केजरीवाल सरकार द्वारा सीमापुरी विधानसभा के सुंदर नगरी में बनवाए गए शानदार स्कूल को भाजपा सरकार ने अभी तक शुरू नहीं किया है। स्कूल के चालू होने का इंतजार कर रहे स्थानीय लोगों के सब्र का बांध टूट गया और बुधवार को सीमापुरी से ‘‘आप’’ विधायक वीर सिंह ढिंगन के साथ भाजपा सरकार के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान विधायक के साथ मौजूद पार्षद रमेश कुमार और मोहिनी जीनवाल समेत अन्य ‘‘आप’’ कार्यकर्ताओं के साथा स्थानीय जनता ने जमकर नारेबाजी की और स्कूल को शुरू कर उसमें दाखिला प्रक्रिया जल्द शुरू करने की मांग की।
आम आदमी पार्टी का कहना है कि दिल्ली की भाजपा सरकार शिक्षा विरोधी है। केजरीवाल सरकार ने यह शानदार स्कूल बनवाया था और पिछले साल तत्कालीन सीएम आतिशी ने इस स्कूल बिल्डिंग का उद्घाटन किया था। अब दिल्ली में भाजपा की सरकार बने तीन महीने से ज्यादा हो गए हैं लेकिन स्कूल को अभी तक शुरू नहीं किया है, जिससे हजारों स्थानीय बच्चे शिक्षा से वंचित हो गए हैं। अरविंद केजरीवाल ने शिक्षा माफिया को खत्म कर दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था को विश्वस्तरीय बनाया था, लेकिन भाजपा सरकार इसको बर्बाद करने में लगी है।
विरोध-प्रदर्शन के दौरान सीमापुरी से ‘‘आप’’ विधायक वीर सिंह ढिंगन ने कहा कि यह स्कूल दिल्ली का पहला ऐसा स्कूल है, जिसे पूर्ववर्ती “आप” सरकार ने बनवाया था और तत्कालीन मुख्यमंत्री आतिशी ने इसका उद्घाटन किया था। लेकिन अफसोस की बात है कि पानी और बिजली के कनेक्शन समेत छोटी-मोटी कमियों के कारण यह स्कूल बंद है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार अपने 100 दिन के कार्यकाल ढोल पीट रही है, बड़े-बड़े मंचों पर लाखों रुपये खर्च कर स्वयं को सर्टिफिकेट दे रही है, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि यह स्कूल सुंदर नगरी का यह स्कूल अभी तक शुरू नहीं हो सका।
वीर सिंह ढिंगन ने कहा कि यह स्कूल इस शैक्षणिक सत्र में शुरू हो जाना चाहिए था, लेकिन भाजपा सरकार की लापरवाही के चलते ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” नारे का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा की दिल्ली सरकार ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ नारे का मजाक उड़ा रही है। मैंने इस मुद्दे को स्थानीय सांसद और जिला प्रशासन के सामने डीडीसी की मीटिंग में भी उठाया था और स्कूल को तत्काल शुरू करने की मांग की थी। अधिकारियों ने भी वादा किया था कि इस शैक्षिक सत्र में स्कूल चालू हो जाएगा। लेकिन अब सत्र खत्म होने को है, स्कूलों की छुट्टियां पड़ने वाली है और स्कूल अभी तक बंद पड़ा है।
वीर सिंह ढिंगन ने स्कूल चालू न होने के लिए सरकार की उदासीनता, लापरवाही और गरीबों के प्रति भेदभाव का स्पष्ट उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार गरीबों का भला नहीं चाहती और स्कूल शुरू न होने से साफ संकेत मिलता है कि भाजपा गरीब लोगों को पसंद नहीं करती है। वरना छोटी-छोटी कमियां एक दिन में ठीक हो सकती हैं, लेकिन इन्हीं छोटी-छोटी कमियों का बहाना बना कर स्कूल को बंद रखा गया है। उन्होंने सांसद, शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री तक से इस मुद्दे पर बात की, अनुरोध पत्र भी सौंपा, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। क्या यह गरीबों के प्रति भेदभाव और घटिया राजनीति नहीं है?
वीर सिंह ढिंगन ने कहा कि उन्होंने एक महीने पहले सांसद से इस स्कूल को चालू करने की मांग की थी और सांसद ने वादा किया था कि इस सत्र में स्कूल चालू हो जाएगा, लेकिन अफसोस की बात है कि अभी तक स्कूल बंद पड़ा है। उन्होंने इसे भाजपा सरकार की उदासीनता और लापरवाही का स्पष्ट उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि स्कूल न खुलने की वजह से इस इलाके के बच्चे शिक्षा के लिए तरस रहे हैं, क्योंकि आसपास के स्कूलों में 80-80 बच्चे एक कक्षा में पढ़ने को मजबूर हैं, जबकि सरकार का नियम है कि एक कक्षा में केवल 40 बच्चे होने चाहिए। जब यह स्कूल बनकर तैयार है, तो फिर बच्चों को ऐसी भीड़भाड़ वाली कक्षाओं में क्यों पढ़ना पड़ रहा है? पूर्ववर्ती “आप” की सरकार ने इस क्षेत्र में तीन स्कूल बनवाए, लेकिन भाजपा सरकार इनमें से एक भी शुरू करने को तैयार नहीं है।
वीर सिंह ढिंगन ने कहा कि इस स्कूल को शुरू करने में कोई बड़ा मुद्दा नहीं है, केवल छोटी-छोटी कमियां हैं, जिन्हें एक दिन में ठीक किया जा सकता है। भाजपा सरकार को बस एक फोन कॉल करके डीडीसी या डीसी को स्कूल चालू करने का निर्देश देना है और स्कूल शुरू हो जाएगा। लेकिन अफसोस की बात है कि इतनी सी बात भी सरकार नहीं कर रही है। अगर भाजपा सरकार इस स्कूल को तत्काल शुरू नहीं करती है, तो “आप” इसके खिलाफ सड़कों पर उतरेगी। वे मुख्यमंत्री का घेराव करेंगे, पुतले जलाएंगे, आंदोलन करेंगे और विधानसभा में भी जोर-शोर से उठाएंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि “आप” शांतिपूर्ण तरीके से इस स्कूल को शुरू कराने की कोशिश कर रही है, लेकिन अगर सरकार ने मजबूर किया तो वे विपक्ष के रूप में हर संभव कदम उठाएंगे।
जहां भू-माफियाओं का था, वहां केजरीवाल सरकार ने खड़ी की आलीशान स्कूल बिल्डिंग
पहले की सरकारों ने शिक्षा को कोई तबज्जो नहीं दी। इसी उदासीनता का परिणाम था कि सुंदर नगरी मे 2003 में स्कूल के जमीन आवंटित की गई थी, लेकिन उस पर भू-माफियाओं ने कब्जा कर लिया था। जब आम आदमी पार्टी की सरकार बनी तो तत्कालीन सीएम अरविंद केजरीवाल ने शिक्षा में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने की दिशा में तेजी से काम किया और सरकारी स्कूलों के कायाकल्प करने की कवायद शुरू हुई। 2016 में केजरीवाल सरकार ने भू-माफियाओं से जमीन को मुक्त करा लिया। 2023 में तत्कालीन डिप्टी सीएम ने स्कूल बिल्डिंग के निर्माण का उद्घाटन किया और 2024 तत्कालीन सीएम आतिशी ने आलीशान स्कूल बिल्डिंग का उद्घाटन किया। ‘‘आप’’ सरकार ने विश्वस्तरीय स्कूल बिल्डिंग का निर्माण कराया है। इसमें 131 कमरे, सात लैब व लाइब्रेरी, मल्टी परपज हॉल समेत अन्य सुविधाएं उपलब्ध हैं।