आम आदमी पार्टी के नेताओं ने सीपीआई(एम) के महासचिव सीताराम येचुरी के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि दी है। ‘‘आप’’ के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह और दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री आतिशी ने सीपीआई (एम) के महासचिव सीताराम येचुरी के असामयिक निधन के बाद एके गोपालन भवन स्थित सीपीआई (एम) कार्यालय जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी और परिवार से मिलकर उनका दुख साझा किया। वहीं, दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, पंजाब के सीएम भगवंत मान, राष्ट्रीय महासचिव संगठन एवं सांसद डॉ. संदीप पाठक और सांसद राघव चड्ढा समेत आम आदमी पार्टी के कई अन्य नेताओं ने सोशल मीडिया पर सीताराम येचुरी के असामयिक निधन पर शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि दी। ‘‘आप’’ का कहना है कि वह मजदूरों, किसानों और नौजवानों की आवाज में हमेशा जिंदा रहेंगे।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि सीताराम येचुरी जी के निधन की खबर सुनकर मैं बहुत दुखी हूं। वे एक महान नेता, एक सच्चे समाजवादी और एक असाधारण मानवतावादी थे। उनका जाना हमारे देश की राजनीति के लिए एक बड़ी क्षति है। मेरी श्रद्धांजलि और संवेदना उनके परिवार और पार्टी के साथ हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि सीताराम येचुरी जी के निधन की दुखद खबर मिली। उनका जाना देश की राजनीति के लिए बड़ी क्षति है। उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। परिवार और साथियों के साथ मेरी गहरी संवेदनाएं हैं।
सांसद संजय सिंह ने कहा कि भारतीय राजनीति के पुरोधा, सीपीआईएम के महासचिव सीताराम येचुरी का हम सभी को अलविदा कहकर जाना निश्चित रूप से अविश्वसनीय घटना है, जिस पर यकीन नहीं हो रहा है। मेरे लिए वह एक बड़े भाई के समान थे और इंडिया गठबंधन में एक मजबूत आवाज थे। सीताराम येचुरी नफरत के खिलाफ, किसानों और मजदूरों के हक की आवाज बुलंद करते थे। उनका इस तरह से असमय निधन देश और देश की राजनीति के लिए अपूर्णीय क्षति है। मैं आम आदमी पार्टी परिवार की ओर से सिर झुका कर उन्हें नमन करता हूं।
संजय सिंह ने कहा कि मेरी प्रकाश करात और वृंदा करात से मुलाकात भी हुई है। उनका पार्थिव शरीर 14 सितंबर तक सीपीआई(एम) कार्यालय पर रखा जाएगा जहां हमारे नेता उनके दर्शन के लिए आएंगे। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि उनकी पुण्य आत्मा को शांति प्रदान करें और उनके परिवार और एक-एक कार्यकर्ता को यह अपार कष्ट सहने की शक्ति दें। सीपीआईएम नेता सीताराम येचुरी मजदूरों, किसानों, नौजवानों की आवाज में और सांप्रदायिकता के खिलाफ उठने वाली हर आवाज में जिंदा हमेशा रहेंगे।
इस दौरान ‘‘आप’’ की वरिष्ठ नेता एवं कैबिनेट मंत्री आतिशी ने कहा कि सीताराम येचुरी का असमय निधन न केवल सीपीआईएम के लिए, बल्कि इस देश की राजनीति के लिए भी एक अत्यंत दुखद घटना है। उन्होंने अपने पूरे राजनीतिक जीवन में लगातार अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई। उन्होंने नफरत की राजनीति के खिलाफ और गरीबों के हक के लिए हमेशा संघर्ष किया और इस लड़ाई में सभी पार्टियों को साथ लेकर चले। उन्होंने विभिन्न दलों के नेताओं को साथ जोड़ने का काम किया। उनका निधन उनके परिवार और पार्टी के लिए मुश्किल घड़ी तो है ही, साथ ही देश की राजनीति के लिए भी एक अत्यंत दुखद क्षण है। मैं उम्मीद करती हूं कि इस दुख की घड़ी में सीपीआई(एम) और उनके परिवार को हिम्मत मिले। सीताराम येचुरी का शरीर हमारे बीच नहीं है, लेकिन वह अपने विचारों और संघर्ष के लिए हमेशा अमर रहेंगे।
‘‘आप’’ के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) एवं सांसद डॉ. संदीप पाठक ने एक्स पर कहा कि सीताराम येचुरी जी का निधन देश की राजनीति के लिए अपूर्णीय क्षति है। उन्हें अश्रुपूरित श्रद्धांजलि। शोक संतप्त परिवार और स्वजनों के साथ मेरी और आम आदमी पार्टी परिवार की गहरी संवेदनाएं हैं।
‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा ने कहा कि सीपीआई(एम) के वरिष्ठ नेता और प्रतिष्ठित सांसद सीताराम येचुरी जी के निधन की खबर से मुझे अत्यंत दुख हुआ। सभी दल उनकी बुद्धिमता, अपनी पार्टी की नीतियों को बेहतरीन ढंग से प्रस्तुत करने की कला, और जनता के मुद्दों के प्रति गहरी प्रतिबद्धता के लिए उनकी प्रशंसा करते थे। वह एक अच्छे वक्ता होने के साथ-साथ सच्चे सहयोगी भी थे। उनकी बातों में धार थी, परंतु वे हमेशा सभी के साथ मित्रवत संबंध बनाए रखते थे। वह एक सच्चे कॉमरेड थे। कामगार वर्ग के प्रति उनका अटूट समर्पण और भारतीय राजनीति में उनका योगदान सदैव याद किया जाएगा। मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूं कि पिछले एक दशक में मुझे उनके साथ काम करने का अवसर मिला। यह मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। मेरी गहरी संवेदनाएं उनके परिवार और साथियों के साथ हैं।