भाजपा द्वारा एक बार फिर जांच एजेंसियों का दुरुपयोग शुरू करने पर आम आदमी पार्टी ने तीखी हमला बोला है। नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने कहा कि भाजपा की चार इंजन की सरकार दिल्ली में हर मोर्चे पर फेल है। लिहाजा, वह जनता का ध्यान भटकाने के लिए ‘‘आप’’ नेताओं पर फर्जी केस लगा कर जांच करने का ड्रामा कर रही है। भाजपा से दिल्ली सरकार नहीं चल पा रही है, जिसके चलते दिल्लीवाले पावर कट, महंगी बिजली, पानी की किल्लत और जलभराव से परेशान हैं। बीते 10 सालों में भाजपा की जांच एजेंसियों ने ‘‘आप’’ नेताओं पर 200 से ज्यादा केस लगाए हैं, लेकिन आजतक भ्रष्टाचार का एक पैसे नहीं मिला है। आगे भी कुछ नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा मफिया से सांठगांठ कर भाजपा दिल्ली के शिक्षा मॉडल को बर्बाद करने के लिए सरकारी स्कूलों को बंद करना चाहती है।
शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय पर प्रेसवार्ता कर आतिशी ने कहा कि ‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को एक फर्जी क्लास रूम घोटाले के नाम पर एसीबी द्वारा पूछताछ के लिए शुक्रवार को बुलाया गया है। क्लास रूम घोटाले का लगा यह फर्जी और झूठा आरोप भाजपा के झूठे केसों की सीरिज में मात्र एक एपिसोड है। 10 साल से भाजपा की केंद्र सरकार और उसकी ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स, दिल्ली पुलिस समेत अलग-अलग एजेंसियों ने आम आदमी पार्टी के नेताओं पर झूठे और फर्जी केस लगाए हैं।
आतिशी ने कहा कि पिछले 10 साल में भाजपा की एजेंसियों ने ‘‘आप’’ नेताओं पर 200 से ज्यादा केस लगाए हैं, लेकिन इन 10 सालों में ईडी, सीबीआई, दिल्ली पुलिस और एसीबी द्वारा सारी जांच, रेड और फाइलें देखने के बाद भी आम आदमी पार्टी के एक भी नेता से भ्रष्टाचार का एक भी पैसा आज तक नहीं मिला है। आम आदमी पार्टी का कोई भी ऐसा नेता नहीं हैं, जिसके घर पर सीबीआई, ईडी की रेड नहीं हुई है। ‘‘आप’’ के लगभग सभी बड़े नेताओं के बैंक लॉकर और खातों को खंगाला जा चुका है। ‘‘आप’’ नेताओं ने पैतृक गांव, ऑफिस हर जगह जाकर जांच की जा चुकी है, लेकिन भ्रष्टाचार का एक रुपया भी किसी नेता के पास नहीं मिला है। साथ ही, भाजपा की एजेंसियां आज तक किसी भी फर्जी केस में एक चवन्नी का कोई सबूत कोर्ट में पेश नहीं कर पाई हैं।
आतिशी ने याद दिलाया कि सुप्रीम कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को जमानत देते समय केंद्र सरकार की एजेंसियों को कड़ी फटकार लगाया था। कोर्ट ने कहा था कि यह एजेंसियां पिंजरे में बंद तोते की तरह हैं। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्रीय जांच एजेंसीज को कहना था कि एजेंसियों को स्वतंत्र होना पड़ेगा। राजनैतिक भेदभाव के आधार पर काम नहीं करना है। लेकिन आज फिर से वही कहानी शुरू हो गई है। इस फर्जी क्लास रूम घोटाले की जांच के पीछे मुख्य कारण यह है कि 100 दिन में भाजपा की चार इंजन की सरकार हर सब्जेक्ट में फेल हो चुकी है। भाजपा से सरकार नहीं चल पा रही है। बिजली, पानी, निजी स्कूलों की बढ़ती फीस, बढ़ता अपराध, जल भराव समेत किसी भी विषय को देखें तो भाजपा की सरकार उसमें पूरी तरह से फेल है।
आतिशी ने कहा कि पिछले 10 साल दिल्ली में 24 घंटे बिजली आ रही थी। लेकिन भाजपा की सरकार बनने के बाद से लंबे-लंबे पॉवर कट लग रहे हैं। छतरपुर, मालवीय नगर, गोविंदपुरी, उत्तर नगर, पश्चिम विहार, बुराड़ी समेत दिल्ली का कोई इलाका नहीं है, जहां लंबे-लंबे पावर कट नहीं लग रहे हैं। अब तो दिल्ली में लोग भी कहने लगे हैं कि बारिश, आंधी या भीषण गर्मी होने पर बिजली कट जाएगी। हम 2025 के भारत में हैं, जहां देश की राजधानी दिल्ली में बारिश आने पर बिजली नहीं दे सकते। पावर कट के साथ ही बिजली के दाम भी बढ़ गए हैं। एनडीएमसी के इलाके में 50 फीसद से अधिक पीपीएसी शुल्क बढ़ गया है और लोगों के बढ़े बिल आने भी शुरू हो गए हैं।
आतिशी ने कहा कि दिल्ली में पानी की त्राहि-त्राहि मची हुई है। एक तरफ सड़कों पर बारिश का पानी भर रहा है, लेकिन लोगों के घरों में नल से पानी नहीं आ रहा है। डीजेबी के इंजीनियर अपने कार्यालय पर ताला लगाकर बैठे हैं। क्योंकि पानी की किल्ल्त को लेकर डीजेबी के बाहर महिलाएं मटके फोड़ रही हैं। दक्षिणी दिल्ली में पिछले तीन दिन से पानी नहीं आ रहा है। क्योंकि भाजपा की सरकार लोगों को पानी देने में फेल है। जहां पानी आ भी रहा है, तो वह बहुत गंदा आ रहा है। एनजीटी ने भी दिल्ली जल बोर्ड से आ रहे पानी की जांच कराई और कहा कि पानी में जितने बैक्टिरिया हैं, उससे दिल्ली में महामारी फैल सकती है। एनजीटी ने पाया कि इस पानी के सेवन से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल, लीवर की बीमारियां हो सकती हैं।
आतिशी ने कहा कि दिल्ली में जल भराव को लेकर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कह ही दिया है कि डेढ़ घंटे तक सड़क पर पानी भरना समान्य बात है। क्योंकि सड़कों पर कही तवे तो लगे नहीं हैं कि तवा गरम होगा और पानी सूख जाएगा। यह दिखाता है कि भाजपा की सरकार हर विषय में फेल हैं। दिल्ली के लोग इस बात का दुख मना रहे हैं कि उन्होंने भाजपा को वोट देकर गलती कर दी। दिल्ली में काम न करना पड़े, इससे ध्यान भटकाने के लिए भाजपा ने फिर से फर्जी केस का सिलसिला शुरू कर दिया है।
आतिशी ने भाजपा से पूछा कि किसी भी घोटाले का प्रमाण कहां है? सिर्फ न्यूज में दो हजार करोड़ रुपए का घोटाला होने की हेडलाइल चला देने से काम नहीं चलेगा। आखिर ये पैसा कहां है? आम आदमी पार्टी के किसी नेता के पास घोटाले का एक रुपए भी मिला है। सच तो यह है कि भाजपा सरकारी स्कूलों को ठप करना चाहती है। 1945 से 2015 तक दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 24 हजार कमरे थे। आम आदमी पार्टी ने 10 साल में 22700 विश्वस्तरीय क्लास रूम बनाए। यह क्लास रूम टीन के डिब्बे नहीं हैं, बल्कि यह डिजिटल, स्मार्ट, शानदार टेबल, कुर्सी, कम्यूटर, फिजिक्स, केमिस्ट्री लैब, थ्री डी प्रिंटर, विश्वस्तरीय लाइब्रेरी, खेल सुविधा वाले क्लास रूम हैं। भाजपा चाहती है कि गरीबों के बच्चों के लिए कोई स्कूल न बनाए। आम आदमी पार्टी शिक्षा के प्रति प्रतिबद्ध थी, है और रहेगी। यह बिल्कुल साफ है कि भाजपा का शिक्षा मफिया से सांठगाठ है। एक तरफ भाजपा सरकारी स्कूलों को ठप करना चाहती है और दूसरी तरफ प्राइवेट स्कूलों की फीस बढ़ा रही है। अगर सरकारी स्कूल ठप हो जाएंगे, बंद हो जाएंगे लोग मजबूर होकर अपने बच्चों को इन महंगे प्राइवेट स्कूलों में भेजेंगे। भाजपा प्राइवेट स्कूलों से सांठगाठ कर सरकारी स्कूलों को बंद करना चाहती है।