आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज ने रविवार को ग्रेटर कैलाश-1 से पार्टी की उम्मीदवार ईशना गुप्ता के समर्थन में सभा कर लोगों से वोट मांगा। इस दौरान उन्होंने ग्रेटर कैलाश-1 के लोगों के लिए बड़ी समस्या बनने जा रहे निर्माणाधीन अवैध अस्पताल का मुद्दा उठाया। जिस दिन आम आदमी पार्टी की सरकार की सरकार हटी, GK1 में 400 बेड का अस्पताल शुरू हो गया । उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों के विरोध के बाद भी अवैध अस्पताल बन रहा है, लेकिन भाजपा की दिल्ली सरकार और एमसीडी कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। आरडब्ल्यूए को अस्पताल के खिलाफ कोर्ट जाना पड़ा है, तो अब भाजपा सरकार कोर्ट के सवालों का जवाब नहीं दे रही है। यहां के लोगों की सीएम रेखा गुप्ता से मांग है कि उनकी सरकार कोर्ट में हलफनामा दायर कर अस्पताल को अवैध बताएं। इसके बाद उनका सारा वोट ले लें।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि ग्रेटर कैलाश-1 के सभी लोग चाहते हैं कि यहां अवैध अस्पताल न बने, लेकिन अस्पताल खुल्लम-खुल्ला बन रहा है। यह बहुत शर्म की बात है। यहां की आरडब्ल्यूए को पैसे इकट्ठा करके बन रहे इस अवैध अस्पताल के खिलाफ कोर्ट जाना पड़ा है, क्योंकि दिल्ली की सरकार उनकी नहीं सुन रही है। आरडब्ल्यूए की मांग को भाजपा की एमसीडी, सांसद, विधायक और पार्षद भी नहीं सुन रहे हैं। जब कहीं सुनवाई नहीं हुई तब मजबूर होकर आरडब्ल्यूए को कोर्ट जाना पड़ा है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आरडब्ल्यूए ने कोर्ट में दायर याचिका में अपनी जायज मांग रखी है। आरडब्ल्यूए ने याचिका में कहा है कि यह अस्पताल अवैध बन रहा है। यह अस्पताल सरकारी जमीन पर कब्जा करके बनाया जा रहा है। अस्पताल बनाने के लिए सारे नियमों को ताक पर रख दिया गया है। दिल्ली जल बोर्ड के पास अस्पताल को देने के लिए पर्याप्त पानी नहीं है। अस्पताल से सामने से गुजर रही सड़क के पास ट्रैफिक संभालने की क्षमता नहीं है। इसके बावजूद अवैध तरीके से अस्पताल बन रहा है।
सौरभ भारद्वाज ने ग्रेटर कैलाश-1 के लोगों से कहा कि कोर्ट को यह बात दिल्ली सरकार का जल बोर्ड ही बता सकता है कि उसके पास अस्पताल को देने के लिए पानी है या नहीं है। कोर्ट ने सरकार से पूछा है, लेकिन तीन महीने से सरकार बता नहीं रही है कि उसके पास अस्पताल को देने के लिए पानी है या नहीं है। सरकार चुप बैठी है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यह बात भी सरकार ही कोर्ट को बताएगी कि यहां अस्पताल बन जाएगा तो सड़क पर ट्रैफिक का भारी दबाव हो जाएगा। जज साहब यह देखने के लिए यहां तो आएंगे नहीं। अगर जज साहब ग्रेटर कैलाश-1 में रहते हों तब भी वह नहीं लिख सकते हैं कि सड़क पर टैªफिक बढ़ जाएगा, क्योंकि वह कानून के दायरे में बंधे हुए हैं। सरकार को बताना होगा कि ट्रैफिक की समस्या हो जाएगी। अगर सरकार कोर्ट को यह बता देती है तो अस्पताल नहीं बनेगा। लेकिन सरकार बताने को तैयार ही नहीं है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अवैध अस्पताल के मुद्दे पर भाजपा सरकार मंुह में दही जमा कर बैठी है और भाजपा के लोग यहां रोज वोट मांगने आ रहे हैं। सीएम रेखा गुप्ता, ग्रेटर कैलाश से भाजपा की विधायक और नई दिल्ली की सांसद समेत कई मंत्री यहां के आर्य समाज मंदिर में वोट मांगने आएंगे। उन्होंने ग्रेटर कैलाश के लोगों से कहा कि जब सीएम रेखा गुप्ता समेत अन्य लोग वोट मांगने आएं तो उनसे सीधी मांग करनी चाहिए कि 24 नवंबर को सरकार हलफनामा दायर कर दे कि अस्पताल अवैध बन रहा है, नहीं बनना चाहिए। ग्रेटर कैलाश-1 के लोग भाजपा उम्मीदवार को अपना सारा वोट दे देंगे। भाजपा के लोग गोल-गोल ही बात करेंगे, लेकिन यहां के लोगों को सरकार से सीधी बात करनी पड़ेगी।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि ग्रेटर कैलाश-1 के लोगों से सीएम रेखा गुप्ता से कहना चाहिए कि अभी तक तो सरकार ने हमारी सुध नहीं ली, लेकिन अब वोट मांगने आ रही है। इसलिए सरकार बताए कि अवैध अस्पताल को लेकर क्या करने जा रही है? अगर यहां के लोग यह मांग नहीं करेंगे तो सांसद आएंगे और कहेंगे की मेरी गारंटी पर वोट दे दीजिए। लेकिन छह महीने पहले सांसद की गारंटी पर ही ग्रेटर कैलाश के लोगों को ने वोट देकर भाजपा का विधायक भी चुना था। इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसद बासुरी स्वराज की गारंटी ली थी। यहां के लोगों के काम न तो सांसद काम आई और ना ही विधायक ही काम आईं। ग्रेटर कैलाश के लोगों को सेवा करने वाला पार्षद चाहिए। जिसे आप अपने घर पर बैठा लें और कह सकें कि काम करो।