आम आदमी पार्टी का छात्र विंग एसोसिएशन ऑफ स्टूडेंट्स फॉर अल्टरनेटिव पॉलिटिक्स (एसैप) ने छात्रों को वैकल्पिक राजनीतिक का प्लेटफार्म देने की मुहिम छेड़ दी है। मंगलवार को ‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने छात्र राजनीति को वैकल्पिक मंच प्रदान करने के उद्देश्य से एसैप को लॉन्च किया था। बुधवार को छात्र विंग ने देश भर के छात्रों से एसैप से जुड़कर अपनी आवाज बुलंद करने का आह्वान किया। एसैप का कहना है कि वह ऐसा प्लेटफार्म बनेगा, जहां बिना किसी भेदभाव और बाहुबल के योग्य लोग आगे बढ़ सकेंगे। अरविंद केजरीवाल द्वारा शुरू की गई वैकल्पिक राजनीति को एसैप छात्र राजनीति में आगे बढाने का काम करेगा। एसैप से बड़ी संख्या में छात्रो को जोड़ने के लिए देश भर के शिक्षण संस्थानों में अभियान चलाया जाएगा। साथ ही, एसैप दिल्ली यूनिवर्सिटी का छात्र संघ चुनाव पूरी मजबूती से लड़ेगा।
बुधवार को आम आदमी पार्टी के छात्र विंग एसोसिएशन ऑफ स्टूडेंट्स फॉर अल्टरनेटिव पॉलिटिक्स (एसैप) के सदस्य युवराज तंवर, दीपक बंसल और यश फोगाट ने पार्टी मुख्यालय पर संयुक्त प्रेसवार्ता कर आगे की रणनीति के बारे में जानकारी साझा की। युवराज तंवर ने कहा कि मंगलवार को राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कांस्टिट्यूशन क्लब में सभी छात्रों के लिए एसोसिएशन ऑफ स्टूडेंट्स फॉर अल्टरनेटिव पॉलिटिक्स (एसैप) को लॉन्च किया। अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की राजनीति में जो करके दिखाया, उसका डांका अपने देश में ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व में बजा। उन्होंने देश को एक वैकल्पिक राजनीति प्लेटफार्म दिया। हमारी राजनीति में शिक्षा, गरीबों की बुनियादी सुविधाओं, महिलाओं के हक की बात होने लगी।
युवराज तंवर ने कहा कि जनता को जो विकास और सुविधाएं मिलनी चाहिए, उन पर चुनाव होने लगा। यह आम आदमी पार्टी की सबसे बड़ी जीत रही। इसी कड़ी में छात्र राजनीति और जिन कॉलेजों में चुनाव नहीं होते हैं, वहां भी छात्रों की आवाज उठाने के लिए एसैप को लॉन्च किया गया। अरविंद केजरीवाल ने इस पर पहले भी काम किया और अभी भी कर रहे हैं कि हम छात्रों के लिए भी एक ऐसा वैकल्पिक प्लेफार्म तैयार करें, जिसमें बिना किसी भेदभाव और बिना बाहुबल के योग्य लोग आगे बढ़ें। अरविंद केजरीवाल ने जिस बदलाव की आग पूरे देश में लगाई थी, एसैप भी उसकी एक चिंगारी छात्र राजनीति में है।
युवराज तंवर ने कहा कि बिना भेदभाव के सबको उनका हक दिलवाने, छात्रों की बुनियादी सुविधाओं व यूनिवर्सिटी में नॉन-टीचिंग स्टाफ के हक की बात करने, सभी संस्थानों को विश्व में टॉप पर लाने के लिए कैसे काम किया जाए, शिक्षा पर कैसे काम किया और भारत की यूनिवर्सिटी भी विश्व के टॉप 10 में शामिल हों, इस एसैप काम करेगा। एसैप सिर्फ छात्र राजनीति तक सीमित नहीं रहेगा और ना ही एसैप को चुनाव जीतने की लालसा है। हम उस इन्कलाब के सपने को देख रहे हैं, जिसकी स्थापना अरविंद केजरीवाल ने की है। हमारा लक्ष्य है कि हर संस्थानों में इन्कलाब के परचम को दोबारा लहराएं और भारत को नंबर वन देश बनाएं।
इस दौरान यश फोगाट ने कहा कि एसैप एक वैकल्पिक राजनीति की बात करता है। एसैप का मुख्य उद्देश्य समान्य छात्रों को राजनीति करने का प्लेटफार्म देना है। आज छात्र राजनीति पैसे वाले लोगों तक सीमित हो गई है। हम चाहते हैं कि एसैप के साथ ज्यादा से ज्यादा समान्य छात्र जुड़ें। आज एआई की दुनिया में बच्चों की छोटी-छोटी समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है। उन आवाजों को बुलंद करने के लिए एसैप का गठन हुआ है। हम अपील करते हैं कि ज्यादा से ज्यादा छात्र एसैप से जुड़कर अपनी आवाज बुलंद करें। आने वाले दिनों में एसैप कई गतिविधियां करेगा, ताकि छात्र इससे जुड़ें। एसैप सिर्फ चुनाव तक सीमित नहीं रहेगी। इसके अलावा भी अन्य सामाजिक गतिविधयां करेंगे।
वहीं, दीपक बंसल ने कहा कि आज छात्र राजनीति मुद्दों से भटक गई है। छात्र अलग-अलग संगठन में रह कर भटक गए हैं। ऐसे छात्रों को एक प्लेटफार्म देने के लिए एसैप नाम से एक मंच तैयार किया है। पूरी मजबूती के साथ एसैप दिल्ली विश्वविद्यालय का छात्र संघ चुनाव लड़ेगी। दिल्ली के 52 कॉलेज दिल्ली विश्वद्यिालय से एफिलिएटेड हैं। जहां 4 विभाग और 48 कॉलेज वोटिंग करता है। एसैप ने सभी 52 कॉलेजों में अपनी ईकाई बना ली है। इन इकाइयां की भी जल्द घोषणा की जाएगी।
दीपक बंसल ने बताया कि एसैप जल्द ही अपना हेल्पलाइन नंबर जारी करेगा, ताकि ज्यादा से ज्यादा छात्र एसैप से जुड़ सकें। आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल का विजन है कि एसैप केवल छात्र राजनीति तक सीमित न रह जाए। बाकी छात्र संगठन सिर्फ छात्र राजनीति तक ही सीमित है। एसैप का विजन है कि जहां छात्र संघ के चुनाव नहीं होते हैं, वहां पर एसैप सामाजिक व सांस्कृतिक गतिविधियों के जरिए छात्रों को जोड़ने का काम करेगा। अगले महीने से एसैप दिल्ली के सभी जिलों में 12वीं में टॉप करने वाले छात्रों को सम्मानित करेगा। जामिया यूनिवर्सिटी, जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी, आईपी यूनिवर्सिटी में भी एसैप अपनी इकाई बनाकर उसे मजबूत करेगी। मैं सभी छात्र संघ के नेताओं और छात्रों का आह्वान करता हूं कि वो एसैप से जुड़े और देश में बदलाव का काम करें। एसैप शिक्षा सुधार की बात करती है। छात्र एसैप से जुड़ें और मिलकर शिक्षा में सुधार का काम करें।