तीन दिन पहले आम आदमी पार्टी के पार्षद को बरगला कर अपनी पार्टी में शामिल कराने वाली भाजपा को गुरुवार को तगड़ा झटका लगा। भाजपा के बहकावे में आकर ‘‘आप’’ को छोड़ कर गए वार्ड नंबर 28 से पार्षद रामचंद्र अब दोबारा अपने परिवार में लौट आए हैं। रामचंद्र बवाना विधानसभा से विधायक भी रह चुके हैं और वर्तमान में आम आदमी पार्टी से पार्षद हैं। पार्षद रामचंद्र ने बताया कि उनको अपने गलत निर्णय का एहसास हुआ और वो पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, सांसद संजय सिंह और डॉ संदीप पाठक समेत आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मिलकर दोबारा अपने परिवार में वापसी की इच्छा जताई। गुरुवार को मनीष सिसोदिया, संजय सिंह और डॉ. संदीप पाठक ने रामचंद्र को उनके समर्थकों के साथ दोबारा आम आदमी पार्टी परिवार में शामिल करा दिया।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, सांसद संजय सिंह और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) ने रविवार को ‘‘आप’’ को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए वार्ड नंबर 28 से पार्षद रामचंद्र से मुलाकात की। इस दौरान पार्षद रामचंद्र ने बताया कि भाजपा में शामिल होना उनकी बड़ी भूल थी, लेकिन अब वो अपने परिवार में लौट कर अपनी इस भूल को सुधारना चाहते हैं। इसके बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने ससम्मान उनकी घर वापसी करा दी। इस संबध में मनीष सिसोदिया ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि आम आदमी पार्टी के पुराने साथी, बवाना विधानसभा के पूर्व विधायक और वर्तमान पार्षद रामचंद्र से मुलाक़ात हुई और आज वो वापस अपने आम आदमी पार्टी परिवार में लौट आए हैं।
आम आदमी पार्टी परिवार में दोबारा वापसी पर पार्षद रामचंद्र ने कहा कि मैं आम आदमी पार्टी का एक छोटा सा सिपाही हूं। मैंने गलत निर्णय ले लिया था, लेकिन अब मैं दोबारा से फिर से अपने परिवार में आ गया हूं। मैं आम आदमी पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं का स्वागत करता हूं। आज रात को सपने मेरे सीएम साहब आए और उन्होंने फटकार लगाई कि रामचंद्र उठो और जाकर मनीष सिसोदिया, गोपाल राय, डॉ. संदीप पाठक समेत सभी नेताओं से मिलो। साथ ही क्षेत्र में जाकर अपने कार्यकर्ताओं से मिलो और जनता के लिए काम करो। मुझे दोबारा अपने परिवार में शामिल करने के लिए सभी का धन्यवाद करता हूं। आज हम शपथ लेकर जा रहे हैं कि अब हम अपने मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी से कभी भी दूर नहीं रहेंगे। कुछ लोगों ने मुझे बरगला दिया था, लेकिन अब कभी भविष्य में उनके बरगलाने में नहीं आएंगे।