दिल्ली में पानी की किल्लत को लेकर सोमवार को आम आदमी पार्टी की महिला विंग ने निजामुद्दीन बस्ती में स्थानीय महिलाओं के साथ मटका फोड़ प्रदर्शन किया। “आप” दिल्ली महिला विंग की अध्यक्ष सारिका चौधरी समेत स्थानीय महिलाओं ने भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सारिका चौधरी ने कहा कि भाजपा सरकार में पानी की किल्लत से पूरी दिल्ली त्राहिमाम कर रही है। जब से बीजेपी सरकार दिल्ली में आई है
दिल्लीवालों की प्यासा मरने की नौबत आ गई है। केजरीवाल सरकार में कभी पानी की कमी नहीं हुई लेकिन जब से भाजपा सरकार आई है, पानी नहीं आता है। पानी की बोतल खरीदने पड़ रही है। हम यही चाहते हैं कि हमारे केजरीवाल जी वापस आ जाएं।
मटका फोड़ प्रदर्शन के दौरान निजामुद्दीन बस्ती की महिलाओं ने कहा कि पहले अरविंद केजरीवाल की सरकार में ऐसी परेशानी नहीं थी, लेकिन अब हालात बद से बदतर हो गए हैं। अरविंद केजरीवाल ने हमेशा गरीबों का साथ दिया। उनके शासन में न गरीबों को कोई परेशानी हुई, न ही कोई तकलीफ झेलनी पड़ी। लेकिन जब से रेखा गुप्ता और भाजपा की सरकार आई है, हालात बद से बदतर हो गए हैं। लोगों को नौकरियों से निकाला जा रहा है। उनका कहना है कि बजट नहीं है, तो पैसे कहां से दें? अगर बजट नहीं है, तो क्या पहले इन लोगों को इसकी जानकारी नहीं थी? स्थानीय विधायक तरविंदर सिंह मारवाह कहते हैं कि उनके पास बजट नहीं है, तो पैसे कहां से दें? पानी कई दिनों तक नहीं आता है। तीन-चार दिन तक नल सूखे रहते हैं।
महिलाओं ने कहा कि बिजली की स्थिति भी बदहाल है। तीन-चार घंटे, तो कभी-कभी पूरी रात बिजली नहीं आती। पूरी बस्ती का बुरा हाल हो गया है। केजरीवाल के समय में साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखा जाता था। अब तो गंदगी का आलम है। पिछले तीन महीनों से गटर का पानी सड़कों पर बह रहा है। इतनी गंदगी फैली है कि हालात बद से बदतर हो गए हैं। सोमवार को बाजार लगता है और वहां गंदगी का ढेर लग जाता है। लोग साफ जगह पर खड़े होने को तरस रहे हैं। पानी की कमी के कारण लोग परेशान हैं। मोहल्ले में पीने का पानी नहीं है, और लोग 60 रुपये की बोतल खरीदने को मजबूर हैं। कब तक लोग बोतल का पानी खरीदकर पिएंगे?
महिलाओं ने कहा कि भाजपा सरकार के आने के बाद से दिल्ली में पानी की समस्या चरम पर पहुंच गई है। जब महिलाएं शिकायत लेकर गईं, तो विधायक तरविंदर सिंह मारवाह ने कहा कि निजामुद्दीन से उन्हें वोट नहीं मिले, तो वे काम क्यों करेंगे? बस्ती में गटर का पानी सड़कों पर बह रहा है और कोई साफ करने नहीं आता। कोई भी एक्शन नहीं लिया जा रहा। पहले “आप” के समय ऐसी कोई परेशानी नहीं थी। सड़कों पर लगे दुकानों को हटाने या गरीबों को परेशान करने की बात नहीं थी। स्कूलों की स्थिति भी बेहतर कर दी गई थी। लेकिन अब सब कुछ बेकार हो रहा है। रेखा गुप्ता को बस्ती की जनता नहीं चाहती।
महिलाओं ने कहा कि निजामुद्दीन में रहने वाले लोग बचपन से यहीं हैं। उनका बुढ़ापा भी यहीं बीत रहा है। शादी के बाद भी यहीं आए। दिल्ली और यूपी, दोनों जगहों का अनुभव है, लेकिन केजरीवाल सरकार के समय की दिल्ली सबसे बेहतर थी। लोग चाहते हैं कि केजरीवाल किसी भी तरह वापस आएं। निजामुद्दीन की जनता उन्हें ही चाहती है। पहले उनके शासन में इतनी गंदगी कभी नहीं थी। सुबह-शाम दोनों समय झाड़ू लगती थी।महिलाओं ने कहा कि जब शिकायत लेकर विधायक मारवाह के पास गए, तो उन्होंने बस एक पर्चा थमा दिया, जिसमें उनका नंबर और कार्ड था। कोई ठोस जवाब नहीं मिला। पिछले तीन महीनों से सीवर का पानी सड़कों पर बह रहा है। नमाज पढ़ने जाने वालों को भारी दिक्कत हो रही है। हजरत निजामुद्दीन दुनिया भर में मशहूर है, लोग यहां दर्शन के लिए आते हैं।
महिलाओं ने कहा कि जल बोर्ड के ऑफिस में शिकायत करने पर भी कोई सुनवाई नहीं हुई। वहां बताया गया कि विधायक ने इस इलाके में काम करने से मना कर दिया है। खुसरो नगर में चार महीने से पानी नहीं आ रहा। ढाई महीने से सीवर सड़कों पर बह रहा है। विधायक को इसकी पूरी जानकारी है, लेकिन वे कोई काम नहीं करना चाहते। इसीलिए बस्ती में प्रदर्शन हुआ। पहले “आप” की सरकार में ऐसी बदहाली कभी नहीं थी। केजरीवाल के समय एक समर्सिबल लगाया गया था, जिससे मीठे पानी की समस्या काफी हद तक हल हुई थी। लेकिन भाजपा सरकार में काम के नाम पर शून्य है। उनके 100 दिन के रिपोर्ट कार्ड में कुछ नहीं है।