दिल्ली नगर निगम के 12 वार्डों में हो रहे उपचुनाव में शुक्रवार को कांग्रेस को जोर का झटका लगा है। पूर्व मंत्री और मटिया महल विधानसभा से विधायक रहे आसिम अहमद खान ने कांग्रेस को छोड़कर आम आदमी पार्टी को ज्वाइन कर लिया है। पार्टी मुख्यालय पर दिल्ली प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज ने आसिम अहमद खान को पटका और टोपी पहना कर “आप” परिवार में शामिल किया। आसिम अहमद खान के शामिल होने से मटियामहल विधानसभा में “आप” न सिर्फ मजबूत हुई है, बल्कि चांदनी महल वार्ड उपचुनाव में “आप” उम्मीदवार की जीत भी पक्की हो गई है। इस अवसर पर पूर्व मंत्री व विधायक इमरान हुसैन, विधायक संजीव झा समेत अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
इस दौरान सौरभ भारद्वाज ने कहा कि चाँदनी महल वार्ड में पिछले 30 साल से एक ही परिवार से जुड़े लोग एमसीडी में क़ाबिज़ रहे हैं । फिर फिर भी इस वार्ड के हालात इतने ख़राब हैं कि जगह-जगह कूड़ा मलबा पड़ा हुआ है। धूल और मिट्टी से लोग परेशान हैं। कब तक एक परिवार के भाई, भतीजे, साले, मामू और रिश्तेदार हुकूमत चलाएंगे? इस परिवारवाद और घमंड के ख़िलाफ़ सभी एक हो रहे हैं और जनता ने ठाना है कि इस बार “रिश्तेदार नहीं ख़िदमतगार” चाहिए। इसी बड़े मकसद के लिए कांग्रेस छोड़कर पूर्व मंत्री और मटिया महल से पूर्व विधायक आसिम अहमद ख़ान ने आम आदमी पार्टी ज्वाइन की है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यह बात गौर करने वाली है कि वर्ष 2015 में अरविंद केजरीवाल सरकार में आसिम अहमद खान खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री थे। उस समय किसी शिकायत के आधार पर दिल्ली के तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने न केवल उन्हें मंत्रिमंडल से तुरंत हटा दिया था, बल्कि उनके खिलाफ सीबीआई जांच की स्वयं सिफारिश भी की थी। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार के अधीन कार्य करने वाली सीबीआई ने इस मामले की गहन जांच की और मुकदमे के दौरान आसिम अहमद खान पूरी तरह बाइज्जत बरी हो गए। इसके बाद वे कांग्रेस पार्टी में चले गए थे और 2025 के विधानसभा चुनाव में मटिया महल सीट से चुनाव भी लड़े थे।
सौरभ भारद्वाज ने आगे कहा कि आसिम अहमद खान के ट्रैक रिकॉर्ड, सीबीआई जांच में क्लीन चिट और अदालत द्वारा सम्मानजनक तरीके से बरी किए जाने को ध्यान में रखते हुए आम आदमी पार्टी ने एक बार फिर उनको अपने परिवार में शामिल करने का निर्णय लिया है।