आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को ऑटो चालकों को अपने घर पर चाय पर आमंत्रित किया और उनके साथ सुख दुख साझा किया। इस दौरान अपने सबसे प्रिय नेता से मिले प्यार और अपनापन से भावुक ऑटो चालकों ने कहा कि आपकी सरकार बनने के बाद से हमें बहुत मान-सम्मान मिला है और हमारी जिंदगी बदल गई है। वहीं, अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आपके साथ सुख दुख बांटना मेरे लिए बेहद खास है। आपसे तो मेरा पुराना और गहरा रिश्ता है। समय चाहे कैसा भी रहा हो, हमने हमेशा एक-दूसरे का साथ दिया। आपके जीवन की चुनौतियां और आपकी मेहनत मुझे हमेशा प्रेरित करती रही है। हमने हमेशा आपके लिए काम किया है और भविष्य में भी आपकी सहूलियत के लिए काम करते रहेंगे।
अपने निवास पर ऑटो चालकों से संवाद करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मुझे याद है नवंबर 2012 में हमने पार्टी बनाई थी और 2013 में दिल्ली में किसी को उम्मीद नहीं थी कि आम आदमी पार्टी की एक भी सीट आएगी। मीडिया वाले हमारा मजाक उड़ाते थे कि इनकी जमानत जब्त हो जाएगी, हो सकता है केजरीवाल की जमानत बच जाए, बाकि सबकी जमानत जब्त होगी। उन्हें ये नहीं लगता था कि केजरीवाल जीत भी सकता है। मुझे याद हैं कि उन दिनों ऑटोवालो को लेकर किस तरह दुष्प्रचार किया जाता था।आज भी मुझे याद है मैंने रामलीला मैदान में ऑटोवालों की मीटिंग बुलाई थी, आप लोग हजारों की संख्या में आए थे। मैं नहीं भूला। आप ऑटोवालों के साथ मेरा रिश्ता बहुत पुराना है। उसके बाद तो हमने कई मीटिंग की। बुराड़ी में भी की थी। जब हमारी पहली बैठक रामलीला मैदान में हुई थी, वहां मैंने स्टेज से खड़े होकर कहा था कि अगर ऑटोवाले लुटेरे और डाकू हैं तो उनके कोठियां और महल बन जाने चाहिए थे। ये अभी तक झुग्गियों या एक कमरे के घर में क्यों रहते हैं? इनके घर में खाने को नहीं है। इनके घर में अगर कोई बीमार हो जाए तो उसका इलाज कराने के पैसे नहीं है।। इनके पास अपने बच्चों को पढ़ाने के पैसे नहीं हैं। घर का खर्चा मुश्किल से चलता है। तो फिर डाकू और लुटेरे कैसे हो सकते हैं?
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि रामलीला मैदान में मैंने ऑटोवालों का साथ दिया था और कहा था कि ये लोग व्यवस्था के पीड़ित हैं। आज व्यवस्था ऐसी है कि पुलिस वाले भी इनको डंडा मारते हैं, कभी पांच नंबर वाले डंडा मारते हैं। महीने के अंत में इनके पास कुछ बचता ही नहीं है। तब मैंने कहा था कि जब हमारी सरकारी आएगी तो हम व्यवस्था बदलेंगे और ऐसी व्यवस्था बनाएंगे जिसमें एक ऑटोवाला ईमानदारी के साथ अपना काम कर सके और घर का खर्चा चला सके। उस वक्त मुझे कईयों ने कहा था कि तुम ये बड़ा गलत कर रहे हो, तुम्हे राजनीति करनी नहीं आती। अगर ऑटो वालों का साथ दोगे तो दिल्ली की जनता तुम्हारे खिलाफ हो जाएगी। तो मैंने उनसे कहा कि मैं दिल्ली की जनता को जाकर समझाउंगा। दिल्ली की जनता को बताउंगा कि ये लोग बहुत गरीब हैं, ये पीड़ित हैं आप इनका साथ दो, इसके साथ खड़े हो। वो 2013 था और आज 2024 हो गया। 11 साल हो गए। मैंने ऑटोंवालों साथ नहीं छोड़ा।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारा ऐसा-वैसा रिश्ता नहीं, बल्कि दिल से दिल का रिश्ता है। यह दो-चार कामों का रिश्ता नहीं है कि ये काम करा दिया इसलिए आप के साथ हैं। जबसे हमारी सरकार बनी है, तबसे जनता ऑटोवालों को डाकू लुटेरा नहीं कहती है। वो दिन पुराने हो गए। मुझे ये भी याद है पिछली सरकार में ऑटो वाले हर तीसरे-चौथे दिन हड़ताल करते थे। कभी किराए के लिए तो कभी किसी चीज के लिए। लेकिन 11 साल हो गए, अभी तक ऑटोवालों ने एक भी हड़ताल नहीं की है। मैंने इतने काम कर दिए हैं कि मुझे सब याद भी नहीं है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोरोना काल में पूरे देश के अंदर दिल्ली की इकलौती सरकार है जिसने ऑटोवालों को याद रखा और 5-5 हजार रुपए दो बार आपके अकाउंट में डलवाए। बाकी किसी सरकार को ऑटोवालों की याद नहीं आई। दिल्ली अकेली जगह है जहां ऑटोवालों को आम आदमी पार्टी ने इज्जत दी। अब भाजपा वालों को भी ऑटो वाले याद आ रहे हैं। कभी भाजपा वालों ने नहीं बुलाया। गुजरात में भी नहीं बुलाया। जब में गुजरात में ऑटोवालों के घर खाना खाने गया, उसके बाद उन्हें इनकी याद आने लगी। पूरे देश में इन भाजपा वालों को अगर मैंने हर राज्य में ऑटोवालों के घर खाना नहीं खिला दिया, तो मेरा नाम बदल देना। अभी तो ये लोग ऑटोवालों को अपने दफ्तर बुला रहे हैं। अभी देख लेना चुनाव आते-आते इनके बड़े-बड़े नेता ऑटोवालों के घर में रोटी खाने भी आएंगे। फिर एक दिन रात को रुकेंगे भी। आपके बच्चों के साथ कैरम बोर्ड भी खेलेंगे।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पहले पुलिस वाले बहुत तंग करते थे। अब सब ठीक हो गया है। डिम्स, सिम और फिटनेट की फीस माफ कर दी। ऑटोमीटर की रोड ट्राई खत्म हो गई। ड्राइविंग लाइसेंस पर लगने वाली क्लास और फिटनेस पर लगने वाली क्लास बंद हो गई। परमिट फीस को हजार रुपए से घचाकर 500 रुपए कर दिया। आरसी का पता बदलवाने पर हर महीने 500 रुपए लगते थे, जिसे घटाकर 100 रुपए कर दिया। इसके अलावा भी बहुत सारी चीजे हैं। स्कूल बनवाए आप में से कई ऑटोवालों के बच्चे वहां से पढ़कर टीचर, इंजीनियर बन गए। अस्पतालों में मुफ्त इलाज मिल रहा है। फरिश्ते योजना लाए।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बाकी की सरकारें रोना रोती रहती हैं कि घाटा हो रहा है। मैंने कभी घाटे का रोना नहीं रोया। मैंने आज तक कभी नहीं कहा कि दिल्ली सरकार में घाटा हो रहा है। मैंने जनता के लिए सारे काम किए हैं। हम आप लोगों के लिए काम करते रहेंगे। आपके साथ हमारा अलग किस्म का रिश्ता है। मैं जिस राज्य में चुनाव लड़ने जाता हूं वहां सबसे पहले ऑटो वालों को याद करता हूं, उन्हें साथ लेकर चलता हूं। 2013 में भी आप लोगों ने हमारी बहुत मदद की थी, 2020 में भी मदद की थी। अभी भी बहुत मदद कर रहे हो। हर सवारी से बात जरूर करना। आप लोगों का जो बात करने का तरीका है वो हमें भी नहीं आता।
अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि मैं ऊपर वाले को बहुत मानता हूं। पिछले दो साल में इन लोगों ने हमारी पार्टी को जितना परेशान किया है। मनीष सिसोदिया को जेल में डाल दिया। मुझे जेल में जाल दिया। लेकिन इन्हें एक पैसा नहीं मिला। कुछ किया होगा तब तो पैसे मिलेंगे। कह रहे हैं 100 करोड़ रुपए खा गए। 100 करोड़ रुपए क्या हवा में गायब हो गए? कुछ तो किया होगा कहने उसका, जमीन खरीदी होगी, कुछ किया गो? सुप्रीम कोर्ट भी इनसे पूछ-पूछकर इसने थक गया कि कहां गया पैसा? इन्होंने कम से कम 500 जगह रेड मार ली लेकिन कुछ नहीं मिला। सब बकवास कर रहे हैं। ये हमारी सरकार को स्थिर नहीं रहने देना चाहते इसलिए ये सब कर रहे हैं। अभी मुझे हमारे दो-तीन ऑटोवाले भाइयों ने अपने घर बुलाया है। मैं सबके घर तो नहीं आ पाउंगा। लेकिन एक के घर आउंगा। मैं बता दूंगा। बाकी सब उस दिन उसके घर पहुंच जाना। आज आप लोगों के साथ समय बिताकर दिल से बहुत अच्छा लगा, जैसे मैं अपने परिवार के साथ बैठा हूं।
अरविंद केजरीवाल ने एक्स पर कहा कि आज मैंने ऑटो चालक भाइयों को अपने घर पर चाय के लिए आमंत्रित किया और उनके साथ खुलकर बातें की। उनके साथ सुख-दुख बांटना मेरे लिए बेहद खास है। ऑटो चालकों से तो मेरा पुराना और गहरा रिश्ता है। समय चाहे कैसा भी रहा हो, हमने हमेशा एक-दूसरे का साथ दिया। उनके जीवन की चुनौतियां और उनकी मेहनत मुझे हमेशा प्रेरित करती रही है। हमने हमेशा उनके लिए काम किया है और भविष्य में भी उनकी सहूलियत के लिए काम करते रहेंगे।
*”कई तरह की फीस खत्म होने से हमें काफी सहूलियत मिली है”
इस दौरान एक ऑटो चालक ने अरविंद केजरीवाल से बात करते हुए भावुक होकर कहा कि पहले भी हम ऑटो चलाकर पैसा कमाते थे, लेकिन आपकी सरकार बनने के बाद हमें जो मान-सम्मान मिला है, उसका कर्ज हम नहीं चुका सकते। आज मैं अपने आप पर विश्वास नहीं कर पा रहा कि मैं आपके सामने खड़ा हूं। ऊपर वाले से प्रार्थना करता हूं कि दिल्ली में हमेशा आपकी सरकार बनी रहे। पहले बुराड़ी अथॉरिटी में डिम्स के नाम पर 1420 रुपये लिए जाते थे, लेकिन जबसे आपकी सरकार आई है, यह बंद हो गया। फिटनेस के नाम पर भी पहले 600 रुपये लिए जाते थे, पर आपकी सरकार आने के बाद वह भी खत्म हो गया।
*आपने स्कूल अच्छे किए, जिसमें पढ़कर मेरी बेटी केंद्रीय विद्यालय में टीचर बनी”
एक अन्य ऑटो चालक ने कहा कि मैं बुराड़ी में रहता है और ऑटो चलाकर अपने परिवार का पालन-पोषण करता है। पहले बुराड़ी में टूटे-फूटे स्कूल हुआ करते थे, लेकिन आपकी सरकार बनने के बाद बहुत अच्छी बिल्डिंग बन गई। पहले सरकारी स्कूलों में हफ्ते में सिर्फ दो दिन पढ़ाई होती थी। मेरी बेटी कहती थी कि “पापा, स्कूल बहुत खराब है, केवल दो दिन ही क्लास चलती हैं, ऐसे में मैं आगे कैसे पढ़ पाऊंगी?” लेकिन जब आपकी सरकार आई, तो नई बिल्डिंग बनी और अब अच्छी पढ़ाई हो रही है। आज मेरी बेटी केंद्रीय विद्यालय में टीचर बन गई है। आपकी वजह से हमारी जिंदगी सुधर गई है। मैं चाहता हूं कि आपकी सरकार बार-बार आए और पूरे देश में फैले।
“फरिश्ते योजना ने कई जिंदगियां बचाई”
इस दौरान एक ऑटो चालक ने अरविंद केजरीवाल को अपने घर आने का निमंत्रण देते हुए कहा कि आप मेरे घर खाना खाने के लिए आइए। आपकी सरकार की फरिश्ते योजना के जरिए हमने कई लोगों की मदद की है। अगर सड़क पर किसी के साथ दुर्घटना हो जाए तो पहले पुलिस वालों से डर लगता था कि अगर मैं अस्पताल लेकर जाउंगा तो मेरे ऊपर ही केस कर देंगे। लेकिन अब कोई डर नहीं है, अगर किसी के साथ कुछ होता है तो उसे तुरंत उठाकर अस्पताल में भर्ती कर देते हैं।
अब हमारी कालोनी में साफ पानी आता है और सीवर की भी सुविधा हो गई है
वहीं एक ऑटो चालक ने बताया कि मेरी कालोनी में सीवर और पानी की पाइप लाइन डलवाने के बाद किसी ने पलटकर नहीं देखा था। हमारी हालत बद से बदतर थी। पानी के अंदर कीड़े आते थे। लेकिन जबसे आपकी सरकार आई है पानी स्वच्छ हो गया है। सीवर की सुविधा हो गई है। महिलाओं के लिए सुरक्षित शौच की व्यवस्था हो गई। वो अपने आपको सुरक्षित महसूस करती हैं। आप मेरे घर जरूर आइएगा। यह आपके छोटे भाई का ही घर है।
आपकी वजह से मैं इज्जत की जिंदगी जी रहा हूं
एक अन्य ऑटो चालक ने कहा कि पहले मैं किराए की गाड़ी चलाता था जिसका खर्चा भी मुझ पर आता था और गाड़ी वाले को भी मुझे पैसे देने पड़ते थे। मैं बड़ी मुश्किल से अपना घर चलाता था। लेकिन पहली बार जब आपकी 45 दिन की सरकार बनी थी, तब आपने एक आदेश निकाला था कि जो-जो लोग किराए की गाड़ी चलाते हैं उन्हें उनको ऑटो दिया जाए। उनमें से एक मैं भी हूं। तब से मेरे पास अपनी गाड़ी है। आपकी वजह से मैं इज्जत की जिंदगी जी रहा हूं और मेहनत की रोटी खा रहा हूं। अभी आपने इलेक्ट्रिक गाड़ी के लिए घोषणा की तो मैंने अपने पापा के नाम से फॉर्म भर दिया। उन्हें भी वो मिल गई। सब्सिडी में मेरे पापा तो 30 हजार रुपए मिले थे।