िल्ली में भाजपा सरकार के आते ही सीवर-पानी की व्यवस्था पूरी तरह बदहाल हो चुकी है। शहर भर में सीवर ओवरफ्लो हो रहा है। घरों में गंदा पानी आ रहा है। लेकिन सरकार इसके लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रही है।
गुरुवार को नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने अपने एक्स प्लेटफॉर्म से एक वीडियो पोस्ट करते हुए भाजपा की इस नाकामी का पर्दाफाश किया।
नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने एक्स पर कहा कि पिछले 2 महीने से पूरी दिल्ली सीवर ओवरफ्लो और गंदे पानी की समस्या का सामना कर रही है। भाजपा की दिल्ली सरकार शहर में पानी और सीवर की व्यवस्था संभालने में पूरी तरह फेल साबित हुई है। यह जुमलों की सरकार है, काम की नहीं। दिल्ली जल बोर्ड को 9000 करोड़ रुपये का ‘जुमला बजट’ तो मिला, लेकिन जब बात सीवर सुधारने की आती है तो इनके पास एक पैसा भी नहीं है।
आतिशी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक वीडियो साझा करते हुए कहा कि इस वीडियो के ज़रिए देखिए कि कैसे बाल मुकुंद खंड, गिरी नगर में लोग सीवर बहने और गंदे पानी से परेशान हैं, लेकिन दिल्ली सरकार सीवर की एक छोटी सी लाइन भी ठीक नहीं कर पा रही है।
आतिशी ने कहा कि मेरे दबाव के बाद जल बोर्ड ने टेंडर तो जारी कर दिया, लेकिन आज तक काम शुरू नहीं हुआ। कारण? जल बोर्ड का साफ कहना है कि हमारे पास फंड नहीं है।” सीएम रेखा गुप्ता जी, आप सरकार चलाने में पूरी तरह से फेल हो चुकी हैं। पिछले दो महीनों से दिल्ली में बिजली, पानी और सीवर, तीनों व्यवस्थाएं ठप हो चुकी हैं।
दिल्लीवालों का कहना-
एक महीने से ज़्यादा समय से सीवर ओवरफ्लो की समस्या
गिरि नगर के बाल मुकुंद खंड निवासियों का कहना है कि वे लोग एक महीने से अधिक समय से गंदे पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। सीवर ओवरफ्लो होने से उसका गंदा पानी भी उनके घरों में घुस रहा है। लिहाजा वे लोग गंदे पानी का इस्तेमाल खाने-पीने में इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं। इस पानी को पीने से लोग बीमार हो रहे हैं।
घर के किचन में घुस रहा सीवर का पानी, लोग नर्क में जीने के लिए मजबूर
एक महिला जिनके घर के किचन तक में सीवर का पानी घुस जाता है, उन्होंने कहा कि वह नर्क में जीने के लिए मजबूर हैं। सीवर ओवरफ्लो के कारण उनके किचन में गंदा पानी भर जाता है। इससे घर के लोग बीमार हो जाते है। आलम ये है कि सीवर के पानी को बाल्टी में भर भर के बाहर फेंकना होता है। उन्होंने कहा की सीवर की गंदगी से हालत ऐसी हो गई है कि हम जानवरों से भी बदतर जीवन जीने को मजबूर है।
बहते सीवर और गंदे पानी से जीना हुआ मुहाल
लोगों ने साझा जिन के घरों में फिल्टर या आरओ लगा है, वह भी गंदे पानी की वजह से जल्दी खराब हो रहा है। यहां किराएदार काफी रहते हैं। उनको मजबूरन गंदा पानी पीना पड़ रहा है। निवासियों का कहना है कि वे लोग दिल्ली जल बोर्ड से भी इसकी शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अभी तक समाधान नहीं किया गया है।
जल बोर्ड को ₹9000 करोड़ का बजट आवंटित लेकिन 100 मीटर छोटी सीवर लाइन बदलने के लिए पैसे नहीं, क्या ये जुमले का बजट था?
लोगों ने साझा करते हुए कहा कि, जल बोर्ड का कहना है कि मार्च महीने में सीवर लाइन बदलने के लिए टेंडर कर दिया गया है। लेकिन बजट नहीं मिलने की वजह से अभी तक काम शुरू नहीं हुआ है। निवासियों का कहना है कि दिल्ली सरकार ने जल बोर्ड को भारी भरकम बजट स्वीकृत किया है। सरकार को बताना चाहिए कि क्या जल बोर्ड को स्वीकृत बजट मात्र जुमला है।