दिल्ली सरकार के जग प्रवेश चंद्र अस्पताल में एक महिला मरीज के साथ निर्मम बलात्कार और उसकी मौत को लेकर आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर तीखा हमला बोला है। ‘‘आप’’ के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने कहा कि इस घटना ने बीजेपी सरकार की प्रशासनिक विफलता की पोल खोल दी है। उन्होंने सीएम रेखा गुप्ता से पूछा है कि एक सरकारी अस्पताल में महिला मरीज़ के साथ इतनी हैवानियत कैसे संभव है? क्या अस्पताल के सभी सिक्योरिटी गार्ड और प्रशासन सो रहा था? क्या अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरे ख़राब थे और अस्पताल में मरीज़ के साथ ऐसा कैसे हो सकता है? उन्होंने कहा कि दिल्ली में फिर से शिक्षा-स्वास्थ्य का पुराना वाला हाल होने वाला है और प्राइवेट स्कूल-अस्पताल माफिया की वापसी हो गई है।
सौरभ भारद्वाज ने गुरुवार को मीडिया बातचीत में कहा कि यह एक अत्यंत गंभीर मामला है। मेरी स्मृति में ऐसा कभी नहीं सुना कि किसी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती मरीज के साथ दुष्कर्म हो जाए और वह भी इतना निर्मम कि उसकी मृत्यु हो जाए। मृतक मरीज 20 वर्ष की युवती थी, जो आईसीयू में भर्ती थी। वहां उसके साथ दुष्कर्म हुआ। इसके बाद बीजेपी की सरकार ने इस घटना को दबाने और छिपाने की पूरी कोशिश की। अब जबकि वह युवती मर चुकी है, तब भी बीजेपी सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है और ना तो यह बताया गया है कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की हैं या नहीं। या फिर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए सरकार ने कोई कदम उठाया है या नहीं उठाया है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली सरकार की ओर से अब तक न तो कोई मुआवजा घोषित किया गया है और ना ही मुख्यमंत्री ने अस्पतालों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोई मीटिंग बुलाई। इस घटना को भी दबाने का प्रयास जरूर किया गया। मेरी जानकारी में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ कि किसी अस्पताल में इस तरह की घटना घटी हो। 2013 में जब कांग्रेस की सरकार थी, तब दिल्ली के जग प्रवेश चंद्र अस्पताल में एक मरीज के साथ दुष्कर्म की घटना हुई थी, हालांकि उसमें मृत्यु नहीं हुई थी। इस घटना से ऐसा प्रतीत होता है कि दिल्ली में 2013 से पहले वाली व्यवस्था फिर से लौट रही है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सरकारी अस्पतालों और स्कूलों की स्थिति फिर से खराब होने लगी है। सरकारी अस्पतालों और स्कूलों को जानबूझ कर बदहाल किया जा रहा है ताकि प्राइवेट अस्पतालों और स्कूलों की चांदी हो सके। प्राइवेट स्कूलों की मनमानी शुरू हो रही है और दिल्ली में वही पुरानी व्यवस्था लौट रही है। पिछले 10-11 वर्षों में आम आदमी पार्टी की सरकार ने जो सुधार किए थे, उन्हें अब लगभग शून्य पर लाया जा रहा है।
सौरभ भारद्वाज ने एक्स पर कहा कि दिल्ली सरकार के सरकारी अस्पताल (जग प्रवेश चंद्र अस्पताल) में एक मरीज़ का निर्मम बलात्कार हुआ और महिला की मौत हो गई। मेरे रेखा गुप्ता जी से कुछ सवाल हैं। पहला, अस्पताल में मरीज़ के साथ इतनी हैवानियत कैसे संभव है? दूसरा, क्या सभी सिक्योरिटी गार्ड और प्रशासन सो रहा था? तीसरा, अस्पताल में सीसीटीवी कैमरे ख़राब थे? और चौथा, अस्पताल में मरीज़ के साथ ऐसा कैसे हो सकता है?
सौरभ भारद्वाज ने आगे कहा है कि दिल्ली अब फुलेरा पंचायत बन गई है। इससे पहले दिल्ली के अस्पताल में मरीज़ के बलात्कार और मृत्यु की घटना कभी नहीं सुनी गई। 2013 अक्टूबर में कांग्रेस सरकार के समय इसी जग प्रवेश चंद्र अस्पताल में मरीज़ के साथ बलात्कार की घटना हुई थी, मृत्यु नहीं हुई थी। क्या फिर वही पुरानी सरकारी व्यवस्था वापिस आ गई है? क्या अब शिक्षा और स्वास्थ्य का पुराने वाला हाल होने वाला है? क्या प्राइवेट स्कूल माफिया और प्राइवेट अस्पताल माफिया की वापसी हो गई है?