आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने गुरुवार को राज्यसभा में मोदी सरकार की ‘हेयर कट’ योजना की पोल खोल कर रख दी। उन्होंने सदन के माध्यम से पूरे देश की जनता को बताया कि कैसे मोदी सरकार ने ‘हेयर कट’ के नाम पर मात्र 43 कंपनियों के 3.53 लाख करोड़ रुपए माफ कर दिए। उन्होंने कहा कि हेयर कट योजना लाने के पीछे मोदी सरकार ने तर्क दिया था कि कंपनियों का मामूली कर्ज माफ कर ज्यादा बकाया वसूला जाएगा, लेकिन इसके तहत इन कंपनियों ने कुल बकाया 5,44,434 करोड़ रुपए के कर्ज में से सिर्फ 1,90,779 करोड़ ही जमा किया। बाकी 3 लाख 53 हजार 655 करोड़ रुपए सरकार ने माफ कर दिए। पूंजीपतियों का कर्ज माफ करने के लिए सरकार के पास पैसा है, लेकिन शिक्षा, स्वास्थ्य, किसानों-छात्रों का कर्ज माफ करने, पुरानी पेंशन और पुरानी सेना भर्ती बहाली के लिए पैसा नहीं है। सरकार कहती है कि हम दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था हैं, लेकिन इससे बड़ा सच ये है कि प्रति व्यक्ति आय के मामले में भारत 142वें स्थान पर है।
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने राज्यसभा में वित्त विधेयक पर चर्चा के दौरान कहा कि जब देश की जनता महंगाई कम करने, किसानों का कर्ज माफ करने के लिए कहती है तो सरकार कहती है उसके पास पैसा नहीं है। जब देश के नौजवान अग्निवीर योजना को समाप्त करने की मांग करते हैं, करोड़ों कर्मचारी पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने की मांग करते हैं या रेहड़ी-पटरी वाले और छात्र अपना कर्ज माफ करने की मांग करते हैं, तो सरकार का जवाब होता है कि उसके पास पैसा नहीं है। लेकिन इलाहाबाद विश्वविद्यालय के एक छात्र अजय यादव, जो वहां के विश्वविद्यालय छात्र संघ की बहाली की मांग कर रहा है, उस पर सरकार ने 35 मुकदमे दर्ज करा दिए। सरकार छात्रों का उत्पीड़न कर रही है। सरकार के पास शिक्षा, स्वास्थ्य और लोगों के इलाज के लिए पैसा नहीं है।
इस दौरान संजय सिंह ने राज्यसभा में देश की जनता को बताया कि बैंकों में जमा आम आदमी का पैसा कहां जा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने बड़े बकायेदारों के लिए एक ‘हेयर कट’ नामक योजना निकाली है। यानी हजारों करोड़ों रुपए के बकायेदारों का मामूली सा कर्ज माफ करके उनसे ज्यादा कर्ज वसूला जाएगा। इस योजना की सच्चाई यह है कि 43 कंपनियों पर बाकया 5 लाख 44 हजार करोड़ रुपए के कर्ज में से सरकार ने 3 लाख 53 हजार करोड़ रुपए माफ कर दिए। इसे हमने अपने घर में नहीं बनाया है, बल्कि यह केंद्र सरकार के कॉरपोरेट मंत्रालय से मिले आंकड़े हैं। यह पैसा इतना है कि इससे देशभर के रेहड़ी-पटरीवालों को राहत दी जा सकती है, अग्निवीर योजना को समाप्त कर पुरानी सेना भर्ती योजना बहाल की जा सकती है। यह पैसा इतना है कि जब कांग्रेस की सरकार ने किसानों का 70 हजार करोड़ रुपए का कर्ज माफ किया था, इस पैसे से कम से कम 5 बार किसानों का 70-70 हजार करोड़ रुपए का कर्ज माफ किया जा सकता है। लेकिन सरकार ने इतना कर्ज मात्र 43 कंपनियों का माफ कर दिया।
संजय सिंह ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार कहती है कि हम दुनिया की 5वीं बड़ी अर्थव्यवस्था हैं। हम भले ही दुनिया की 5वीं बड़ी अर्थव्यवस्था हैं, लेकिन इन्होंने देश के बैंकों को कंगाल कर दिया है। इसलिए आज हिन्दुस्तान प्रति व्यक्ति आय के मामले में दुनिया में 142वें स्थान पर है। यानी प्रति व्यक्ति आय के मामले में भारत का हर व्यक्ति 142वें स्थान पर खड़ा है। भले ही अर्थव्यवस्था में हम 5वीं बड़ी अर्थव्यवस्था हों। केंद्र की भाजपा सरकार ने ‘हेयर कट’ के नाम पर आम जनता की गर्दन काटी है। सरकार को 43 कंपनियों के 5 लाख 44 हजार करोड़ रुपए के कर्ज में से माफ किए गए 3 लाख 53 हजार करोड़ रुपए का हिसाब देना होगा। यह भारत के बैंकों पर केंद्र की भाजपा सरकार और उनके मित्रों की डकैती है। इसके साथ ही सांसद संजय सिंह ने सदन में उन सभी 43 कंपनियों की सूची रखी जिनका सरकार ने 3 लाख 53 हजार करोड़ रुपए का कर्ज माफ किया है।
मोदी सरकार ने इन कंपनियों के माफ कर दिए 3.53 लाख करोड रुपए
कंपनी का नाम बकाया चुकाया माफ
आधुनिक मेटालिक लिमिटेड 5,371 410 4,961
आलोक इंडस्ट्रीज लिमिटेड 29,524 5,052 24,472
एम्टेक ऑटो लिमिटेड 12,641 2,615 10,026
एशियन कलर कोटेड इस्पात लि. 6,567 1,538 5,029
भूषण एनर्जी लिमिटेड 2,780 730 2,050
भूषण पावर एंड स्टील लिमिटेड 47,158 19,350 27,808
भूषण स्टील लिमिटेड 56,022 35,571 20,451
बिनानी सीमेंट लिमिटेड 6,469 6,469 0
कैस्टैक्स टेक्नोलॉजीज लिमिटेड 7,522 1,266 6,256
दश एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड 4,800 27 4,773
डेकान् क्रॉनिकले होल्डिंग्स 8,181 358 7,823
दीवान हाउसिंग फाइनेंस का. लि. 87,083 37,161 49,922
दिघी पोर्ट लिमिटेड 3,057 651 2,406
इलेक्ट्रोस्टील स्टील्स लिमिटेड 13,175 5,320 7,855
ई एम सी लिमिटेड 6,150 538 5,612
एस्सार पावर एमपी लिमिटेड 12,068 2,500 9,568
गार्डन सिल्क मिल्स लिमिटेड 2,090 718 1,372
गुप्ता इंफ्रैटिक प्राइवेट लिमिटेड 3,327 70 3,257
जेट एयरवेज इंडिया लिमिटेड 7,454 1,010 6,444
ज्योति स्ट्रक्चर्स लिमिटेड 7,365 3,691 3,674
कोहिनूर सी टी एन एल 2,528 2,246 282
इंफ्रेस्ट्रॅक्चर के. प्राइ. लिमि. 5,032 1,167 3,865
कुमार मेटलर्जिकल कॉर. लि. 5,607 41 5,566
लनको टीस्टा हाइड्रोपावर लि. 2,503 878 1,625
लनको थर्मल पॉवर लिमि. 33,331 136 33,195
मोनेट इस्पात एंड एनर्जी लि. 11,015 2,892 8,123
मुरली इंडस्ट्रीज लिमि. सी एन 2,783 348 2,435
ओडिशा स्लुरी पाइपलाइन 3,387 2,353 1,034
इंफ्रेसरूक्चर लि.
ऑर्किड फार्मा लिमि. 3,527 1,035 2,492
ओडिसा मंगनेसे एंड मिनरल्स लि. 5,389 310 5,079
प्रदीप ओवर्सन लिमि. 2,650 126 2,524
राम स्वरूप इंडस्ट्रीज लि. 5,852 351 5,501
रिलायंस इंफ्रैटल लिमि. 41,055 4,236 36,819
रिको इंडिया लिमि. 1,728 200 1,528
रुचि सोया इंदु स्ट्रीज लिमि. 9,385 4,093 5,292
साई वर्धा पावर जनरेशन लिमि. 4,738 635 4,103
एस ई एल मनुफैक्चरिंग के. लि. 7,242 1,090 6,152
स्पालेंडिड मेटल प्रोडक्ट लिमि. 3,632 438 3,194
उसदेव इंटरनेशनल लिमिटेड 3,293 197 3,096
उत्तम गलवा मैटेलिक्स लिमिटेड 3,634 1,111 2,523
उत्तम वैल्यू स्टील प्राइवेट लिमिटेड 2,479 818 1,661
ज़ियॉन स्टील लिमिटेड 5,367 15 5,352
कुल 5,44,434 1,90,779 3,53,655
नोट: टेबल में दिए गए आंकड़ें करोड़ रुपए में हैं।