आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने रविवार को बुराड़ी विधानसभा में ऑटो संवाद कर ऑटो चालकों से बात की। इस दौरान ऑटो चालकों ने कहा कि हम अरविंद केजरीवाल के काम से बेहद खुश हैं। अरविंद केजरीवाल की वजह से ही आज वे इज्जत की जिंदगी जी रहे हैं। “आप” सरकार ने हमारी कई तरह की फीस माफ कर दी और कोराना के दौरान भी सभी ऑटो चालकों को 10-10 हजार रुपए की आर्थिक मदद दी। हमें जब भी जरूरत पड़ी, हर कदम पर सरकार हमारे साथ खड़ी मिली। वहीं, मनीष सिसोदिया ने कहा कि ऑटो चालक सिर्फ सवारी नहीं ढोते, बल्कि लोगों के सपने, जरूरतें और जिम्मेदारियां अपनी गाड़ी में बिठाकर मंज़िल तक पहुंचाते हैं। सभी ऑटो वाले केजरीवाल जी को फिर मुख्यमंत्री देखना चाहते हैं, क्योंकि उन्होंने न सिर्फ वादे किए, बल्कि काम करके दिखाया है।
मनीष सिसोदिया ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर कहा कि आज बुराड़ी मैदान में ऑटो रिक्शा चालकों के साथ संवाद किया। उनकी कहानियां सुनकर दिल भर आया। अच्छा लगा यह जानकर कि ऑटो वाले अरविंद केजरीवाल जी की सरकार के काम से बहुत खुश हैं। एक ऑटो वाले ने बताया कि कैसे उसकी बेटी को सरकारी स्कूल में अच्छी शिक्षा मिली और आज वह दिल्ली के केंद्रीय विद्यालय में टीचर है। एक भाई ने बताया कि उन्होंने अब अपने बच्चे को प्राइवेट स्कूल से निकालकर सरकारी स्कूल में दाखिला कराया है और वह बहुत खुश हैं। सभी ऑटो वाले दिल्ली में अरविंद जी के ऑटो वालों के लिए किए गए काम से भी बेहद खुश हैं। उन्हें बार-बार ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी के चक्कर नहीं काटने पड़ते। कई तरह की फीस का बोझ खत्म कर दिया गया है। अरविंद केजरीवाल जी की वजह से उनका परिवार आज दिल्ली में इज्जत की जिंदगी जी रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली की रफ्तार इन्हीं ऑटो वालों के मेहनत के पहियों पर चलती है। ये सिर्फ सवारी नहीं ढोते, ये लोगों के सपने, जरूरतें और जिम्मेदारियां अपनी गाड़ी में बिठाकर मंज़िल तक पहुंचाते हैं। सुबह से देर रात तक, ट्रैफिक और चुनौतियों के बीच, हर सवारी के चेहरे पर मुस्कान लाना इनकी जिंदगी का हिस्सा है। सभी ऑटो वाले केजरीवाल जी को दोबारा मुख्यमंत्री देखना चाहते हैं, क्योंकि उन्होंने न सिर्फ वादे किए बल्कि काम करके दिखाया है।
ऑटो चालकों से संवाद करते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा कि केजरीवाल जी के दिल में ऑटो वालों के लिए बहुत स्थान है और ऑटो वालों के दिल में भी केजरीवाल जी के लिए बहुत बड़ा स्थान है। मैं दिल्ली में घूमता रहता हूं। इस दौरान जब भी दिल्ली की किसी रेड लाइट पर बाजू में कोई ऑटो वाला आकर खड़ा होता है और उन भाइयों से थोड़ी देर के लिए बात होती है। वह दिल से दिल की बात हो रही होती है। ऐसा लगता है जैसे दो परिवारों के लोग बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं अक्सर दिल्ली के स्कूलों में जाता रहता हूं। इस दौरान जब भी कोई बच्चा या बच्ची मुझे बताते हैं कि उनके पापा ऑटो चलाते हैं तो मुझे लगता है जैसे ये अपने भाई के ही बच्चे हैं। क्योंकि 2013 से आज आम आदमी पार्टी, अरविंद केजरीवाल और मैं जहां हूं यहां तक लाने में दिल्ली के ऑटो वालों की बड़ी भूमिका है। आप लोगों के लिए हमारी सरकार जितना करे वो कम है। सरकार जितना कर सकती है, उतने काम करना चाहती है।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि मुझे याद है दिल्ली का वित्त मंत्री होने के नाते मेरे पास फाइलें आती थीं। सरकार में अगर किसी का एक रुपया भी माफ करना हो तो उस कागज पर साइन करने के लिए अधिकारियों के पसीने छूटते हैं। लेकिन अरविंद केजरीवाल ने कहा कि लाख रुपए भी माफ करना पड़े तो किया जाएगा। बात फीस की नहीं है, बल्कि इसे जमा कराने के लिए ऑटो वालों को खूब धक्के खाने पड़ते थे। वो सारी चीजें खत्म कर दी गई हैं।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि आपके बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं तो केजरीवाल जी उसके लिए काम कर रहे हैं। आपके माता-पिता तीर्थ यात्रा पर जाना चाहते हैं तो केजरीवाल जी उसके लिए काम कर रहे हैं। आपके घर में बिजली का बिल जीरो और 24 घंटे बिजली आए, वह उसके लिए भी काम कर रहे हैं। बात केवल यह नहीं है कि एक ऑटोवाला होने के नाते अरविंद केजरीवाल ने आपके लिए क्या किया? बल्कि बात तो यह है कि आपके घर में जो बच्चा पढ़ रहा है वह आपका भविष्य है। अरविंद केजरीवाल उसका भविष्य उज्जवल करना चाहते हैं ताकि वह बड़े होकर कहीं डॉक्टर, इंजीनियर, आईएएस, या व्यापारी बने। अगर आपके घर में कोई बीमार पड़े, तो आपको यह टेंशन नहीं होनी चाहिए कि इनके इलाज का बिल कैसे भरा जाएगा। नहीं तो देश के बाकी राज्यों में जहां-जहां भाजपा की सरकारें हैं वहां आप अपने रिश्तेदारों से फोन करके पूछ लो, अगर वहां कोई बीमार पड़ जाए तो ठीक होने से ज्यादा यह चिंता रहती है कि कहीं इलाज के लिए अपना ऑटो तो नहीं बेचना पड़ेगा। दिल्ली में किसी को यह चिंता नहीं रहती है, क्योंकि उन्हें पता है कि केजरीवाल है।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली के लोगों को पता है कि अगर छोटी-मोटी बीमारी हुई तो मोहल्ला क्लीनिक है। बड़ी बीमारी हुई तो सरकारी अस्पताल हैं। अगर उससे भी बड़ी कोई बीमारी हो जिसका इलाज सरकारी अस्पताल में नहीं हो पा रहा है तो प्राइवेट अस्पताल में लाखों रुपए का इलाज का खर्च भी सरकार उठाएगी। केजरीवाल जी कराते हैं। पैसा सरकार देती है। दिल्ली में अगर कहीं भी कोई एक्सीडेंट हो जाए तो दिल्ली सरकार उसका सारा इलाज कराती है। मैं ऐसे कई ऑटो वालों को जानता हूं जिन्होंने सड़क हादसे में घायल व्यक्ति को उठाकर पास के अस्पताल में भर्ती कराया जिसके बाद सरकार ने उनका इलाज कराया। अस्पताल ले जाने पर उन्हें पुलिस परेशान नहीं करती है। बल्कि सरकार उसे ईनाम देती है। इस फरिश्ते योजना के तहत आज हजारों ऑटो वालों ने लोगों की जान बचाई है।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि भाजपा की 22 राज्यों में सरकार है। जहां-जहां आपके रिश्तेदार रहते हों वहां फोन करके पूछ लो सरकारी स्कूलों का क्या हाल है। न इनसे अस्पताल ठीक करने आ रहे, यूपी, बिहार, राजस्थान में प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा की भी हालत खराब है। बिजली का इतना बुरा हाल है कि गांव की बात तो छोड़ो, कस्बों और शहरों में घंटों-घंटों लंबे पावर कट लग रहे हैं। लोग बताते हैं वहां कई इलाकों में बिजली नहीं आती, केवल बिल आता है। भाजपा के सारे राज्यों का यही हाल है। आज कश्मीर से कन्याकुमारी तक में भी लोग जानते हैं कि अरविंद केजरीवाल की सरकार ने दिल्ली के स्कूल अच्छे कर दिए। बिजली 24 घंटे आती है। दिल्ली में केजरीवाल हैं, मतलब स्कूल अच्छे हैं। वहीं जिन राज्यों में भाजपा है, वहां केवल भाजपा ही है, स्कूल, अस्पताल और बिजली नहीं है। हम एक-एक दिल्लीवाले को जीवन जीने में मदद कर रहे हैं।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि इन ईडी सीबीआई वालों ने मेरे घर पर रेड मारते हुए सोचा था कि ये इतने समय मंत्री रहा इसके पास कुछ तो पैसा होगा। ये मेरा फोन ले गए, उसमें टीचरों, बच्चों के नंबर थे। उन्हें कुछ नहीं मिला। अंत में बोले बैंक के लॉकर में मिलेगा। सीबीआई वाले बैंक का लॉकर देखने गए। जब उन्होंने लॉकर खोला तो उसमें मेरे बेटे का चांदी का झुनझुना था जो उसे बचपन में उसकी नानी ने दिया था। मेरी पत्नी ने उसे संभाल कर रखा था। कहीं से कुछ नहीं मिला लेकिन ऊपर से इन्हें भाजपा का आदेश था कि केजरीवाल को रोकना है तो पहले मनीष सिसोदिया को पकड़ना पड़ेगा, ये दिल्ली में स्कूल बना रहा है। ये लेकर ले गए और वो धाराएं लगा दीं जो आतंकवादियों पर लगाई जाती हैं ताकि बेल न हो सके। मैं 17 महीने जेल में रहा। इन्होंने मुझ पर बहुत दबाव डाला। कहते थे केजरीवाल का साथ छोड़ दो, हमारे साथ आ जाओ। लेकिन मैंने कहा केजरीवाल जी दिल्लीवालों के साथ हैं और मैं उनके साथ हूं। मैं टूटा या झुका नहीं। मैं वापस आकर उसी हिम्मत से आपके बीच काम कर रहा हूं। इन्होंने अरविंद केजरीवाल को भी 6 महीने जेल में रखा। लेकिन जिस तरह वह पहले दिल्लीवालों के लिए काम कर रहे थे आज उससे ज्यादा हिम्मत से काम कर रहे हैं।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने आपके लिए इतना काम किया है आज उन्हें आपकी जरूरत है। उन्होंने आपके बच्चों, अस्पतालों, मोहल्ला क्लीनिक, बिजली, पानी और आपकी जिंदगी के लिए इतना काम किया है। हमें केजरीवाल को वापस लाना है।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि आज दिल्ली में भाजपा वालों के घर भी बिजली के बिल जीरो आते हैं। ये लोग बड़े जोर-शोर से कहते थे कि हमें मुफ्त की रेवड़ी नहीं चाहिए। दो साल पहले अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जिसे-जिसे फ्री बिजली नहीं चाहिए वह अपना फॉर्म न भरे, उसके घर बिल आ जाएगा। लेकिन सारे भाजपा वालों ने सबसे पहले फ्री के फॉर्म भरे। इसलिए भाजपा वालों से भी कह देना चाहिए कि ये लोग कुछ भी कर लें लेकिन इनके घर के बिजली का बिल जीरो तो अरविंद केजरीवाल ही कराएंगे। चाहें वह कितने भी भाजपा के कट्टर समर्थक हों।