दिल्ली नगर निगम में आम आदमी पार्टी विपक्ष के रूप में सकारात्मक भूमिका निभाएगी और दिल्ली की जनता का हित सर्वोपरि रखते हुए एमसीडी का सदन चलने में कोई व्यवधान नहीं डालेगी। बुधवार को आयोजित एमसीडी सदन में नेता प्रतिपक्ष अंकुश नारंग ने यह भरोसा महापौर इकबाल राजा सिंह को दिया। बतौर नेता प्रतिपक्ष अंकुश नारंग ने पहली बार सदन को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले ढाई सालों तक भाजपा ने सिर्फ नाकारात्मक राजनीति की और एमसीडी का एक भी सदन नहीं चलने दिया। इसके चलते काफी काम प्रभावित हुए। आम आदमी पार्टी के लिए जनता के हित महत्व रखते हैं और हम सदन को चलाने में पूरा सहयोग करेंगे।
अंकुश नारंग ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने दिल्लीवालों पर जबरन थोपे गए यूजर चार्ज को खत्म करने को लेकर संघर्षरत थी। हमारा यह संघर्ष सफल रहा और भाजपा को मजबूरन होकर यूजर चार्ज वापस लेना पड़ा है। आम आदमी पार्टी की सरकार ने 100 वर्ग गज की प्रॉपर्टी पर हाउस टैक्स पूरा माफ और 500 वर्ग गज की प्रॉपर्टी का हाउस टैक्स 50 फीसद माफ करने का प्रस्ताव पास किया था। इस स्कीम को अभी तक लागू नहीं किया गया है। उन्होंने भाजपा के मेयर से अपील की कि इस स्कीम को लागू किया जाए, ताकि दिल्ली की जनता को और राहत मिल सके।
नेता प्रतिपक्ष अंकुश नारंग ने नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी देने के लिए ‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल, दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज,एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक और सभी निगम पार्षद साथीयों का धन्यवाद करते हुए कहा कि मैं पूरी निष्पक्षता और सकारात्मक तरीके से काम करूंगा। जैसा कि सबको पता है पिछले ढाई वर्षों में भाजपा ने सदन में नकारात्मक राजनीति की और एक भी सदन नहीं चलने दिया।
अंकुश नारंग न कहा कि यह विपक्ष पर भी निर्भर करता है कि सदन कैसे चलना चाहिए। विपक्ष की जिम्मेदारी बनती है कि सकारात्मक तरीके से सदन चले। हम सकारात्मक तरीके से हाउस चलाएंगे और दिल्ली की जनता की आवाज भी उठाएंगे। क्योंकि हमें दिल्ली की जनता ने भेजा है। ढाई साल बाद हमें फिर जनता के बीच जाना है। लेकिन भाजपा ने पिछले ढाई वर्षों में जो तख्तियां उठाईं थी, उनमें से कोई भी दिल्ली की जनता से संबंधित नहीं थीं। भाजपा सिर्फ अपनी राजनीति सिद्ध कर रही थी और कुछ नहीं।
अंकुश नारंग ने कहा कि यूजर चार्ज के प्रस्ताव को लेकर मैंने मेयर 6 मई को एक चिट्ठी लिखी थी। इसमें मैंने यूजर चार्जेस को खत्म करने की मांग की थी। इसके बाद मैंने एक प्रस्ताव भी भेजा कि महापौर उस प्रस्ताव को सदन के एजेंडे में शामिल करें और यूजर चार्जेस खारिज करें। लेकिन आज यूजर चार्ज खत्म करने के लिए मेयर प्राइवेट मेंबर बिल लाए हैं। इससे हमें कोई दिक्कत नहीं है। प्राइवेट मेंबर बिल के जरिए ही यूजर चार्ज खत्म कीजिए। हम चाहते हैं कि किसी भी तरह से दिल्ली की जनता को राहत मिलनी चाहिए। क्रेडिट सत्ता पक्ष के लोग ले लें। यूजर चार्ज को लेकर संघर्ष हमारा है और रहेगा। जब-जब दिल्ली की जनता के साथ अन्याय और अत्याचार होगा, आम आदमी पार्टी खड़ी होगी।
अंकुश नारंग ने कहा कि हमने सदन से हाउस टैक्स पर प्रस्ताव पास किया था कि 100 गज तक के मकानों पर हाउस टैक्स माफ होगा और 500 गज तक 50 फीसद होगा। भाजपा को तुरंत अधिकारियों को निर्देश देकर उसे लागू करवाना चाहिए, लेकिन एमसीडी एक अलग स्कीम लाई। एमसीडी को हाउस टैक्स माफ करने की स्कीम भी पास करनी चाहिए। हमारी मेयर से गुजारिश है कि ‘‘आप’’ सरकार के दौरान सदन में पास हाउस टैक्स में छूट की स्कीम को लागू किया जाए। दिल्ली की जनता को हाउस टैक्स में राहत मिलनी चाहिए। 100 गज तक हाउस टैक्स बिल्कुल माफ होना चाहिए और 500 गज तक आधा होना चाहिए।
अंकुश नारंग ने कहा कि मैं सत्ता पक्ष को आश्वस्त करता हूं कि विपक्ष में हम सकारात्मक भूमिका निभाएंगे और दिल्ली की जनता को सबसे पहले रखेंगे, क्योंकि उन्होंने हमें चुना है। हम कर्मचारियों को भी सबसे आगे रखेंगे, क्योंकि उनकी वजह से एमसीडी चलती है। लेकिन मेयर से मेरी गुजारिश है कि वह निष्पक्ष तरीके से काम करें। वह अब सिर्फ 117 काउंसलरों के मेयर नहीं हैं, बल्कि 250 काउंसलरों के मेयर हैं। इसलिए अनुरोध है कि हमें भी उतनी ही महत्व दें, जितना सत्ता पक्ष को देते हैं।
सदन ने पार्षद पिता के निधन पर जताया शोक
अंकुश नारंग ने कहा कि वार्ड नंबर 77 दिल्ली गेट की पार्षद किरण बाला, डिप्टी चेयरमैन, सिटी एसपी जोन के पिता सुंदरलाल का निधन 18 मई 2025 को हो गया। स्वर्गीय सुंदरलाल कई बड़े संगठनों से जुड़े हुए थे और उन्होंने अपना जीवन समाज सेवा के लिए अर्पित किया था। निगम सदन की यह सभा दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करती है। इस दुख की घड़ी में परम पिता परमात्मा उनके परिवार को दुख सहने की शक्ति प्रदान करें और दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें। यह प्रार्थना सुंदरलाल जी के प्रति सम्मान और उनके योगदान को याद करने का एक प्रयास है।