भाजपा सरकार ने कृत्रिम वर्षा कराने को लेकर एक के बाद एक फर्जीवाड़ा करती जा रही है और आम आदमी पार्टी कुछ देर बाद ही उसके फर्जीवाड़े की पोल खोल दे रही है। मंगलवार को भाजपा सरकार ने कृत्रिम वर्षा के लिए मयूर विहार, करोल बाग और बुराड़ी को चुना था, लेकिन यहां बारिश नहीं हुई। जब “आप” के दिल्ली प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज ने इस फर्जीवाड़े का खुलासा किया तो बताया गया कि दिल्ली सचिवालय के पास बारिश कराई गई है। सौरभ भारद्वाज ने शाम करीब 6:30 बजे सचिवालय भी पहुंच गए और सबूतों के साथ इस झूठ की धज्जियां उड़ा दी। उन्होंने कहा कि सचिवालय के पास की सड़क सूखी थी। दीवारों, गेट, पौधों और गाड़ियों पर भी बारिश की एक बूंद नहीं मिली। यहां तक कि सचिवालय के सामने दुकान लगाने वाले दुकानदारों ने भी बताया है कि न मंगलवार को बारिश हुई और ना सोमवार को ही हुई थी।
दिल्ली सचिवालय के पास कृत्रिम वर्षा होने की असलियत जाने पहुंचे सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मंगलवार को सुबह भाजपा सरकार ने दिल्लीवासियों को आश्वासन दिया था कि कृत्रिम वर्षा कराई जाएगी। भाजपा के मंत्री ने मयूर विहार, करोल बाग और बुराड़ी तीन इलाके बताए थे। इन तीनों इलाकों में हमने कई लोगों से बात की, वहां के चुने हुए विधायकों से फोन पर संपर्क किया। पता चला कि कहीं एक बूंद बारिश भी नहीं हुई।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि फिर जब आम आदमी पार्टी ने वीडियो बनाकर दिखाया कि कहीं बारिश हो ही नहीं रही है, तो अचानक खबर दी गई कि सचिवालय के पास बारिश हो गई है। उन्होंने 6:32 बजे सचिवालय के सामने की सड़क दिखाते हुए कहा कि सड़क बिल्कुल सूखी हुई है। कई बार सड़क पानी सोख लेती है, लेकिन ग्रेनाइट पर भी पूरी धूल जमी हुई है। जमीन पर भी बिल्कुल सूखापन है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जमीन तो फिर भी पानी सोख लेती है, इसलिए हम स्टील पर चलते हैं। स्टील पर अगर एक बूंद भी गिरेगी, तो उसका निशान दिखेगा। लेकिन स्टील पर कहीं एक बूंद नहीं है। पत्तों पर भी कहीं एक बूंद नहीं है। मैं समझ सकता हूं कि यह फर्जीवाड़ा करके सोचा होगा कि एक बारिश करके दिखा दें। वह दिमाग कहां से आया होगा? यह भी समझने की बात है। दरअसल, दिल्ली सचिवालय के ऊपर दो तरफ स्मॉग गन गन लगी हुई हैं, जो पानी का छिड़काव करती हैं।
उन्होंने कहा कि इससे पहले फर्जी एक्यूआई बनाने की कोशिश की गई। दिवाली की रात एक्यूआई स्टेशन बंद कर दिए गए थे, स्टेशन के पास पानी का छिड़काव कर एक्यूआई मैनिपुलेट करने की कोशिश की गई। ठीक वैसे ही जैसे नकली यमुना बनाकर उसमें फिल्टर पानी डाल दिया गया। सरकार ने कहा था कि बारिश बुराड़ी, करोल बाग और मयूर विहार में होगी। लेकिन सचिवालय तो इनमें से किसी में भी नहीं है। यह तो आईटीओ के पास है। उन्होंने कहा कि आईटीओ के पास इसलिए झूठी बारिश कराई गई, क्योंकि यहां कोई आबादी, घर या कोई खेत खलिहान नहीं है कि कोई आकर कह दे कि बारिश ही नहीं हुई। यहां सिर्फ सरकारी अफसर हैं और सरकारी अफसर कुछ नहीं बोलेंगे। सचिवालय के ऊपर दो स्मोक गन लगी हैं। इनसे पानी छिड़काव करके दो चार सेकंड के लिए किसी को बेवकूफ बनाया जा सकता है कि बारिश हो गई।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अगर कहीं बारिश होती है, तो पत्तों पर छोटी-छोटी बूंदें रह जाती हैं। पूरा मुआयना कर लें कि कहीं किसी पत्ते पर एक बूंद गिरवाई हो। किसी भी पत्ते पर बारिश का नामोनिशान नहीं है। जमीन बिल्कुल सूखी है। किसी गाड़ी पर भी कहीं बूंदाबांदी का निशान नहीं है। धूल में भी कहीं बूंदों का आकार नहीं दिख रहा। छत पर भी एक बूंद नहीं गिरी। सौरभ भारद्वाज ने सचिवालय के सामने स्थित एक दुकान पर जाकर दुकानदार से भी पूछा तो उसने भी बारिश होने से इनकार कर दिया। वहां रोजाना शाम को खाने की वस्तुएं बेचने वाला एक अन्य व्यक्ति ने भी बताया कि कोई बारिश नहीं हुई है।