में की वही गंदी राजनीति दिल्ली में भी बस मार्शलों के साथ करेगी। क्योंकि जब आम आदमी पार्टी की सरकार ने कैबिनेट नोट भेजा तो भाजपा ने अपने एलजी से उसपर साइन नहीं करवाये। और जब एक सप्ताह बाद दिल्ली सरकार एलजी साहब के पास ये प्रस्ताव भेजेगी तो भाजपा इसपर भी साइन नहीं होने देगी। क्योंकि भाजपा बस मार्शलों के साथ सिर्फ़ गंदी राजनीति कर रही है। “