ऑपरेशन सिंदूर के बीच सीज फायर कराने के दावे कर रहे अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि मोदी जी ट्रंप का नाम न लेकर आजाद भारत के आत्मसम्मान और स्वाभिमान को ठेस पहुंच रहे हैं। जबकि प्रधानमंत्री को बोल देना चाहिए कि ट्रंप झूठ बोल रहे हैं, लेकिन वह नाम लेने से डर रहे हैं। चीन के मामले में भी मोदी जी पहेलियां बुझा रहे थे। मोदी जी विपक्ष के नेताओं के ऊपर बड़े कड़वे आरोप लगाते है, लेकिन जब विदेशी ताकतों की बात आती है, उनकी शैली बदल जाती है।
“आप” के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश नीति और उनके बयानों पर तीखा हमला बोलते हुए बुधवार को मीडिया बातचीत में कहा कि हम कई वर्षों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सुन रहे हैं। गुजरात के मुख्यमंत्री रहते भी वे प्रधानमंत्री के विषय में सीधी टिप्पणियां करते थे। पिछले 10-11 साल में उनका एक तरीका है। वे अपने देश के विपक्षी नेताओं को नहीं छोड़ते। उनके ऊपर वे कड़वे से कड़वे आक्षेप लगाते हैं, बयानबाजी और हमला करते हैं। यह उनकी एक प्राकृतिक शैली है। लेकिन विदेशी ताकतों की बात आती है, तो उनकी शैली बदल जाती है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जब चीन ने गलवान के पास करीब 4,000 वर्ग किमी पर कब्जा किया, तो मोदी जी पहेलियां बुझा रहे थे। कहा, “ना कोई आया, ना कोई सीमा में घुसा।” उन्हें तब भी चीन की बात साफ करनी चाहिए थी। इसी तरह अब ट्रंप और अमेरिका का नाम लेने से डरते हैं। उनका डर साफ दिखता है। इससे देश के आत्मसम्मान और स्वाभिमान को ठेस पहुंचती है कि आजाद भारत का एक प्रधानमंत्री अमेरिका के राष्ट्रपति का नाम लेने से डर रहा है। उनको “ट्रंप, तुम झूठ बोल रहे हो” कहना चाहिए। मोदी जी, ट्रंप के नाम पर ट्वीट कीजिए, पत्र लिखिए या वीडियो जारी कीजिए। क्यों डर रहे हो?