आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भाजपा सरकार की आयुष्मान भारत योजना को बड़ा घोटाला बताते हुए देशभर में दिल्ली की बेहतरीन स्वास्थ्य मॉडल को लागी करने की सलाह दी है। अरविंदल केजरीवाल का कहना है कि यह मेरा नहीं बल्कि कैग का कहना है कि आयुष्मान भारत योजना में बहुत सारे घोटाले हैं। इस योजना में इलाज के लिए मरीज़ को भर्ती होना जरूरी है, जबकि दिल्ली में भर्ती होने की कोई शर्त नहीं है, 5 रुपए की दवाई से लेकर 1 करोड़ तक का इलाज मुफ्त है। जब दिल्ली में दवाई, टेस्ट, इलाज सब फ्री है तो यहां आयुष्मान भारत योजना की जरूरत नहीं है। प्रधानमंत्री जी को दिल्ली के हेल्थ मॉडल का अध्ययन कर इसे पूरे देश में लागू करना चाहिए।
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संजोयक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के बारे में मैं नहीं बल्कि कैग का कहना है कि इसमें बहुत सारे घोटाले हैं। आयुष्मान भारत योजना कहती है कि जब आप अस्पताल में भर्ती होगे तब आपका 5 लाख तक का इलाज होगा, जबकि दिल्ली में हमारी योजना के तहत आपको सर्दी-जुकाम भी हो तो आप ओपीडी, आईपीडी में जाकर इजाल फ्री में करवा सकते हैं। आप भर्ती हो या न हो आपका सारा इलाज मुफ्त होता है। आपको पांच रुपए की क्रोसीन चाहिए या पचास लाख या एक करोड़ रुपए का इलाज कराना है। सबकुछ फ्री है। यहां कोई पांच लाख रुपए की लिमिट नहीं है। जब यहां दवाइंया, टेस्ट, ओपीडी, आईपीडी, रेग्यूलर चेकअप से लेकर सबकुछ फ्री है तो दिल्ली में आयुष्मान भारत योजना लागू करने का कोई मतलब नहीं रह जाता है। इसलिए मैंने प्रधानमंत्री मोदी जी से भी निवेदन किया कि वह दिल्ली के हेल्थ मॉडल का अध्ययन करके उसे पूरे देश में लागू करें। उन्हें बार-बार हमारी या तुम्हारी योजना वाली बात नहीं करनी चाहिए। जो भी अच्छी योजना है उसे देश के अंदर लागू होना चाहिए।
अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि हमने उसे बात की थी। प्रधानमंत्री जी का कहना है कि आप अपनी योजना बंद करके केवल आयुष्मान भारत योजना को लागू करिए। दिल्ली सरकार की योजना किसी व्यक्ति का 20 लाख रुपए का भी इलाज मुफ्त में होता है। हमारे मोहल्ला क्लीनिक में कोई जाता है तो उसका इलाज भी मुफ्त होता है। हम इसे कैसे बंद कर दें?
वहीं, आम आदमी पार्टी की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने बुधवार को पार्टी कार्यालय में प्रेस वार्ता कर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने एक रैली में आदतनुसार फिर एक झूठ बोला। आम आदमी पार्टी के लिए हेल्थ एक बहुत महत्वपूर्ण मुद्दा है। यहां पर अरविंद केजरीवाल की सरकार ने एक ऐसा हेल्थ मॉडल पेश किया है, जिसकी तारीफ संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान को भी करनी पड़ी थी। वहीं, मोदी जी ने देश के आगे एक ऐसा आयुष्मान भारत स्कैम पेश किया है, कि सीएजी को भी उसके फर्जीवाड़े के बारे में बोलना पड़ा था। बताया गया था कि मृतक पेशेंट और नकली पेशेंट के नाम पर भाजपाई अपनी जेब भर रहे हैं।
प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि आयुष्मान भारत स्कैम बहुत ही विस्तृत स्कैम है। इसमें लगभग 26 हजार अस्पतालों का सूची में नाम लिखा गया है। जिसमें से करीब 7 हजार अस्पताल सिर्फ कागजों में हैं। 4 हजार अस्पताल ऐसे हैं, जिन्होंने आयुष्मान भारत स्कैम के तहत अब तक किसी को एडमिट ही नहीं किया है। जिन अस्पतालों ने आयुष्मान भारत के तहत गरीब लोगों के लिए एडमिशन किए थे, उन्होंने भी अपने हाथ खड़े कर दिए हैं। क्योंकि मोदी सरकार उनका बकाया पैसा नहीं दे रही है।
इसके बाद प्रियंका कक्कड़ ने पेपर्स दिखाते हुए कहा कि हरियाणा की इंडियन मेडिकल असोसिएशन ने 29 फरवरी को केंद्र सरकार को लिखकर अवगत कराया था कि वो आयुष्मान भारत के तहत अब किसी और का एडमिशन नहीं लेंगे क्योंकि मोदी सरकार ने उनका बकाया पैसा नहीं दिया है। इंडियन मेडिकल असोसिएशन ने आखिरी लाइन में लिखा है कि सभी लंबित भुगतान चुकाएं जाएं वरना 26 मार्च 2024 से आयुष्मान कार्ड भी जारी नहीं किए जाएंगे।
प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि यह है आयुष्मान भारत की सच्चाई। आयुष्मान भारत की सच्चाई यह है कि मोदी सरकार ने इस स्कीम के लिए जितना बजट आवंटित किया था, उसमें कटौती कर दी ताकि लोगों तक इसका लाभ ना पहुंचे। इसके बाद प्रियंका कक्कड़ ने पेपर्स पढ़े, जिसमें लिखा हुआ था कि “मोदी सरकार की बीमा योजना ने अस्पतालों में ऐसे मरीजों को भर्ती करने का दबाव डाल दिया है जो मौत के कगार पर हैं। वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए बजट 2024 स्वास्थ्य सेवा आवंटन राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति लक्ष्य से कम है।”
प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि आपने कभी देखा या सुना है कि कभी दिल्ली से कोई अपना इलाज करवाने हरियाणा या उत्तर प्रदेश गया हो? लेकिन दिल्ली सरकार के अस्पतालों में आज 50 फीसदी से ज्यादा लोग उत्तर प्रदेश और हरियाणा से आते हैं। अगर आयुष्मान भारत इतनी बढ़िया स्कीम है तो वहां के लोगों को दिल्ली क्यों आना पड़ रहा है? हालांकि, हम उन लोगों का स्वागत करते हैं। हमारे लिए हेल्थ केयर बहुत महत्तवपूर्ण है। अरविंद केजरीवाल ने स्वास्थ्य पर इतना काम किया है कि हम इस बात से खुश हैं कि आज दिल्ली सभी लोगों के इलाज के लिए खुली है।
प्रियंका कक्कड़ ने आगे कहा कि दिल्ली सरकार स्वास्थ्य में ऐसा काम इसलिए कर पाई क्योंकि हमारी सरकार अपने बजट का 16 फीसदी स्वास्थ्य को आवंटित करती है। वहीं, हेल्थ एलोकेशन नेशनल हेल्थ मिशन ने 2017 की पॉलिसी अपने पूरे बजट का 2.5 फीसदी आवंटित करती है, मोदी जी उतना भी नहीं कर पा रहे हैं, उसमें भी कटौती कर दी है। हमारे लिए स्वास्थ्य एक बहुत महत्वपूर्ण मुद्दा है। हमने इसे लेकर बार-बार काम किया है।
प्रियंका कक्कड़ ने कहा हम दिल्ली में आयुष्मान भारत स्कैम योजना लागू नहीं करेंगे। दिल्ली सरकार की योजना इतनी बेहतर है कि मोदी जी को उसका अध्ययन करके पूरे देश में उसको लागू करना चाहिए। आयुष्मान भारत के तहत आप तभी योग्य हो पाएंगे अगर आपकी आय दस हजार रुपए प्रति महीने से कम है। दिल्ली सरकार की स्कीम के तहत ऐसा कोई प्रतिबंध नहीं है। आप चाहे 1 रुपया, 1 करोड़ रुपए या दस करोड़ रुपए कमाता हो, आपका सारा इलाज मुफ्त है। आयुष्मान योजना के तहत आपके पूरे परिवार को सिर्फ 5 लाख रुपए तक का इंश्योरेंस मिलता है। दिल्ली सरकार में ऐसी कोई लिमिट नहीं है। जितने का भी इलाज हो। 5 रुपए की दवा हो या एक करोड़ का इलाज हो, दिल्ली सरकार उसका पूरा खर्च उठाती है। आयुष्मान योजना के तहत आपके घर में अगर फ्रिज, टीवी, फोन या स्कूटी है तो आप इस योजना का लाभ नहीं ले सकते हैं। लेकिन दिल्ली सरकार की योजना के तहत आपके घर में फ्रिज हो, टीवी हो, मोबाइल हो, स्कूटी हो या फिर बीएमडब्ल्यू हो, आपका पूरा इलाज दिल्ली सरकार मुफ्त करवाएगी।
प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि आयुष्मान स्कैम योजना के तहत अस्पताल में भर्ती होना अनिवार्य है। अगर कोई मजदूर दिन का 300 रुपए कमाता हो, उसके पैर के ऊपर ईंट गिर जाए और उसको टांके और दवाई की जरूरत हो तो आयुष्मान भारत उसको कवर नहीं करेगा। दिल्ली सरकार में ऐसा कोई प्रतिबंध नहीं है। दिल्ली सरकार में पिछले 8 सालों में मोहल्ला क्लीनिक में 7.5 करोड़ लोगों ने ओपीडी में इलाज करवाया है जोकि बहुत बड़ी संख्या है। मोहल्ला क्लीनिक में 359 की तरह दवाइयां मुफ्त हैं, 450 टेस्ट मुफ्त हैं। हम क्यों ले तुम्हारा आयुष्मान भारत स्कैम, जिससे अस्पताल और मरीज परेशान हो जाए। जिसमें सीएजी रिपोर्ट बता रही है कि फर्जीवाड़ा है। हम ऐसी फर्जी स्कीम क्यों लें?
प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि मोदी जी को अध्ययन करना चाहिए कि अरविंद केजरीवाल ने हेल्थ केयर में यह काम कैसे किया? कैसे सभी के लिए स्वास्थ्य सुविधाओँ को पहुंचाया? सभी के लिए दवा, इलाज और सर्जरी मुफ्त की और इस मॉडल को पूरे देश में लागू करना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा ने लगातार यह प्रयास किया है कि किसी भी तरह हेल्थ मॉडल को बर्बाद किया जाए। उन्होंने सत्येंद्र जैन को भी गिरफ्तार करवा दिया, ताकि हमारा हेल्थ मॉडल प्रभावित हो। कभी वो सैलरी तो कभी दवाईयां रुकवाते हैं। उनके कुछ ना कुछ नकारात्मक प्रयास चलते रहते हैं। अब वो दिल्ली सरकार का हेल्थ मॉडल ध्वस्त करके दिल्ली में आयुष्मान भारत स्कैम शुरू किया जाए। हम ऐसा होने नहीं देंगे। हम दिल्ली वालों के लिए हेल्थ केयर हमेशा मुफ्त रखेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि इसको और बेहतर किया जाए।