आम आदमी पार्टी की सरकार पंजाब के सभी शहरों को साफ-सुथरा और आधुनिक बनाने की दिशा में बड़ा कदम बढ़ाया है। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए ‘‘आप’’ सरकार ने मोहाली में स्थित 10 एमजीडी एसटीपी को अपग्रेड कर 15 एमसीडी कर दिया। सोमवार को ‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान ने इसे पंजाब की जनता को समर्पित किया। इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अब मोहाली सीवेज से पूरी तरह कनेक्ट हो गया है। हमारा प्रयास पंजाब के हर शहर को एसटीपी से कनेक्ट करना और आधुनिक शहर बनाना है। उन्होंने कहा कि दिसंबर से पंजाब के 166 छोटे-बड़े शहरों में पानी, सीवेज, सफाई, सड़क, स्ट्रीट लाइटों और एसटीपी पर मिशन मोड में काम होगा और आने वाले दिनों में इन शहरों में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह बहुत गर्व की बात है कि आज मोहाली के सेक्टर-83 में 15 एम.जी.डी. क्षमता वाले सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का उद्घाटन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली ‘‘आप’’ सरकार ने इस प्रोजेक्ट को कुल 145.26 करोड़ रुपए की लागत से अपग्रेड किया है। इस प्लांट की पहले क्षमता 10 एम.जी.डी. थी, जिसे अब 15 एम.जी.डी. तक अपग्रेड कर दिया गया है।
अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की कि आने वाले कुछ महीनों में मिशन के आधार पर प्रदेश को नया रूप दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि शहरों के विकास को गति देने के लिए रूपरेखा तैयार की गई है। आगामी दिसंबर से इसकी शुरुआत करके राज्य सरकार पंजाब के 166 शहरों में पानी की आपूर्ति, सीवेज सुविधा, सफाई, सड़कों, स्ट्रीट लाइटों और एस.टी.पी. की व्यवस्था को सुनिश्चित करेगी।

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस प्लांट को एडवांस्ड न्यूट्रिएंट रिमूवल तकनीक का उपयोग करके अपग्रेड किया गया है। 15 एम.जी.डी. सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के अलावा, 5 एम.जी.डी. क्षमता वाला अल्ट्रा फिल्टरेशन टर्शियरी ट्रीटमेंट प्लांट भी स्थापित किया गया है। यह पंजाब का पहला अल्ट्रा फिल्टरेशन प्लांट है और इस प्लांट से शुद्ध किए गए पानी का उपयोग सिंचाई, सड़कों की सफाई, टॉयलेट फ्लशिंग और अन्य उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि शुद्ध किए गए पानी का उपयोग ताजे पानी पर निर्भरता को कम करेगा, जिससे भूजल को बचाने में मदद मिलेगी।
इस दौरान सीएम भगवंत मान ने कहा कि इस प्लांट को स्थापित करने में उपयोग की गई आधुनिक तकनीक को जल्द ही प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी लागू किया जाएगा। इसका उद्देश्य प्रदेश के बहुमूल्य जल को बचाना है, ताकि प्लांट से शुद्ध किए गए पानी को अन्य कार्यों के लिए उपयोग किया जा सके। सिंगापुर का उदाहरण देते हुए भगवंत सिंह मान ने कहा कि वहां वर्षा जल को पीने योग्य बनाने के लिए माइक्रो फिल्टर तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। राज्य सरकार अगली पीढ़ियों के लिए पंजाब के जल को बचाने के लिए ऐसे प्रयास कर रही है। जल, हवा और जमीन के लिए वोट न होने के कारण पारंपरिक पार्टियों ने इसकी अनदेखी की और प्रदेश के इन गंभीर मुद्दों पर कोई ध्यान नहीं दिया। इस कारण प्रदूषण बढ़ा और प्राकृतिक संसाधन दूषित हो गए, जिससे समाज को अपूरणीय क्षति हुई।

भगवंत मान ने कहा कि प्रदेश में ‘‘आप’’ सरकार बनने के बाद पर्यावरण को बचाने, नहरी प्रणाली को पुनर्जीवित करने और समाज की भलाई के लिए अन्य अनुकरणीय कदम उठाए गए हैं। अगली पीढ़ियों के लिए जल को बचाने के लिए सर्वश्रेष्ठ तकनीक के साथ समाधान सुनिश्चित करने के लिए इसी तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। ‘इलाज से बेहतर है परहेज’ के कथन की तरह बहुमूल्य प्राकृतिक संसाधनों को बचाने के लिए ऐसे कदम उठाए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महान गुरु साहिब जी ने हवा को गुरु, पानी को पिता और धरती को माता का दर्जा दिया है। अब समय आ गया है जब हमें प्रदेश के पर्यावरण को बचाने का संकल्प लेकर गुरबाणी की शिक्षाओं को अपने जीवन में अपनाना चाहिए और प्रदेश की पुरातन शान को बहाल करना चाहिए। राज्य सरकार इस नेक कार्य के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगी। प्रदेश के लोगों को अधिक से अधिक पेड़ लगाकर राज्य सरकार का समर्थन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पंजाब को अरविंद केजरीवाल की विशेषज्ञता का बहुत लाभ हो रहा है, जिन्होंने दिल्ली में कई महत्वपूर्ण पहल की हैं। भगवंत सिंह मान ने इस प्रोजेक्ट को सुचारू रूप से चलाने के लिए अधिकारियों को बधाई भी दी, जो प्रगतिशील पंजाब की रचना के लिए मील का पत्थर साबित होगा।