दिल्ली में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी मच्छरजनित मौसमी बीमारियों ने इस बार पिछले पांच वर्षों के रिकॉर्ड तोड़ दिया हैं। दिल्ली में पूरी तरह फेल हो चुकी भाजपा की चार इंजन वाली सरकार पर आम आदमी पार्टी के एमसीडी में नेता प्रतिपक्ष अंकुश नारंग ने तीखा हमला बोलते हुए कहा कि दिल्लीवालों पर डेंगू-मलेरिया और चिनकगुनिया जैसी मौसमी बीमारियां लगातार कहर बरपा रही हैं। एमसीडी की रिपोर्ट के मुताबिक, बीते सप्ताह मलेरिया के 38 केस आए और अब तक इसके 371 केस आए हैं, जबकि डेंगू के बीते सप्ताह 74 और अबतक 759 केस आए हैं। ऐसे समय में डीबीसी-सीएफडब्लू कर्मचारियों को हड़ताल पर जाने से हालात और बदतर होंगे। अगर मेयर राजा इकबाल सिंह इनकी मांगे पूरी कर देते तो आज दिल्लीवाले न डेंगू-मलेरिया से झुलसते और न तो कर्मचारी हड़ताल पर जाने को मजबूर होते।
अंकुश नारंग ने मंगलवार को मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया के बढ़ते मामलों पर कहा कि भाजपा की चार इंजन वाली सरकार पूरी तरह विफल साबित हो रही है। भाजपा की विफलता के कारण ही आज एमसीडी के डीबीसी- सीएफडब्ल्यू कर्मचारी हड़ताल पर हैं। मेयर राजा इकबाल सिंह की हठधर्मिता का खामियाजा कारण दिल्ली की जनता को भुगतना पड़ रहा है।
अंकुश नारंग ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि बीते सप्ताह दिल्ली में मलेरिया के 38 नए मामले सामने आए हैं, जो पिछले पांच सालों में सबसे ज्यादा है। वर्तमान तक दिल्ली में 371 मलेरिया मामले दर्ज हो चुके हैं। इसी तरह, डेंगू के 74 नए मामले रिपोर्ट हुए हैं, जिससे कुल संख्या 759 पहुंच गई है। चिकनगुनिया के मामले भी पिछले पांच वर्षों के उच्चतम स्तर पर हैं और अब तक 61 मामले सामने आ चुके हैं।
अंकुश नारंग ने एमसीडी सदन में उठाए गए मुद्दे का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने 29 सितंबर को डीबीसी- सीएफडब्ल्यू कर्मचारियों की हड़ताल की चेतावनी दी थी। ये कर्मचारी रोजाना फॉगिंग, छतों पर टंकियों की जांच, पानी जमा होने से रोकथाम और मच्छर लार्वा की निगरानी करते हैं। मैंने मेयर और निगम आयुक्त को पत्र लिखकर कर्मचारियों से बातचीत की सलाह दी थी, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया। अंकुश नारंग ने कहा कि यह शर्मनाक है कि मेयर की अकड़ और अहंकार के कारण दिल्ली की जनता को इन बीमारियों की चपेट में आना पड़ेगा।
अंकुश नारंग ने आम आदमी पार्टी की सरकार की तुलना करते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल के कार्यकाल में “10 हफ्ते, 10 रविवार, 10 बजे, 10 मिनट” नामक एक सफल अभियान चलाया गया था, जो जनता को घरों में पानी जमा होने से रोकने के लिए जागरूक करता था। वर्तमान भाजपा सरकार के पास न कोई अभियान है, न रणनीति और न ही सरकारी या एमसीडी अस्पतालों में पर्याप्त इलाज की व्यवस्था। अंकुश नारंग ने चेतावनी दी कि भाजपा को सातों लोकसभा सीटें और 70 में से 48 विधानसभा सीटें देने वाली दिल्ली की जनता भाजपा सरकार और मेयर के इस अहंकार को नहीं भूलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि एमसीडी सदन में पहले ही चेतावनी दी थी कि 5,200 डीबीसी और सीएफडब्ल्यू कर्मचारी 29 सितंबर से हड़ताल पर जा रहे हैं, जिससे दिल्ली में मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया के मामले तेजी से बढ़ सकते हैं। इस हड़ताल के कारण दिल्ली की जनता, आपके, हमारे परिवार और वार्ड के लोग भी सुरक्षित नहीं रहेंगे।
अंकुश नारंग ने बताया कि मैंने एमसीडी सदन में इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया था और महापौर राजा इकबाल सिंह तथा निगम आयुक्त से कर्मचारियों की मांगों पर बातचीत करने की अपील की थी। इसके बाद मैंने लिखित पत्र भी भेजा, लेकिन महापौर ने 10 मिनट का समय भी नहीं निकाला, ताकि 5,200 कर्मचारियों के साथ बैठकर उनकी समस्याओं का समाधान किया जा सके। उन्होंने कहा कि ऐसे “अंधे, गूंगे और अहंकारी” महापौर की दिल्ली को क्या जरूरत, जो कर्मचारियों को सड़कों पर हड़ताल के लिए मजबूर करे और जनता को मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया के खतरे में छोड़ दे?
एमसीडी के जोनों व अन्य एजेंसी के एरिया में बीते सप्ताह आए डेंगू-मलेरिया के केस
जोन मलेरिया डेंगू
सेंट्रल 7 7
सिटी एसपी 3 3
सिविल लाइन 3 4
करोल बाग 3 6
केशवपुरम 1 3
नजफगढ़ 3 8
नरेला 0 3
रोहिणी 0 5
शाहदरा (नॉर्थ)। 5 5
शाहदरा (साउथ) 5 3
साउथ 3 6
वेस्ट 3 6
कुल 38 59
एनडीएमसी 0 3
दिल्ली कैंट 0 10
रेलवे 0 2