आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह द्वारा मंगलवार को सदन में अरविंद केजरीवाल और “आप” सरकार की तारीफ करने पर भाजपा के सांसद बौखला गए और उनका विरोध करने लगे। संजय सिंह भाजपा की केंद्र सरकार द्वारा लाए जा रहे ऑयलफील्ड अमेंडमेंट बिल पर चर्चा के दौरान सदन में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में जनता को फ्री बिजली, पानी, शिक्षा, इलाज और सस्ता डीजल-पेट्रोल दिया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के ऑयलफील्ड अमेंडमेंट बिल का मकसद राज्य सरकारों के अधिकार छीनना है। भाजपा कह रही है कि इस बिल से पेट्रोल का दाम कम होगा, लेकिन उनके शासित चंडीगढ़ में पेट्रोल 100 और बिहार में 105 रुपए प्रति लीटर है, जबकि “आप” शासित दिल्ली में 94 रुपए ही है। अडानी से 2200 करोड़ की रिश्वत खाकर भाजपा ने देश की जनता को महंगी बिजली बेची, अब ये लोग अडानी को इस क्षेत्र में भी लाएंगे।
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने मंगलवार को राज्यसभा में तेल क्षेत्र में विनियमन और विकास संशोधन विधेयक 2024 पर चर्चा के दौरान कहा कि सत्ता पक्ष के नेता कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री मोदी ने तेल और गैस के क्षेत्र में अनुकरणीय काम किया है। यह भी कहा जा रहा है कि पूरी दुनिया में उनका डंका बज रहा है। लेकिन मुझे याद है कि 2014 में जब ये लोग लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए निकले थे, तब वे कहते थे कि “वोट दे दो, बीजेपी को जिता दो, डीजल 40 रुपए प्रति लीटर का हो जाएगा, पेट्रोल 50 रुपए लीटर हो जाएगा।” इनका एक नेता सदन में यह भाषण दे रहा था। उस समय दुनिया के पैमाने पर कच्चे तेल का दाम 135 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया था। इसके बावजूद न तो डीजल और न पेट्रोल की कीमतें कम हुईं। लेकिन जब कोरोना काल में कच्चे तेल की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 19 डॉलर प्रति बैरल तक गिर गई, तब भी इस सरकार ने भारत में महंगा डीजल और पेट्रोल बेचा। इन्होंने डीजल और पेट्रोल की कीमतें कम नहीं की, बल्कि इतना महंगा पेट्रोल और डीजल बेचा कि जनता का तेल निकाल लिया।
संजय सिंह ने कहा कि इस बिल में लिखा है कि सरकार निवेशकों और विभिन्न कॉरपोरेट घरानों को इस क्षेत्र में निवेश बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करेगी। इस बिल का एक बड़ा मकसद यही है। तो फिर ओएनजीसी का क्या होगा, जिसे 2023-24 में 40 हजार करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है? जिस क्षेत्र में भारत की पब्लिक सेक्टर की महारत्न कंपनी ओएनजीसी को मुनाफा हो रहा है, वहां मुनाफा कमाने के लिए ये और कंपनियों को लाना चाहते हैं। इस क्षेत्र में सरकार जो बिल ला रही है, उसमें वह राज्य सरकारों से भी अधिकार छीन रही है। इस कानून के माध्यम से केंद्र सरकार सारे अधिकार अपने पास चाहती है, जिससे संघीय ढांचे पर चोट पहुंचेगी और राज्यों के साथ उसका झगड़ा और बढ़ेगा। यह बुनियादी तौर पर देश के संघीय ढांचे के खिलाफ है।
संजय सिंह ने कहा कि भाजपा शासित राज्य चंडीगढ़ में आज पेट्रोल का दाम 100 रुपये प्रति लीटर, बिहार में 105 रुपये प्रति लीटर और जिस दिल्ली की ये लोग हर बात पर आलोचना करते हैं, यहां पेट्रोल का दाम 94 रुपये प्रति लीटर है। दिल्ली के मुख्यमंत्री रहते हुए अरविंद केजरीवाल ने लोगों को बिजली, पानी, शिक्षा और इलाज मुफ्त दिया। लोगों को महंगाई से बचाने के लिए पेट्रोल और डीजल भी सस्ते दामों पर दिया।
संजय सिंह ने कहा कि अगर इस सरकार के भ्रष्टाचार की बात करें तो लिस्ट बहुत लंबी है। ये लोग अडाणी को लेकर बैठे हुए हैं। अडाणी ने भारत में महंगी बिजली बेचने के लिए इनके अधिकारियों को 2200 करोड़ रुपये की रिश्वत दी है। इन्होंने मोदी जी का इतना बखान किया, वह हमने सुना। लेकिन जब हम एक राज्य सरकार के कामों का उदाहरण देने लगते हैं, तो इनकी परेशानी बढ़ जाती है। अरविंद केजरीवाल ने मुफ्त बिजली, पानी, शिक्षा, इलाज और सस्ता पेट्रोल-डीजल दिया। यह एक मुद्दा है। इनका ध्यान देश में पेट्रोल-डीजल कैसे सस्ता हो, इस पर नहीं है, बल्कि इनका ध्यान तो देशभर में झगड़े कराने और अडानी को हजारों करोड़ रुपये का मुनाफा पहुंचाने में है। अब ये उसे इस क्षेत्र में भी लाएंगे।