आम आदमी पार्टी के नेताओं ने एसोसिएशन ऑफ स्टूडेंट्स फॉर अल्टरनेटिव पॉलिटिक्स (एसैप) से जुड़े छात्रों के साथ संवाद कर उन्हें भविष्य के राजनेता बनने का मंत्र दिया। रविवार को ‘‘आप’’ मुख्यालय पर आयोजित संवाद और एसैप को ज्वाइन करने वाले नए सदस्यों के स्वागत कार्यक्रम दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज, विधायक संजीव झा, पूर्व विधायक अखिलेपति त्रिपाठी और विधायक कुलदीप कुमार शामिल हुए। इस दौरान दिल्ली यूनिवर्सिटी से संबंधित 52 कॉलेजों के 100 से अधिक छात्रों ने एसैप को ज्वाइन किया। एवीबीपी और एनएसयूआई से भी कई छात्र नेता एसैप से जुड़े। इस कार्यक्रम का उद्देश्य एसैप के सभी विंग को मजबूत करने के साथ-साथ युवाओं को सामाजिक और राजनीतिक कार्यक्रम से जोड़ना था। इस बारे में ‘‘आप’’ नेताओं ने युवाओं का मार्गदर्शन किया। इस अवसर पर एसैप के जोन प्रभारी भी मौजूद रहे।
‘‘आप’’ दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आम आदमी पार्टी की कोशिश है कि देश के युवाओं के लिए एक नया अल्टरनेटिव फोरम तैयार किया जाए, जहां युवा अपनी बात कह सकें। राजनीतिक दल के नाते हम लोगों को भी समझ में आए कि देश का युवा क्या चाहता है? अभी हम लोग सिर्फ कल्पना कर रहे हैं। किस तरह से देश और दिल्ली की राजनीति बदले, किस तरह से देश में काम हो, एसैप इन सब चीजों के फीडबैक का एक फोरम है, जिसका नेतृत्व युवा लें।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हम ऐसा फोरम तैयार करेंगे, जहां साधारण घर से आने वाले युवा भी सोच सकें कि मैं भी राजनीति कर सकता हूं। मैं भी कॉलेज, यूनिवर्सिटी, राज्य व देश की लीडरशिप के अंदर आ सकता हूं। हमारी कोशिश रहेगी कि इस फोरम को हम अल्टरनेटिव पॉलिटिक्स की तरह देखें। पारंपरिक राजनीति से वैकल्पिक राजनीति में फर्क नजर आए ताकि युवा को लगे कि एसैप एक साधारण परिवार से आने वाले युवाओं का एक संगठन है और उसके अंदर हम जैसे साधारण लोग ही लीडरशिप की पोजिशन तक पहुंचेंगे। आने वाले दिनों में एसैप से और युवाओं को जोड़ेंगे और समाज के लिए कुछ साकारात्मक काम भी करेंगे। सामाजिक कार्यों के अंदर भी युवाओं को जोड़ेंगे।
इस दौरान विधायक संजीव झा ने कहा कि एसैप को लॉन्च करने के दौरान ‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इसके उद्देश्य के बारे में विस्तार से बताया था। एसैप से जुड़े कई छात्र अपने कॉलेज में प्रतिनिधित्व करते हैं और कई चुने भी गए हैं। हर युवा नेता की मंशा चुनाव लड़ने की होती है। राजनीतिक में आने की पहली सीढ़ी कॉलेज ही है, जहां से युवा छात्र राजनीति की मुख्य धारा में आते हैं। कॉलेजों में चुनाव लड़ना महत्वपूर्ण है। आज देश में कई चुनौतियां हैं। देश में नैरेटिव बनाकर लोगों को जो चीज परोसी जा रही है, वह देश की जनता और राजनीति के लिए ठीक नहीं है। राजनीतिक एक खेल है, इसे चालाक लोग खेलते हैं और मूर्ख लोग उस पर चर्चा करते हैं। चालाक नेता तय करते हैं कि चर्चा किस विषय पर करानी है। कई बार जो चर्चा में है, वह विषय नहीं है और जो विषय है, उसकी चर्चा नहीं है। कई बार लोग जिन मुद्दों को लेकर वोट करते हैं, वह मुद्दा उसके लिए है ही नहीं।
पूर्व विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी ने कहा कि हमारे युवाओं में प्रतिभा बहुत है। लेकिन युवाओं को सपोर्ट करने के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति बहुत कम है। राजनीतिक की छोटी-छोटी मदद युवाओं को बहुत आगे बढ़़ा सकता है। एसैप के जरिए युवा दिल्ली की राजनीति को एक नई दिशा देंगे। साथ ही, गाय-गोबर की पुरानी रियायती राजनीति से हटकर टेक्नोलॉजी के माध्यम से दिल्ली यूनिविर्सटी को आगे लेकर जाएंगे। उन्होंने छात्रों का आह्वान किया कि आइए, छात्र राजनीति में नया रास्ता बनाते हैं। अरविंद केजरीवाल की पहचान काम की राजनीति करने की है, उसको छात्र राजनीति में भी लाने का काम करेंगे।
विधायक कुलदीप कुमार ने कहा कि हमें जमीन पर एक ऐसा मंच तैयार करना है ताकि हम छात्रों की आवाज बन सकें और कॉलेज के मुद्दों को उठा सकें। मैं खुद भी दिल्ली के श्यामलाल कॉलेज से पढ़ा हूं। वहां हमने अपना यूनियन बनाया। छात्र राजनीति से निकल कर 27 साल की उम्र में पहली बार पार्षद बना और फिर सबसे कम उम्र का एमसीडी में नेता प्रतिपक्ष बना। इसके बाद आम आदमी पार्टी ने मुझे विधानसभा का टिकट दिया और विधायक बना। 2024 में समान्य सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा। लेकिन हार गया। अब दूसरी बार विधायक बना हूं। आम आदमी पार्टी एक ऐसा प्लेटफार्म है, जो आम घरों का बच्चा भी राजनीति में मौका दिया है। ऐसे कई उदाहरण हैं। इस प्लेटफार्म को युवाओं की जरूरत है। भाजपा के अंदर युवाओं की जरूरत नहीं है। एसैप युवाओं को भविष्य का राजनेता तैयार करेगा। भविष्य में इन्हीं युवाओं से कोई पार्षद, विधायक, मंत्री बनेगा। यह सिर्फ आम आदमी पार्टी में ही संभव है। आम आदमी पार्टी डीयू में प्रतिभा दिखाने वाले छात्रों को दिल्ली की मुख्य धारा की राजनीति में मौका अवश्य देगी। एसैप अधिक से अधिक युवाओं को संगठन से जोड़े। एसैप छात्रों की समस्याओं का हल करने का काम करेगा।