जिन पूर्वांचल के भाइयों ने अपने खून-पसीने से दिल्ली के निर्माण में योगदान दिया, उन्हें भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा रोहिंग्या कैसे कह सकते हैं?- केजरीवाल
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पूर्वांचल समाज के लोगों को रोहिंग्या और बांग्लादेशी बताकर उनका वोट कटवाने की साजिश कर रही भाजपा पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि एक तरफ़ भाजपा पूर्वांचल के लोगों को रोहिंग्या बता कर उनके अधिकार छीनना चाहती है तो दूसरी तरफ़ हमने पिछले 10 वर्षों में दिन-रात मेहनत करके अपने पूर्वांचल समाज के लोगों को दिल्ली में सम्मानजनक जीवन देने का काम किया। जिन पूर्वांचली भाइयों ने अपने खून-पसीने से दिल्ली के निर्माण में योगदान दिया, उन्हें भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा रोहिंग्या कैसे कह सकते हैं? उन्होंने कहा कि भाजपा पूर्वांचल समाज के लोगों का वोट कटवाकर उनकी नागरिकता के साथ ही वोटर कार्ड से मिलने वाली सुविधाएं भी छीनना चाहती है। लेकिन हम किसी का वोट कटने नहीं देंगे। सांसद संजय सिंह पूर्वांचल कालोनियों में यात्रा निकलेंगे, वही रात्रि प्रवास करेंगे और पूर्वांचल समाज के लोगों को भाजपा की इस साजिश के खिलाफ एकजुट करेंगे।
*भाजपा पूर्वांचल समाज के लोगों का वोट कटवाकर उनकी नागरिकता के साथ ही वोटर कार्ड से मिलने वाली सुविधाएं भी छीन रही – केजरीवाल*आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दो दिन पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सदन के अंदर पूर्वांचली समाज के खिलाफ बहुत गलत बात बोली थी। उन्होंने दिल्ली में रहने वाले पूर्वांचली समाज का रोहिंग्या घुसपैठिए और बांग्लादेशी लोगों के साथ तुलना की थी और कहा था कि भाजपा के लोग फॉर्म भरकर पूर्वांचली समाज के लोगों के नाम कटवा रहे हैं। जेपी नड्डा ने खुलेआम सदन के अंदर कबूल किया कि भाजपा के कार्यकर्ता पूर्वांचल समाज, रोहिंग्या और बांग्लादेशियों के नाम कटवा रहे हैं। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं। यह एक पूरे पूर्वांचल समाज के खिलाफ साजिश है। एक तरफ उनको कहा जा रहा है वो रोहिंग्या हैं। यूपी, बिहार से दिल्ली में बसे हुए लोग, जो 30-40 साल से दिल्ली में रहकर दिल्ली को बनाने का काम कर रहे हैं। उन्हें रोहिंग्या और बांग्लादेशी कैसे कहा जा सकता है? उनका नाम कटवाकर एक तरफ उनकी नागरिकता छीनी जा रही है। भारत में रहने का अधिकार छीना जा रहा है। दूसरी तरफ, हम सब जानते हैं कि वोटर कार्ड की वजह से बहुत सारी सरकारी सुविधाएं मिलती हैं, वह सारी सुविधाएं भी छीनी जा रही हैं। यह क्यों किया जा रहा है? यह भाजपा एक सोची समझी बहुत घिनौनी साजिश के तहत कर रही है। क्योंकि दिल्ली का अधिकांश पूर्वांचल समाज आम आदमी पार्टी का वोटर है। इसीलिए भाजपा ने साजिश रची है कि दिल्ली के पूर्वांचल के जितने वोट हैं, उन्हें कटवा दिया जाए। *भाजपा ने दिल्ली में रह रहे पूर्वांचल समाज के लोगों को उजाड़ने का पूरा प्लान बनाया है- केजरीवाल*अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि हमने थोड़े दिन पहले खुलासा किया था। मैंने सबके सामने शाहदरा के 11 हजार वोटर्स की लिस्ट रखी थी, जिनको कटवाने के लिए भाजपा ने चुनाव आयोग को आवेदन दिया था। इसके अलावा, हमने 14 विधानसभाओं की लिस्ट रखी थी, जिसमें भाजपा अलग-अलग जगहों पर हजारों की तादाद में लोगों के नाम कटवा रही है। विवेक मिश्रा, रुचि मिश्रा, आकाश मिश्रा, अभय दत्त पांंडे, प्रिया दुबे, विनिता सिंह, लखन सिंह, अरुण कुमार मिश्रा, अमित झा, अर्जुन सिंह, देवेंद्र सिंह, अभिषेक यादव, रसिया कुमार, सरुल कुमार, मनोज कुमार सिंह, ऐसे ही कई नाम हैं। भाजपा और जेपी नड्डा बताएं कि क्या ये रोहिंग्या हैं? ये सारे पूर्वांचल समाज के यूपी, बिहार से आए हुए हमारे भाई हैं, जो दिल्ली के अंदर पिछले 30-40 साल से रह रहे हैं। ये लोग अपनी गंदी राजनीति के तहत इन लोगों का नाम कटवा रहे हैं। भाजपा ने दिल्ली में पूर्वांचल समाज को उजाड़ने का पूरा प्लान बनाया है। *दिल्ली की कच्ची कालोनियों में 80-90 फीसदी लोग पूर्वांचल समाज के हैं- केजरीवाल*अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जब से आम आदमी पार्टी बनी है, हम लोगों ने दिल्ली के अंदर पूर्वांचल समाज को सम्मान देने और बसाने का काम किया है। दिल्ली में उत्तर प्रदेश और बिहार से बहुत लोग आते हैं। जिसके मोटे तौर पर दो कारण हैं। पहला, नौकरी की तलाश में आते हैं और दूसरा स्टूडेंट्स पढ़ाई लिखाई करने के लिए आते हैं। अक्सर गरीब और लोअर मिडिल क्लास के लोग आते हैं। जब वो दिल्ली आते हैं, उनके पास पैसे नहीं होते हैं। वो गरीब होते हैं। दिल्ली में किराया बहुत ज्यादा है इसलिए वो रेगुर्लाइज्ड और बड़े-बड़े कॉलोनी के अंदर किराए पर मकान नहीं ले सकते हैं। वो कच्ची कॉलोनियों में जाते हैं। वहां पर वो लोग घर खरीद लेते हैं या किराए पर रहते हैं क्योंकि वहां सस्ता है। दिल्ली के अंदर 1797 कच्ची कॉलोनियां हैं, इनमें 80-90 फीसदी लोग पूर्वांचल समाज के हैं। *कच्ची कालोनियों में पहले सड़कें, गलियां, नालियां, अस्पताल और स्कूल नहीं थे, हमने सारी अड़चनें पार कर विकास किया – केजरीवाल*अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि मुझे 2013 का चुनाव आज भी याद है। मैं 2013 में जब कच्ची कॉलोनियों में जाता था तो घुटने तक पानी और कीचड़ रहता था। गलियों में चलना मुश्किल होता था। पानी की निकासी नहीं होती थी। पीने के पानी का कोई सिस्टम नहीं था। कोई सीवर सिस्टम नहीं था। कोई ड्रेनेज सिस्टम नहीं था। कोई सड़कें, गलियां, नालियां, अस्पताल और स्कूल नहीं थे। कच्ची कॉलोनियों के अंदर कुछ नहीं था। किसानों और बिल्डरों ने अपनी जमीनें काटकर गलत तरीके से बेच दी थीं। उन हालातों में यह लोग रहते थे। मैं जब 2015 में जब मुख्यमंत्री बना, मैंने अफसरों को बुलाकर कहा कि कच्ची कॉलोनियों में हमें सड़कें, नालियां बनानी हैं। हमें इन्हें इज्जत की जिंदगी देनी है। तो अफसरों ने कहा कि यह काम नहीं हो सकता। मैंने पूछा क्यों नहीं हो सकता तो उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट और केंद्र सरकार के ऑर्डर हैं कि कच्ची कॉलोनियों में विकास नहीं किया जा सकता। उन सारी अड़चनों, सुप्रीम कोर्ट और केंद्र सरकार को ऑर्डरों को , हमने सारी अड़चनों को पार करके कच्ची कॉलोनियों में विकास करना शुरू किया। *हमने कच्ची कालोनियों में 10 हजार किमी सड़कें-गलियां और 6800 किमी नालियां-सीवर बनवाए – केजरीवाल*अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में 1797 कॉलोनियां हैं, आज हमने 1650 कच्ची कॉलोनियों के अंदर पानी की पाइपलाइन डाली हैं। हमने कच्ची कॉलोनियों में दस हजार किलोमीटर की सड़कें और गलियां बनवाई हैं। हमने 6800 किलोमीटर की नालियां और सीवर डाले हैं। हमने चार हजार किलोमीटर की पानी की पाइपलाइन डाली हैं। हमने कच्ची कॉलोनियों के अंदर सीसीटीवी कैमरे लगवाएं हैं, स्कूल और मोहल्ला क्लाीनिक बनवाएं हैं। हम उन्हें सम्मान और इज्जत की जिंदगी दी है। उन्होंने कहा कि पहले कच्ची कॉलोनियों में लोग कहते थे कि हमारे साथ रिश्ता करने के लिए कोई नहीं आता है क्योंकि हमारे घर के आस-पास का माहौल इतना खराब है। आज लोगों के अच्छे रिश्ते आ रहे हैं। पहले जहां कच्ची कॉलोनियोें में जमीन का रेट 3 हजार रुपए गज था, आज वो मात्र 7-8 साल के अंदर 1 लाख रुपए गज छू रहा है। *पूर्वांचल समाज के लोगों से अपील, आप किसी भाजपा वाले को अपना नाम न बताएं और ना ही वोटर कार्ड दिखाएं – केजरीवाल*अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं पूर्वांचल के लोगों से कहना चाहता हूं हम उनका नाम किसी हालत में नहीं कटने देंगे। हमने आपको सम्मान दिया है। आपको सम्मान की जिंदगी देंगे। लेकिन एक चीज ध्यान रखना कि कोई भाजपा वाला आपके घर आए तो उनको अपना नाम मत बताना। उसे अपनी जानकारी मत देना, वोटर कार्ड मत दिखाना। किसी भाजपा वाले से संपर्क मत रखना। कोई भाजपा वाला आएगा, हो सकता है कि वो आपके नाम कटवाने के लिए आपकी डिटेल्स मांग रहा है। इसलिए अपने नाम चैक करते रहना। उन्होंने आगे कहा कि आम आदमी पार्टी कुछ दिनों के बाद इस बात को दिल्ली के हर पूर्वांचल समाज के व्यक्ति के घर जाएगी और जेपी नड्डा का यह वीडियो सबको दिखाएंगे कि किस तरह से भाजपा सुनियोजित तरीके से दिल्ली के अंदर पूरे पूर्वांचल समाज के खिलाफ साजिश रच रही है। आम आदमी पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता एक-एक घर में जाएगा। आप सांसद संजय सिंह थोड़़े दिन बाद यात्रा शुरू करेंगे और जितने पूर्वांचल कॉलोनियां हैं, वहां रात को रहेंगे और पूर्वांचल समाज के लोगों को भाजपा के इस साजिश के खिलाफ एकजुट करेंगे।*हम रोहिंग्या, बांग्लादेशी नहीं, बल्कि यूपी-बिहार से आए हुए लोग हैं, इस अपमान का बदला चुनाव में लेंगे – संजय सिंह*आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि मैं उस समय सदन में मौजूद था जब हमारे पूर्वांचल के भाइयों का अपमान किया गया। उन्हें रोहिंग्या, बांग्लादेशी और घुसपैठिया कहा गया। आज हम अपने देश में ही घुसपैठिए हो गए हैं। हम यूपी, बिहार और पूर्वांचल वाले, जो 40-40 साल से दिल्ली में रह रहे हैं। हमारे बच्चे यहां पैदा हुए, यहां पढ़ रहे हैं। मां-बाप यहीं रहते हैं। परिश्रम और मेहनत करके हमने दिल्ली को बनाया। क्या हम अपने ही देश में बांग्लादेशी और रोहिंग्या हो गए? और यह कोई सामान्य व्यक्ति नहीं बल्कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कह रहे हैं। मैं वहां चिल्ला रहा था कि इनमें से कुछ लोगों के नाम राम है। कम से कम इनके नाम तो सुन लीजिए। लेकिन कोई सुनने के लिए तैयार नहीं। पूरी भाजपा खड़ी होकर रोहिंग्या-रोहिंग्या चिल्ला रही है। कहा कि हम पूरी दिल्ली के अंदर पूर्वांचल कॉलोनियों में जाएंगे और वहां अपने पूर्वांचल भाइयों के सामने यह अपमानजनक वीडियो, जो खुद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का वक्तव्य है, उसे एक-एक कॉलोनी में दिखाएंगे। एक-एक पूर्वांचली भाई के मोबाइल में पहुंचाएंगे, उन्हें सुनाएंगे। इस अपमान का बदला इस चुनाव में लेना है। हम रोहिंग्या, बांग्लादेशी नहीं हैं। हम लोगों में से कोई सुल्तानपुर, कोई गोंडा, कोई पटना, बिहार तो कोई मुजफ्फरपुर से यहां आया है।*अरविंद केजरीवाल ने यूपी-बिहार के लोगों को सबसे ज्यादा टिकट देकर उन्हें मंत्री और सांसद बनाने का काम किया- संजय सिंह*संजय सिंह ने दिल्ली में रह रहे उन पूर्वांचली लोगों के नाम पढ़े जिनका नाम वोटर लिस्ट से काटने के लिए भाजपा ने चुनाव आयोग में आवेदन दिया है। उन्होंने कहा कि कम से कम उन्हें इन लोगों के नाम तो पढ़ लेने चाहिए। इस लिस्ट में एक व्यक्ति का नाम राम सिंह है, जो 114/61, भंवर सिंह कैंप, वसंत विहार में रहते हैं। क्या यह रोहिंग्या हैं? मैं संसद में बार-बार बता रहा था कि इनका नाम राम है। लेकिन भाजपा वाले ऐसे चीख रहे थे जैसे मेरा गला दबा देंगे। दूसरे व्यक्ति हैं राम, जो आरके पुरम विधानसभा में 114/108, भंवर सिंह कैंप, वसंत विहार में रहते हैं। इसी तरह छोटे लाल वर्मा, जो आरके पुरम की अंबेडकर नगर बस्ती में रहते हैं। यह लिस्ट बहुत लंबी है। हमारे पूर्वांचल भाइयों को रोहिंग्या और बांग्लादेशी कहा जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में छठ घाट बनाकर पूर्वांचलियों के सबसे बड़े त्योहार को मनाने के लिए हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराई। उन्होंने पूर्वांचल के हमारे यूपी, बिहार के भाइयों-बहनों को सम्मान दिया। 2013 से पहले पूर्वांचल के लोगों को बड़ी मुश्किल से विधानसभा की एक-दो टिकट मिलती थी। लेकिन पूर्वांचल के यूपी-बिहार के लोगों को सबसे ज्यादा टिकट देने का काम, उन्हें मंत्री और सांसद बनाने का काम अरविंद केजरीवाल ने किया। और आज जब उनकी पार्टी पूर्वांचल के लोगों का वोट बचाने की कोशिश कर रही है, तो इन लोगों को रोहिंग्या और बांग्लादेशी कहा जा रहा है। इसलिए यह यात्रा बड़े व्यापक स्तर पर पूरे दिल्ली में चलाई जाएगी। हम एक-एक घर में जाकर हमारे पूर्वांचल और यूपी-बिहार के लोगों तक यह संदेश पहुंचाएंगे।*अब पूर्वांचली भाइयों को पता चल गया है कि असली विकास कहां हो रहा है और उन्हें किसके साथ रहना है- अवध ओझा*वहीं वरिष्ठ नेता अवध ओझा ने कहा कि 1995 में मेरा परिवार दिल्ली के संगम विहार इलाके में रहता था। मेरे पिताजी पोस्ट ऑफिस में मामूली से क्लर्क थे और हमारे पास इतना पैसा नहीं था कि हम दिल्ली के अच्छे इलाकों में रह सकें, इसलिए हमारे पास इन बस्तियों में रहने के अलावा और कोई विकल्प नहीं था। चुनाव के बाद जब दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार आई तब जाकर उन बस्तियों की हालत सुधरी। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जिस तरह से हम लोगों को रोहिंग्या बताया है, मुझे इसके पीछे उनका मकसद दिखाई पड़ता है। एक गीत है – पक्षी, नदिया, पवन के झोंके, कोई सरहद न इन्हें रोके… शिक्षा, स्वास्थ्य, विकास की धारा को कोई राज्य न रोके। अब पूर्वांचली भाइयों को पता चल रहा है कि असली विकास कहां हो रहा है और उन्हें किसके साथ रहना है। मेरे पूर्वांचल के कई ऐसे परिवार हैं जिनके बच्चे यहां के स्कूलों में पढ़ रहे हैं। जो लोग अभी मेरे शहर में बचे हैं, वो भी कह रहे हैं कि, अब सोच रहे हैं कि हम भी दिल्ली ही आ जाएं। मेरा मानना है कि हमें पूर्वांचलियों को जो रोहिंग्या बताया गया, इसके पीछे सिर्फ यह मकसद है कि आज पूर्वांचल और बिहार, जो सबसे बड़ा तबका है, उसे एकदम स्पष्ट हो गया है कि विकास की धारा सिर्फ और सिर्फ आम आदमी पार्टी के द्वारा बह रही है और “आप” ही हमारे राज्य समेत पूरे भारत में पहुंचाएंगे।