आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने लुधियाना पश्चिम उपचुनाव में मिली शानदार जीत के लिए सोमवार को स्थानीय लोगों और कार्यकर्ताओं से मिलकर उनका धन्यवाद किया। लुधियाना में आयोजित धन्यवाद सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि लुधियाना पश्चिम उपचुनाव में ‘‘आप’’ की जीत इस बात का सबूत है कि पंजाब की जनता को हमारी काम की राजनीति ही पसंद है। जनता ने हमारी सरकार के काम पर फिर से अपनी पक्की मुहर लगाई है। उन्होंने कहा कि विसावदर-लुधियाना पश्चिम उपचुनाव सेमीफाइन की तरह है, जो इस बात का संकेत है कि 2027 में गुजरात और पंजाब में ‘‘आप’’ की सरकार बनेगी। इस दौरान पंजाब के सीएम भगवंत मान, पंजाब प्रभारी मनीष सिसोदिया, प्रदेश अध्यक्ष अमन अरोड़ा, कार्यकारी अध्यक्ष अमनशैर सिंह समेत पार्टी के अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
बीजेपी जितनी जुल्म करेगी, जनता उतनी ही ‘‘आप’’ के साथ जुड़ेगी- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने लुधियाना पश्चिम और विसावदर उपचुनाव में शानदार जीत के लिए सभी कार्यकर्ताओं को बधाई देते हुए कहा कि गुजरात में बीजेपी की सरकार है, उसकी 30 साल से सरकार है। गुजरात बीजेपी का गढ़ है और उसे हिला पाना लगभग नामुमकिन है। इसके बावजूद विसावदर उपचुनाव में ‘‘आप’’ 17 हजार से अधिक मतों के अंतर से जीत दर्ज किया। इस हार के बाद बीजेपी इतनी बौखला गई है कि दो दिन पहले हमारे एक विधायक चैतर बसावा को गिरफ्तार कर लिया। बीजेपी जितनी जुल्म करेगी, जनता उतनी ही आम आदमी पार्टी के साथ जुड़ेगी। लुधियाना पश्चिम और विसावदर का चुनाव पंजाब और गुजरात के आम चुनाव का सेमी फाइनल है। पंजाब में फरवरी 2027 और गुजरात में दिसंबर 2027 में चुनाव है। लुधियाना और विसावदर चुनाव परिणाम का संकेत है कि 2027 में पंजाब और गुजरात में भारी बहुमत से आम आदमी पार्टी जीतने जा रही है।
लुधियाना में ‘‘आप’’ ने पंजाब की तरक्की के लिए वोट मांगा, लेकिन बीजेपी-कांग्रेस ने मुझे राज्यसभा जाने से रोकने के लिए वोट मांगा- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पिछले तीन साल में भगवंत मान के नेतृत्व में ‘‘आप’’ की सरकार ने जबरदस्त काम किया है। लुधियाना पश्चिम की जीत ‘‘आप’’ सरकार के काम पर ठप्पा है। जनता ने ‘‘आप’’ सरकार के अच्छे काम पर अपनी मोहर लगा दी है। कांग्रेस, अकाली दल और बीजेपी के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है। लुधियाना पश्चिम के चुनाव में ‘‘आप’’ बिजली, पानी, शिक्षा, नशा खत्म करने, अच्छी सड़कें बनाने के नाम जनता से वोट मांग रही थी। हम पंजाब की तरक्की के लिए वोट मांग रहे थे और कांग्रेस-बीजेपी वाले केजरीवाल को राज्यसभा जाने से रोकने के नाम पर वोट मांग रहे थे। कांग्रेस-बीजेपी वाले कह रहे थे कि संजीव अरोड़ा जीत गए तो केजरीवाल राज्यसभा चला जाएगा।
जनता को मूलभूत सुविधाओं से मतलब है, जिसकी बात कांग्रेस-बीजेपी कभी नहीं करती- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एक दिन भगवंत मान ने मुझसे पूछा कि क्या आपको राज्यसभा जाना है। मैने इन्कार कर दिया, तो भगवंत मान ने कहा कि यह बात मैं सबके सामने स्पष्ट कर दूं, लेकिन मैने इनको इसी मुद्दे पर चुनाव लड़ने दो। चुनाव के बाद स्पष्ट कर देंगे। चुनाव बाद मैंने दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस कर एलान किया कि मुझे राज्यसभा नहीं जाना है। मैंने चुनाव में कांग्रेस-बीजेपी को इसी मुद्दे पर उलझा कर रखा। जनता को इस बात से कोई मतलब नहीं है कि केजरीवाल को राज्यसभा जाना है या नहीं जाना है। जनता के पास सौ समस्याएं हैं। उनके घर का खर्च नहीं चल पा रहा है। ‘‘आप’’ को छोड़कर कोई भी पार्टी बिजली, सड़क, पानी की बात नहीं करती है।
कांग्रेस-बीजेपी का एक ही दुश्मन आम आदमी पार्टी है- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी-कांग्रेस में जबरदस्त सेटिंग है। सुबह कांग्रेस तो दोपहर बाद बीजेपी वाले प्रेसवार्ता करके कहते थे कि केजरीवाल को राज्यसभा जाने से रोकना है। कांग्रेस-बीजेपी का एक ही दुश्मन आम आदमी पार्टी है। क्योंक ‘‘आप’’ ने इन दोनों की राजनीति खत्म कर दी है। मैंने गुजरात के लोगों से बीजेपी-कांग्रेस के रिश्ते के बारे में पूछा तो कुछ लोगों ने बताया कि भाई-बहन हैं तो कुछ ने बताया कि पति-पत्नी है। मेरा मानना है कि कांग्रेस-बीजेपी न भाई-बहन हैं, न पति-पत्नी हैं, बल्कि ये प्रेमी-प्रेमिका हैं, जो रात के अंधेरे में छिप-छिप कर मिलते हैं। सारे गलत काम करते हैं। ये मिलकर चुनाव लड़ते हैं, लेकिन ये शादी नहीं कर सकते, क्योंकि समाज को इनकी शादी पसंद नहीं है। अब सब जनता के सामने आ गया है। दिल्ली में भी ये दोनों मिलकर चुनाव लड़े थे।
कांग्रेस, बीजेपी और अकाली दल ने पंजाब में नशा फैलाया, अब ‘‘आप’’ सरकार उसके खिलाफ कड़ा एक्शन ले रही- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अच्छी राजनीति यह कहती है कि अगर कोई अच्छा काम करे तो उसकी तारीफ करो, उस पर गंदी राजनीति मत करो। हम लोगों ने नशे के खिलाफ इतना बड़ा युद्ध छेड़ा है। पंजाब में कांग्रेस-बीजेपी वाले ही नशा लेकर आए थे। ‘‘आप’’ से पहले जो सरकारें थी, वही नशा लेकर आईं। उनके मंत्री अपनी गाड़ियों में नशा लेकर बेचते थे। आज ‘‘आप’’ की सरकार ने नशे के खिलाफ जबरदस्त युद्ध छेड़े