दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारियों को और धार देते हुए आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को “रेवड़ी पर चर्चा” कैंपेन लॉन्च किया। कैंपेन के तहत “आप” दिल्ली भर में अरविंद केजरीवाल द्वारा दी जा रही मुफ्त की 6 रेवड़ियों 24 घंटे बिजली, पानी, शानदार शिक्षा, सरकारी अस्पतालों में शानदार इलाज,महिलाओं को बस यात्रा और बुजुर्गों को तीर्थयात्रा पर चर्चा करेगी और लोगों को बताएगी कि भाजपा को वोट दिया तो ये 6 रेवड़ियां बंद हो जाएंगी। इस दौरान उन्होंने मुफ्त की छह रेवड़ियों का पोस्टर भी जारी किया, जिसमें उनका विस्तार से जिक्र है। यह कैंपेन 25 नवंबर से 10 दिसंबर तक चलेगा। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जनता का पैसा है तो उस पर पहला हक़ भी जनता का ही है। अब बहुत जल्द सातवीं रेवड़ी भी आने वाली है, जिसमे हर महिला के अकाउंट में हर महीने हजार-हजार रुपए डालने की शुरुआत की जाएगी।
हम दिल्ली की जनता को 6 मुफ्त की रेवड़ियां दे रहे हैं, लेकिन भाजपा इसे बंद करने की बात कह रही है – केजरीवाल
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने रेवड़ी पर चर्चा कैंपेन लॉन्च कर कहा कि दिल्ली के चुनाव सिर पर हैं और आज से हम पूरी दिल्ली के अंदर एक नया कैंपेन लॉन्च करने जा रहे हैं। उस कैंपेन का नाम रेवड़ी पर चर्चा है। पूरी दिल्ली के हर गली-मोहल्ले और सोसाइटी के अंदर मिलाकर 65 हजार मीटिंग की जाएंगी। छोटी-छोटी मीटिंग की जाएंगी। उन छोटी-छोटी मीटिंग्स के अंदर हमारे कार्यकर्ता, मंडल अधिकारी, मंडल अध्यक्ष, बूथ अधिकारी, बूथ अध्यक्ष और उनकी टीम, साथ ही ऊपर के हमारे जितने कार्यकर्ता और पदाधिकारी हैं वो जनता के बीच में जाएंगे, उनसे बात करेंगे और पेम्प्लेट्स बांटेंगे। इस पेम्प्लेट्स के जरिए हम जनता को यह बता रहे हैं कि दिल्ली में हमने काम तो बहुत सारे किए। आने वाले 15 दिनों का यह हमारा कैंपेन है। यह हमारे कैंपेन का फेज 1 है, जो 25 नवंबर से शुरू होगा और 10 दिसंबर तक चलेगा। इस दौरान हम गली-गली, मोहल्ले और सोसाइटी में जाएंगे और जनता के बीच अपनी ये सारी बातें रखेंगे। हमें पूरी उम्मीद है कि 15 दिन के अंदर हम दिल्ली का एक-एक घर इस पूरे कैंपेन से कवर कर लेंगे। मुझे पूरी उम्मीद है कि दिल्ली की जनता तैयार है।
भाजपा शासित किसी भी राज्य में दिल्ली में मिल रही छह रेवड़ियों में से एक भी रेवड़ी नहीं मिलती – केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मोटे-मोटे तौर पर 6 मुफ्त की रेवड़ियां हमने दिल्ली के लोगों को दी हैं। प्रधानमंत्री जी कई मंचों से और कई बार यह बोल चुके हैं कि केजरीवाल दिल्ली में मुफ्त की रेवड़ी दे रहा है, यह मुफ्त की रेवड़ी बंद होनी चाहिए। हम दिल्ली की जनता को बताना चाहते हैं कि हां, हम यह 6 मुफ्त की रेवड़ियां दे रहे हैं। भाजपा खुलेआम कह रही है कि यह 6 मुफ्त की रेवड़ियां बंद होनी चाहिए। दिल्ली की जनता हमें बताए कि यह 6 मुफ्त की रेवड़ियां चाहिए या नहीं चाहिए। यह मुफ्त की 6 रेवड़ियां, 6 सुविधाएं हैं, जो हमने दिल्ली की जनता को दिल्ली की जनता के पैसे से दी हैं। भाजपा कहती है कि यह मुफ्त की सुविधाएं बंद होनी चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कि यह 6 सुविधाएं बंद होनी चाहिए। अगर भाजपा आ गई तो यह सुविधाएं बंद कर देगी। आज देश के 20 राज्यों में भाजपा की सरकार है। आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, हरियाणा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, नागालैंड, ओडिशा, पुडुचेरी, राजस्थान, सिक्किम, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड में से किसी भी राज्य में एक भी रेवड़ी जो हम दिल्ली में दे रहे हैं, वो नहीं है। तो जब 20 राज्यों में नहीं है, तो यहां भी नहीं देंगे। जाहिर सी बात है कि ये यहां भी इसे बंद कर देंगे। उनका कमिटमेंट है कि यह नहीं होना चाहिए।
दिल्ली- पंजाब में मुफ्त और 24 घंटे बिजली मिलती है, लेकिन भाजपा शासित एक भी राज्य में 24 घंटे बिजली नहीं मिलती – केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने रेवड़ियों के बारे में बताते हुए कहा कि हमारी पहली रेवड़ी है, दिल्ली में फ्री बिजली और नो पावर कट। 24 घंटे बिजली और फ्री बिजली। याद करो, हमसे पहले जब दिल्ली में कांग्रेस की शीला दीक्षित की सरकार थी। उन दिनों में 8 से 10 घंटे के पावर कट रोज लगते थे। हमने आकर दिल्ली में 24 घंटे बिजली चालू कर दी। पावर कट नहीं लगते। भाजपा के 20 राज्यों में से एक भी राज्य ऐसा नहीं है, जहां 24 घंटे बिजली हो। गुजरात में इनकी 30 साल से सरकार है, फिर भी वहां पावर कट लगते हैं। 30 साल में भी ये वहां 24 घंटे बिजली नहीं दे पाए, क्यों? क्योंकि यह टेक्निकल मामला है। हम इंजीनियर हैं, हमें 24 घंटे बिजली देनी आती है। अगर दिल्ली में आम आदमी पार्टी को वोट नहीं दिया, भाजपा को वोट दिया तो दिल्ली में भी 8 से 10 घंटे के पावर कट लगने चालू हो जाएंगे। इसलिए कमल का बटन दबाने से पहले सोच लेना कि आप लंबे-लंबे पावर कट के लिए बटन दबा रहे हो, नहीं तो झाड़ू का बटन दबा देना। ज्यादा दूर जाने की जरूरत नहीं है, उत्तर प्रदेश में फोन करके पूछ लो कितने घंटे पावर कट लगते हैं। बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश फोन करके देख लो कितने घंटे के पावर कट लगते हैं। हमारी सरकार को तो मुश्किल से दस साल भी नहीं हुए, हमने दिल्ली में 24 घंटे बिजली कर दी। बिजली फ्री कर दी। पूरे देश में दिल्ली और पंजाब दो ही राज्य हैं, जहां आम आदमी पार्टी की सरकार है और जहां बिजली फ्री है। उत्तर प्रदेश में फोन करके देख लो महीने में कितने हजार रुपए का बिल आता है। अगर दिल्ली में आपने भाजपा को वोट दे दिया तो फिर से आपके महीने के कई-कई हजार रुपए बिल आना चालू हो जाएंगे। इसलिए अगर फ्री बिजली, सस्ती बिजली और 24 घंटे बिजली चाहिए तो यह फ्री की रेवड़ी केवल आम आदमी पार्टी की सरकार दे सकती है।
पूरे देश में सिर्फ दिल्ली में हर परिवार को 20 हजार लीटर पानी मुफ्त मिलता है, भाजपा के किसी राज्य में पानी मुफ्त नहीं है – केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दूसरा है, मुफ्त पानी। दिल्ली में हम हर महीने हर परिवार को 20 हजार लीटर पानी मुफ्त देते हैं। इनके 20 राज्यों में से किसी भी राज्य के अंदर पानी मुफ्त नहीं है। जब मैं जेल गया था तो इन्होंने पीछे से पता नहीं क्या गड़बड़ की। मुझे पता चला है कि लोगों के कई हजार रुपए के पानी के गलत बिल आ गए हैं। इन सबके लिए मैंने एलान किया है कि किसी को पानी के बिल भरने की जरूरत नहीं है। आम आदमी पार्टी को वोट दे दो, हमारी सरकार बनेगी, हम आपके सारे गलत, पुराने बिल माफ कर देंगे और फिर से आपके बिल जीरो आने लग जाएंगे। लेकिन आपने कमल का बटन दबा दिया तो आपको ये सारे गलत बिल भरने पड़ेंगे। इसलिए कमल का बटन दबाने से पहले यह सोच लेना।
हमने शानदार स्कूल बनाकर बच्चों का भविष्य बनाया है, अगर भाजपा को वोट दे दिया तो स्कूल बर्बाद हो जाएंगे – केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि तीसरा है अच्छी और शानदार शिक्षा। दिल्ली के अंदर हमने शानदार सरकारी स्कूल बनाए। इनके 20 राज्यों में से एक भी ऐसा राज्य बता दो जहां ऐसा स्कूल हो। कहीं नहीं है। स्कूल टूटे पड़े हैं, टेंट में चल रहे हैं। दीवारें और छतें टूटी पड़ी हैं। उत्तर प्रदेश के स्कूल जाकर देख लो। 18 लाख बच्चे दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ते हैं। मैं पूछना चाहता हूं कि क्या आप चाहते हो कि आपके बच्चों का भविष्य फिर से अंधकार में हो जाए? आज दिल्ली के सरकारी स्कूलों से बच्चे डॉक्टर, इंजीनियर बन रहे हैं। रिक्शेवालों और मजदूरों के बच्चों का भविष्य बन रहा है। अगर आपने इनको वोट दिया तो आपके बच्चों का भविष्य खराब हो जाएगा, ये स्कूल बर्बाद हो जाएंगे।
भाजपा शासित किसी भी राज्य में दिल्ली जैसे सरकारी अस्पताल नहीं – केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारी चौथी रेवड़ी शानदार अस्पताल और मोहल्ला क्लीनिक है। आज दिल्ली के अंदर शानदार मोहल्ला क्लीनिक बन गए, शानदार सरकारी अस्पताल बन गए जहां पूरा इलाज मुफ्त है, सारी दवाइयां मुफ्त मिलती हैं। 20 राज्यों में इनके किसी भी राज्य में चले जाओ, कहीं भी सरकारी अस्पताल ठीक नहीं है, सारे सरकारी अस्पताल टूटे-फूटे पड़े हैं। अगर आपने दिल्ली में इन्हें वोट दे दिया तो फिर से सरकारी अस्पताल खराब हो जाएंगे। क्या आप चाहते हो कि फिर सरकारी अस्पताल खराब हों? और अगर आपके घर में कोई बीमार हो जाए तो हजारों रुपए खर्च करके प्राइवेट में इलाज कराना पड़े।
अगर भाजपा आ गई तो महिलाओं की मुफ्त बस यात्रा और बुजुर्गों की तीर्थयात्रा बंद हो जाएगी – केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारी पांचवीं रेवड़ी महिलाओं की बस की मुफ्त यात्रा है। इनके 20 राज्यों में से कहीं भी महिलाओं को बस यात्रा मुफ्त नहीं मिलती है। भाजपा की हमेशा मांग रही है कि महिलाओं की मुफ्त बस यात्रा बंद होनी चाहिए। इसलिए अगर ये आ गए तो महिलाओं की फ्री बस यात्रा बंद कर देंगे और हमारी छठी रेवड़ी, बुजुर्गों के लिए जो तीर्थ यात्रा की योजना है, इसे भी ये लोग बंद कर देंगे। अब बहुत जल्द हमारी सातवीं रेवड़ी आने वाली है। हर महिला के अकाउंट में हर महीने हजार-हजार रुपए डालने की शुरुआत होने वाली है।
भाजपा ने पिछले दस साल में दिल्ली सरकार के कामों में रोड़े अटकाने के अलावा कुछ नहीं किया – केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम यह 6 रेवड़ियां दे रहे हैं। अगर भाजपा आ गई तो इन सभी रेवड़ियों को बंद कर देगी। इन मीटिंग्स के अंदर दूसरा प्रश्न जो हमारे कार्यकर्ता पूछते हैं, वो यह है कि दिल्ली हाफ स्टेट है। दिल्ली में हमारी आधी सरकार है। बाकी आधी भाजपा की केंद्र सरकार और उनके एलजी की है। हमारी आधी सरकार ने 10 साल में इतने काम किए। मैंने बिजली, पानी, स्कूल, अस्पताल, सड़कें, सीसीटीवी कैमरे, स्ट्रीट लाइट, सीवर और पानी समेत कई काम किए। लेकिन इनकी बाकी आधी सरकार ने 10 साल में दिल्ली के अंदर क्या काम किया? कोई एक काम बता दो, जो इनकी आधी सरकार ने 10 साल के अंदर किया। तो जब इनकी आधी सरकार ने एक भी काम नहीं किया तो इन्हें बाकी की आधी सरकार क्यों दे दें? केवल रोड़े अटकाए, इसके अलावा कुछ नहीं किया। यह भी प्रश्न पूछना है कि दिल्ली में हमारी आधी सरकार थी और आधी सरकार इनकी थी। हमारी आधी सरकार ने इतने काम किए, इनकी आधी सरकार ने क्या किया? फिर इन्हें किस बात के लिए वोट दे दें?
इन्होंने 15 लाख रुपए देने का वादा किया था, लेकिन अभी तक नहीं आए, चुनाव होने के बाद कहते हैं कि ये तो चुनावी जुमला था- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अभी तीन दिन पहले मैंने इनके एक नेता का बयान सुना था जो कह रहा था कि हमें वोट दो, हम वो सारे काम करेंगे जो केजरीवाल कर रहा है। अगर इन्हें केजरीवाल वाले ही काम करने हैं तो जनता फिर केजरीवाल को ही लाएगी, फिर इन्हें क्यों लाएगी? इनके नेता कह रहे हैं कि ये भी वहीं बिजली-पानी मुफ्त देंगे जो केजरीवाल दे रहा है। ये भी बस यात्रा मुफ्त कर देंगे जैसे केजरीवाल ने की है। तो जब वही काम करने हैं जो केजरीवाल कर रहा है तो लोग केजरीवाल को ही वोट दे देंगे, डुप्लिकेट को क्यों लाएंगे? ये लोग झूठ बोल रहे हैं। अगर ये लोग आकर कहें कि बिजली मुफ्त कर देंगे तो इनको कहना कि दिल्ली चुनाव के पहले गुजरात और यूपी में बिजली मुफ्त करके दिखा दो, हम तुम्हारी बात मान लेंगे। इन लोगों ने 20 राज्यों में तो किया नहीं, यहां आकर झूठ बोल रहे हैं। इन लोगों ने कहा था कि सबके खाते में 15 लाख रुपए देंगे, अभी तक तो आए नहीं। चुनाव होने के बाद कहते हैं कि चुनावी जुमला था। तो लोग इनकी बात क्यों मानेंगे? ये लोग एक नंबर के झूठे हैं।
हमने दिल्ली की कच्ची कॉलोनियों में सड़क, सीवर, पानी समेत ढेरों काम करके उन्हें इज्जत की जिंदगी दी- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पिछले 2020 के चुनाव में मुझे याद है, दिसंबर के महीने में अमित शाह दिल्ली आए थे। इनके केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी आए थे। दिल्ली की कच्ची कालोनियों में जहां पूर्वांचल समाज के लोग रहते हैं। यूपी, बिहार से गरीब लोग यहां पढ़ाई करने और नौकरी ढूंढने आते हैं। महंगा किराया होने की वजह से लोग कच्ची कालोनियों में घर खरीद लेते हैं। अमित शाह पूर्वांचल समाज के लोगों से झूठा वादा करके गए थे कि उनकी रजिस्ट्री कर देंगे। कच्ची कालोनियों की रजिस्ट्री कर देंगे, उन्हें पक्का कर देंगे। क्या पांच साल में एक भी रजिस्ट्री हुई? ये लोग इतने बड़े झूठे हैं कि अमित शाह वादा करके गए लेकिन पांच साल में एक भी रजिस्ट्री नहीं की। इन लोगों ने पूरी दिल्ली के पूर्वांचल समाज के लोगों के साथ धोखा किया है। हमने दिल्ली की कच्ची कालोनियों में जो काम किए हैं, हमने उन्हें इज्जत की जिंदगी दी है। पहले जब हम कच्ची कालोनियों में जाते थे तो पानी और कीचड़ भरी रहती थी। अब तक किसी सरकार ने पूर्वांचल समाज के लोगों की तरफ ध्यान नहीं दिया।
हमने कच्ची कॉलोनियों में 10 हजार किमी सड़कें व गलियां बनवाई, 6800 किमी की सीवर और पानी की पाइपलाइन डलवाई – केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मुझे 2013 याद है जब मैं गली-गली के अंदर जाकर प्रचार कर रहा था। वहां गलियों में कीचड़ ही कीचड़ भरी होती थी। लोग कहते थे कि रिश्तेदार नहीं आते। 2015 में हमारी सरकार बनी। मैंने अफसरों की मीटिंग बुलाई। अफसर बोले यहां गलियां नहीं बन सकतीं, पानी या सीवर की पाइपलाइन नहीं जा सकती। केंद्र सरकार के आदेश हैं, हाई कोर्ट के ऑर्डर हैं। हमने सारी अड़चनें दूर करके पहली बार दिल्ली की कच्ची कालोनियों के अंदर विकास का काम शुरू कराया। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि काम पूरा हो गया है। काफी काम कराया है और अभी काफी काम करना बाकी है। एक मौका और दीजिए, कच्ची कालोनियों का सारा काम पूरा करा देंगे। लेकिन हमने कच्ची कालोनियों में पूर्वांचल समाज के लोगों को सम्मान दिलवाया। हमने 10 हजार किलोमीटर की सड़कें और गलियां बनवाई हैं। 6800 किलोमीटर की सीवर और पानी की पाइपलाइन डलवाई है, नालियां बनवाई हैं। पहले जहां 2 से 3 हजार रुपए गज उन जमीनों का रेट था, आज एक लाख रुपए गज का रेट हो गया है। वहां जमीनों के रेट बढ़े, लोगों के मकान के रेट बढ़े। ये लोग झूठ बोलकर गए कि ये रजिस्ट्री करा देंगे और लोगों के मकानों के रेट बढ़ जाएंगे। इन्होंने कुछ नहीं किया, लेकिन मैंने आपकी जमीनों के रेट बढ़ा दिए। मैं जो बोलता हूं, वो करता हूं। झूठ नहीं बोलता हूं। सारा होमवर्क करके आता हू।
लोग इस तरह की जिंदगी जीना चाहते हैं कि उनके ऊपर इज्जत से जीना एक बोझ ना बनें, लेकिन सरकारें उनसे पूरी तरह से कटी हुई हैं- मनीष सिसोदिया
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के पूर्व उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि आज चुनाव की रणभेरी बज रही है। चुनाव का वक्त है और हमें जनता के बीच जाना है। हमने क्या किया, क्यों किया? इस पर जनता के साथ बहुत गंभीरता से बात करनी है। हमने जो काम किया, वो जनता के बीच में है। जनता के जीवन में जो बदलाव आए हैं। क्यों किया? वो भी लोगों के बीच में है। 2012 में आम आदमी पार्टी बनने से पहले मैं और अरविंद केजरीवाल जब दिल्ली या देश के अलग-अलग हिस्सों में जाते थे तो देखते थे कि किस तरह से सरकारें लोगों की जिंदगी से एकदम दूर हैं। लोग इज्जत की जिंदगी जीना चाहते हैं। लोग इस तरह की जिंदगी जीना चाहते हैं कि उनके ऊपर इज्जत से जीना एक बोझ ना बनें। लेकिन हम देखते थे कि सरकारें उनसे पूरी तरह से कटी हुई हैं। सरकारें अपनी धुन में काम कर रही हैं। लोगों की जिंदगी अपनी धुन में चल रही है। लोग राशन का भ्रष्टाचार झेल रहे हैं। सरकारें बड़े-बड़े फव्वारे लगवा रही हैं।
केजरीवाल सरकार ने पिछले दस साल में आम लोगों की जरूरतों पर काम किया और इज्जत की जिंदगी दी – मनीष सिसोदिया
मनीष सिसोदिया ने आगे कहा कि हमें सरकार में आकर काम करने का मौका मिला तो सबसे पहले हमने लोगों की इसी जरूरत पर काम किया कि लोग अपने घर, मोहल्ले, परिवार में इज्जत से जी सकें। इज्जत से जीना उनके ऊपर बोझ ना बने। लोग अगर ये चाहते हैं कि उनके घर 24 घंटे बिजली आए, क्योंकि अंधेरा इज्जत से दूर ले जाता है। लोगों को 24 घंटे बिजली मिले और 24 घंटे बिजली मिलना उनके ऊपर बोझ ना बने, यह मॉडल अरविंद केजरीवाल ने दिया। यह काम अरविंद केजरीवाल करके दिखाया। लोग पानी चाहते हैं। लोगों को पीने का पानी मिले, मोहल्लों में साफ-सफाई रहे। कोई बीमार हो जाए तो लोग इज्जत से अपनों का अस्पताल में इलाज करा सकें, उन्हें कर्ज ना लेना पड़े, उनके ऊपर खर्चे का बोझ ना पड़े। इसलिए यह सारी चीजें की। लोग अपने बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं, उनका भविष्य बनाना चाहते हैं, तो लोग इज्जत से अपने बच्चों को पढ़ा सकें, वो उनके ऊपर बोझ ना पढ़े। यह सब सोचकर अरविंद केजरीवाल काम किया। हम सबने और जनता ने उसमें उनका साथ दिया। उस काम को करने में केजरीवाल की सरकार पिछले दस साल में सफल रही। लोगों को इज्जत दी। इसको जाकर लोगों के बीच रखना है।
भ्रष्टाचार में डूबे होने के कारण दूसरी राज्य सरकारें केजरीवाल की तरह काम नहीं कर पाती हैं – मनीष सिसोदिया
मनीष सिसोदिया ने कहा कि अरविंद केजरीवाल यह सब कर पाएं लेकिन बाकी कोई सरकार नहीं कर पाई। उसका कारण क्या है, यह भी समझना जरूरी है। पहला और सबसे महत्वपूर्ण कारण तो यही है कि कोई और सरकार ये सब काम इसलिए नहीं कर पाई क्योंकि उनके पास अरविंद केजरीवाल जैसा दूरदर्शी और ईमानदार नेता नहीं है। दूसरा कारण है कि सब के सब ऊपर से नीचे तक भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं, इसलिए काम नहीं कर पाते। अभी आपने देखा कि दिल्ली में 24 घंटे और फ्री बिजली मिली, यह दिल्ली में हुआ क्योंकि अरविंद केजरीवाल थे। बाकी राज्यों में 24 घंटे बिजली तो दूर की बात है, वहां बिजली महंगी होती जा रही है क्योंकि वहां अरविंद केजरीवाल नहीं हैं, उनका मार्गदर्शन और नेतृत्व नहीं है।
केजरीवाल पर भी महंगी बिजली खरीदने का दबाव था, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया, इसलिए दिल्ली में बिजली सस्ती है और जहां करोड़ों रुपए रिश्वत ली गई, वहां बिजली महंगी है – मनीष सिसोदिया
मनीष सिसोदिया ने कहा कि क्यों दिल्ली में बिजली सस्ती हो गई और बाकी राज्यों में महंगी हो गई? बस एक लाइन में इसको समझना है। क्योंकि जब बिजली खरीदी जा रही थी, बिजली के एग्रीमेंट साइन किए जा रहे थे। जो कल एक बहुत बड़े व्यापारी का 2200 करोड़ की रिश्वत का मामला सामने आया, वो 2200 करोड़ खाली आंकड़ा नहीं है, वो 2200 करोड़ और उतने ही ना जाने कितने हजार करोड़ की रिश्वत देकर जनता की बिजली महंगी की गई है। बाकी राज्यों में बिजली इसलिए महंगी है कि वो 2200 करोड़ की रिश्वत का मामला सामने आया है, वो सारे राज्यों में जनता के बिजली के बिलों के रूप में जनता के ऊपर बोझ बन रहा है। इसी तरह के एग्रीमेंट केंद्र सरकार ने साइन किए और उसी तरह जानबूझकर राज्यों से साइन कराए कि अब तो आपको इसी से बिजली खरीदनी पड़ेगी। जानबूझकर उनको बिजली के ठेके दिए गए ताकि बिजली महंगी करके जनता को लूटा जा सके।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के ऊपर बहुत दबाव था कि उसी 2200 करोड़ की रिश्वत देने वाले से बिजली खरीदो, जिसने केंद्र सरकार को और उनके लोगों को रिश्वत खिलाई थी। इसका हमारे और अरविंद केजरीवाल के ऊपर भी दबाव था। लेकिन अरविंद केजरीवाल ने उनकी चलने नहीं दी। चलने नहीं दी तो आपके शहर में बिजली सस्ती है। लोगों को मुफ्त और 24 घंटे बिजली मिल रही है। अगर वो 2200 करोड़ की रिश्वत खिलाने वाले व्यापारी का और उनके आकाओं की चल जाती, तो मजबूरी में दिल्ली में भी बिजली महंगी हो जाती। हम और आप भी कुछ नहीं कर सकते थे। लेकिन अरविंद केजरीवाल ने उसकी चलने नहीं दी। हमने 24 घंटे बिजली दी, मुफ्त बिजली दी। लेकिन लोग बाकी राज्यों में बिजली क्यों नहीं दे पा रहे हैं? क्योंकि वहां 2200 करोड़ की रिश्वतें खाई जा रही हैं। वो रिश्वत जनता से वसूली जा रही है।