आम आदमी पार्टी ने व्यापारियों का रोजगार छीनने पर उतारू भाजपा सरकार को आड़े हाथ लिया है। तिलक नगर से ‘‘आप’’ विधायक जरनैल सिंह का कहना है कि भाजपा सरकार ने पहले झुग्गीवालों से उनका घर छीन लिया और अब व्यापारियों से उनका व्यापार छीनने की कोशिश कर रही है। मंगलवार को राजस्व विभाग के अफसर बिना नोटिस दिए तिलक नगर में दुकान सील करने पहुंच गए, जब व्यापारियों ने विरोध किया तो सीलिंग नहीं की, लेकिन इससे सभी व्यापारी डरे हुए हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली के व्यापारी सचते हो जाएं, क्योंकि बिना नोटिस दिए भी भाजपा सरकार आपकी दुकान सील कर सकती है। सीएम रेखा गुप्ता को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या यह भाजपा सरकार का स्टैंड है कि व्यापारियों का खुलेआम शोषण होगा?
बुधवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता कर विधायक जरनैल सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार दिल्ली के अलग-अलग वर्गों के लिए विनाशकारी साबित हो रही है। झुग्गी-झोपड़ी वालों को बर्बाद करने के बाद अब भाजपा सरकार का शिकंजा व्यापारी वर्ग के गले तक पहुंच गया है। मंगलवार शाम चार बजे तिलक नगर के मुख्य बाजार में एक घटना हुई। मुझे कॉल आई कि कुछ लोग उनकी दुकान सील करने आए हैं। मौके पर पहुंचने पर पता चला कि दिल्ली सरकार के राजस्व विभाग और पटेल नगर के एसडीएम की टीम वहां मौजूद थी। उनके साथ कुछ पुलिसवाले भी थे।
जरनैल सिंह ने कहा कि जब मैंने पूछा कि क्या कार्रवाई हो रही है, तो जवाब मिला कि दुकान सील करने आए हैं। मैंने सवाल किया कि क्या इसके पहले कोई शो-कॉज नोटिस दिया गया था? जवाब था कि कोई नोटिस नहीं दिया गया। सीधे सीलिंग ऑर्डर लेकर लोग आए और दुकान सील करने लगे। ग्राहकों और स्टाफ को बाहर निकालने को कहा गया। यह मेरा चौथा कार्यकाल है, लेकिन मैंने पहले कभी ऐसा तरीका नहीं देखा। यह प्राकृतिक न्याय के सिद्धांत और सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस के खिलाफ है, जिसमें कहा गया है कि बिना शो-कॉज नोटिस के कोई कार्रवाई नहीं हो सकती।
जरनैल सिंह ने कहा कि दुकान सील करने की वजह बताई गई कि कुछ दिन पहले एक ड्राइव में पाया गया कि दुकान के बाहर अस्थायी अतिक्रमण है। यह अतिक्रमण सिर्फ एक छोटा सा काउंटर था। दिल्ली के व्यापारी समझ लें, अगर उनकी दुकान के बाहर एक इंच भी कोई कुर्सी पड़ी है, तो रेखा गुप्ता की सरकार बिना नोटिस के दुकान सील कर सकती है। मंगलवार को तिलक नगर में यह घटना हुई है, लेकिन हम लोगों के पहुंचने व व्यापारियों और उनके विरोध के दबाव में दुकान सील होने से रुक गई। फिर भी, दिल्ली के व्यापारी डरे हुए हैं। ऐसा माहौल पहले कभी नहीं देखा गया। कहा जाता है कि व्यापारी वर्ग ज्यादातर भाजपा का समर्थन करता है। अब वह खुद को ठगा और शोषित महसूस कर रहा है।
जरनैल सिंह ने कहा कि बिना नोटिस के दुकान सील करना गलत है। इससे दिल्ली के सारे बाजार और दुकानें बंद हो जाएंगी। रेवेन्यू विभाग मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के अधीन आता है। वह बताएं कि क्या रेवेन्यू विभाग की यह कार्रवाई उनकी जानकारी में है? क्या वे जानती हैं कि व्यापारियों का शोषण हो रहा है? 27 साल बाद सत्ता में आई भाजपा ने भूखे भेड़ियों की तरह दिल्ली वालों को लूटना शुरू कर दिया है।
जरनैल सिंह ने कहा कि तिलक नगर, राजौरी गार्डन और दिल्ली के अन्य बाजारों में पहले भी ऐसे नोटिस दिए गए हैं। नोटिस के बाद व्यापारियों या दुकानदारों को एसडीएम के पास बुलाया जाता है। जो लोग समझौता कर लेते हैं, उनकी कार्रवाई टल जाती है। लेकिन इस मामले में तो नोटिस भी नहीं दिया गया। सीएम रेखा गुप्ता स्पष्ट करें कि क्या यह भाजपा सरकार का स्टैंड है कि व्यापारियों का खुलेआम शोषण होगा? अगर नहीं, तो भ्रष्ट अफसरों पर तुरंत कार्रवाई करें, जो नोटिस के नाम पर व्यापारियों से उगाही कर रहे हैं।
जरनैल सिंह ने कहा कि तिलक नगर का बाजार इस कार्रवाई से हैरान है। पिछले 12 साल में रेवेन्यू विभाग ने कभी ऐसा नोटिस नहीं दिया। आमतौर पर अतिक्रमण के लिए एमसीडी आती है और टेबल हटाने को कहती है। लेकिन रेवेन्यू विभाग का अपने तमाम कामों को छोड़कर दुकानें सील करना हैरान करने वाला है। व्यापारी वर्ग दिल्ली मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से पूछना चाहता है कि उनके साथ यह धोखा और शोषण क्यों हो रहा है? इस कार्रवाई को तुरंत बंद करना चाहिए।