दिल्ली नगर निगम के सदन में गुरुवार को 12 हजार कर्मचारियों को पक्का करने का मुद्दा गरमाया रहा। नेता प्रतिपक्ष अंकुश नारंग के नेतृत्व में ‘‘आप’’ पार्षदों ने इन कर्मचारियों को तत्काल पक्का करने की पुरजोर मांग उठाई तो भाजपा के मेयर राजा इकबाल सिंह ने सदन को ही स्थगित कर दिया। इसके विरोध में ‘‘आप’’ पार्षदों ने सदन में जमकर नारेबाजी। अंकुश नारंग ने कहा कि ‘‘आप’’ की सरकार में इन कर्मचारियों को पक्का करने का प्रस्ताव पास किया गया था। एमसीडी में भाजपा की सरकार है। लिहाजा हमारी मेयर से मांग है कि वह कमिश्नर को निर्देश देकर इसे लागू कराएं। लेकिन दलित विरोधी चार इंजन की भाजपा सरकार एमसीडी के कर्मचारियों को उनका अधिकार नहीं देना चाहती है।
दिल्ली नगर निगम में आम आदमी पार्टी के नेता प्रतिपक्ष अंकुश नारंग ने कहा कि जब एमसीडी में ‘‘आप’’ की सरकार थी, तब हमने 12 हजार कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने का प्रस्ताव पास किया और कर्मचारियों को वेतन और सेवानिवृत्ति लाभ देने के लिए बजट में 800 करोड़ रुपए का प्रावधान भी किया था। लेकिन अब भाजपा की एमसीडी सरकार इस प्रस्ताव को लागू नहीं कर रही है। इन 12 हजार कर्मचारियों को पक्का करने का श्रेय भाजपा खुद ले ले, लेकिन इन कर्मचारियों को पक्का कर दे। यह कर्मचारियों का अधिकार है। लेकिन भाजपा की चार इंजन की सरकार कर्मचारियों को उनका अधिकार नहीं देना चाहती है।
अंकुश नारंग ने कहा कि भाजपा दलित विरोधी है। भाजपा हमेशा दलितों के खिलाफ काम करती है। भाजपा जानबूझ कर दलित कर्मचारियों को पक्का नहीं कर रही है। आम आदमी पार्टी की सरकार ने 12 हजार कर्मचारियों को पक्का कर दिया था। भाजपा के मेयर राजा इकबाल सिंह एमसीडी के कमिश्नर को दिशा निर्देंश देकर उसको लागू करवाएं। इसमें क्या परेशानी की बात है।
अंकुश नारंग ने कहा कि आम आदमी पार्टी की पूर्ण बहुमत की सरकार होने पर कर्मचारियों को पक्का किया था, तब से हम एमसीडी के कमिश्नर से इसे लागू करने की मांग कर रहे हैं। उसके बाद एमसीडी में भाजपा की सरकार आ गई। तो मेयर को कमिश्नर से इसे लागू करवाना चाहिए। लेकिन मेयर नहीं चाहते हैं कि ये कर्मचारी पक्के हों।
अंकुश नारंग ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार के दौरान भाजपा ने एमसीडी में सिर्फ नकारात्मक भूमिका निभाई है। भाजपा ने कभी कोई मीटिंग नहीं होने दी और ना तो सदन को ही चलने दिया। विपक्ष के हाथ में होता है कि सदन चलेगा या नहीं चलेगा। आम आदमी पार्टी ने भाजपा की सरकार में एमसीडी का सदन चलवा कर दिखाया। आज हमने सदन में 12 हजार कर्मचारियों को पक्का करने की आवाज उठाई तो मेयर ने सदन को ही स्थगित कर दिया। हमारी मांग है कि भाजपा की एमसीडी 12 हजार कर्मचारियों को पक्का करे। ये सभी कर्मचारी पक्के होने चाहिए।