आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता और दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने सीएम रेखा गुप्ता को चिट्ठी लिखकर मानसून की तैयारियों में पूरी तरह फेल पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा को पद से हटाने की मांग की है। गुरुवार को लिखी चिट्ठी में आतिशी ने कहा है कि हंसराज सेठी मार्ग पर बारिश के दौरान पेड़ गिरने से बाइक सावर की मौत कोई प्राकृतिक प्रकोप नहीं है, बल्कि चार इंजन वाली भाजपा सरकार की मानसून से पूर्व तैयारियों में नाकामी का नतीजा है। यह बेहद शर्मनाक है कि भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद दिल्ली में बारिश के कारण कई लोगों की जान जा चुकी है।
आतिशी ने पत्र में कहा है कि अगर मानसून से पहले भाजपा सरकार दूरदर्शिता दिखाती और बारिश से पहले दिल्ली के इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम कर लेती तो ये सभी घटनाएं रोकी जा सकती थीं। दिल्ली की सुरक्षा और इंफ्रास्ट्रक्चर को बनाए रखने की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा की है और वह इसमें पूरी तरह विफल साबित हुए हैं। इसलिए प्रवेश वर्मा को खुद ही इन मौतों के लिए नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
आतिशी ने कहा है कि बुधवार की सुबह राष्ट्रीय राजधानी में भारी बारिश के दौरान हंसराज सेठी मार्ग पर एक पेड़ गिरने से एक युवक की मौत हो गई। इस हादसे में एक युवती भी गंभीर रूप से घायल हुई है और वह जिंदगी-मौत से जूझ रही है। यह ‘प्राकृतिक आपदा’ नहीं है, बल्कि भाजपा सरकार सरकार की मानसून से पहले की तैयारियों में पूरी तरह नाकामी का परिणाम है।
आतिशी ने प्रशासनिक लापरवाही के कई उदाहरण गिनाते हुए कहा है कि यह कोई पहली घटना नहीं है। बल्कि भाजपा की सरकार बनने के बाद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बारिश के चलते कई लोगों की जान जा चुकी है, जो बेहद शर्मनाक है। गत शनिवार (9 अगस्त) को रक्षाबंधन के दिन, जब पूरा देश भाई-बहन के त्योहार की खुशी मना रहा था, उस वक्त दिल्ली में दो अलग-अलग दर्दनाक हादसे हुए। एक घटना में, खेड़ा खुर्द में फुर्नी रोड पर खुले नाले में गिरकर ढाई साल के मासूम की डूबकर मौत हो गई। दूसरी घटना में, जैतपुर इलाके में दीवार गिरने से कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई, जिनमें दो मासूम बच्चे भी शामिल थे।
आतिशी ने कहा कि 30 जुलाई को खबर मिली कि एलजी सचिवालय के पास उत्तरी दिल्ली के सहगल कॉलोनी में दीवार गिरने से एक महिला और उसके बेटे की मौत हो गई, जबकि दो मजदूर घायल हो गए। 22 मई को खबर आई कि तेज आंधी और बारिश के चलते कम से कम दो लोगों की मौत हो गई, जिनमें एक विकलांग व्यक्ति भी शामिल था, और 11 लोग घायल हुए।
आतिशी ने रेखा गुप्ता को लिखी चिट्ठी में कहा है कि ये तो ऐसे मामले है जो मीडिया के सामने आ गए। जबकि इस साल की बारिश में और भी कई लोगों की जान गई है। अगर भाजपा सरकार मानसून से पहले इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम करती। प्रशासन सही समय पर निर्णय लेता तो हर मौत को रोका जा सकता था। दिल्ली वाले बारिश में पानी भरी सड़कों से गुजरने, गिरते पेड़ों से बचें और हर वक्त डर के साए में जीने को मजबूर हैं।
आतिशी ने कहा कि लोक निर्माण विभाग को दिल्ली की सुरक्षा और बुनियादी ढांचे की जिम्मेदारी सौंपी गई है, लेकिन वह अपनी जिम्मेदारी निभाने में नाकाम रहा है। पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा को नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए और उनको तुरंत मंत्रिमंडल से हटा देना चाहिए। इस कार्रवाई के बाद ही जनता का विश्वास कायम हो पाएगा। पूरे शहर की निगाहें इस समय आप पर हैं कि आप इन मौतों के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ क्या कार्रवाई करेंगी?