राज्यसभा में शुक्रवार को सदन की कार्यवाही के दौरान प्राइवेट मेंबर बिल पर आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह और भाजपा के सांसदों के बीच तीखी बहस हुई। संजय सिंह ने कहा कि मोदी सरकार का दलित-पिछड़ा वर्ग विरोधी चेहरा एक बार फिर सामने दिखा। समाजवादी पार्टी के सांसद जावेद अली खान प्राइवेट मेंबर बिल के माध्यम से पिछड़ों को संख्या के आधार पर आरक्षण दिए जाने की मांग की। इस पर भाजपा ने जमकर हंगामा किया और सदन स्थगित करा दिया। जब मैंने इस मामले को ट्वीट कर दिया तो मंत्री जी नाराज हो गए और ये लोग मुझे जेल भेजने की धमकी देने लगे। भाजपा के बारे में मेरी प्रबल धारणा है कि वो पिछड़ों, दलितों व आदिवासियों के खिलाफ हमेशा थी और हमेशा रहेगी।
राज्यसभा में सदन की कार्रवाई के दौरान आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा कि इस सदन की कार्रवाई के बारे में सत्ता और विपक्ष के लोग ट्वीट करते हैं। हमारे एक साथी ने सदन में ओबीसी आरक्षण जनसंख्या के आधार पर दिया जाए, उसमें हिस्सा ले रहे थे। उनको भाजपा के लोगों ने रोका और सदन को स्थगित कर दिया गया। अगर इन लोगों ने रोका नही ंतो सदन स्थगित क्यों हुआ? मैंने उसको ट्वीट कर दिया तो मंत्री जी नाराज हो रहे हैं। इतने सारे लोग मंत्री जी के पीछे खड़े होकर मुझको धमका रहे हैं। लेकिन हम धमकियों से डरने वाले नहीं हैं।
संजय सिंह ने कहा कि मंत्री जी मुझको जेल भेजने की धमकी दे रहे हैं। मुझको सभापति के सामने जेल भेजने की धमकी दे रहे हैं। ये कह रहे हैं कि संजय सिंह को जेल भेजा जाएगा। मुझे जेल भेजना चाहते हैं, तो भेजो। जेल से कौन डरता है? ये लोग जेल से किसको डरा रहे हैं। आप मुझे इसी सदन से जेल भेज दीजिए, लेकिन मुझे जेल से मत डराइए। भाजपा सरकार में हैं, मुझे यहीं से जेल भेज दें। भाजपा के बारे में मेरी यह प्रबल धारणा है कि वो दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों की विरोधी है।
संजय सिंह ने एक्स पर ट्वीट कर कहा कि राज्यसभा में मोदी सरकार का पिछड़ा वर्ग विरोधी चरित्र सामने दिखा। सपा सांसद जावेद अली खान के पिछड़ों की संख्या के आधार पर आरक्षण दिए जाने के प्राइवेट मेंबर बिल पर भाजपा ने खूब हंगामा किया और सदन को स्थगित करा दिया। भाजपा पिछड़ों, दलितों और आदिवासियों के खिलाफ हमेशा थी और हमेशा रहेगी।