आम आदमी पार्टी ने भाजपा शासित राज्यों में जनता को मिल रही महंगी बिजली के पीछे बड़े भ्रष्टाचार की ओर इशारा किया है। ‘‘आप’’ के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि एक तरफ अरविंद केजरीवाल दिल्ली में 200 यूनिट और पंजाब में 300 यूनिट मुफ्त बिजली दे रहे हैं और दूसरी तरफ मोदी जी अपने दोस्त अडानी को बिजली के नाम पर जनता से खुली लूट की छूट दे रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश को दरकिनार कर महाराष्ट्र की शिंदे सरकार ने सोलर और कोयले से बनी बिजली लेने के लिए मिक्स टेंडर निकाला और मोदी जी के दोस्त अडानी को 6600 यूनिट बिजली का टेंडर दे दिया। वहीं, राजस्थान की भजन लाल सरकार ने 11200 यूनिट बिजली के लिए अडानी से पहले एमओयू साइन कराया और इसके बाद मिक्स टेंडर निकाला है। पूरी फील्ड पहले से ही तैयार है और यह टेंडर भी मोदी जी के दोस्त अडानी को ही मिलेगा।
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता कर कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार बिजली के नाम पर पूरे देश में संगठित और सुनियोजित तरीके से जनता को लूट रही है। अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में 200 यूनिट बिजली मुफ्त मुहैया कराया है और पंजाब में भी ‘‘आप’’ की सरकार 300 यूनिट बिजली मुफ्त दे रही है। एक तरफ आम आदमी पार्टी की सरकारें अपनी जनता को मुफ्त बिजली दे रही है और दूसरी तरफ भाजपा बिजली के नाम पर खुली लूट कर रही है, जनता की जेब काट रही है। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले मार्च 2024 में महाराष्ट्र की सरकार ने 6600 मेगावाट बिजली आपूर्ति करने का टेंडर जारी किया। भारत के इतिहास में पहली बार हुआ कि महाराष्ट्र सरकार ने मिक्स टेंडर निकाला। सरकार ने कहा कि हमें थर्मल और सोलर से एक साथ बिजली चाहिए। आमतौर पर थर्मल और सोलर बिजली के लिए अलग-अलग ठेका निकलता है।
संजय सिंह ने कहा कि 2014 में सुप्रीम कोर्ट ने देश में बिजली के निकलने वाले ठेकों में प्रतियोगिता बढ़ाने का निर्देश दिया था, ताकि जनता को सस्ती बिजली मिल सके। यह निर्देश मोदी सरकार को दिया था और भाजपा की महाराष्ट्र में डबल इंजन की सरकार है। महा मानव मोदी जी ने कहा कि कोई प्रतियोगिता नहीं होनी चाहिए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश को किनारे कर दो। 5 हजार मेगावाट सोलर और 1600 मेगावाट थर्मल से बिजली लेने का टेंडर निकाल दिया गया। इतनी बिजली की आपूर्ति महामानव के दोस्त के अलावा कोई और नहीं दे सकता। पूरे देश में दो-तीन लोग ही हैं, जो इतनी बड़ी मात्रा में बिजली देने के लिए टेंडर कर सकते हैं। इन चुनिंदा लोगों ने टेंडर कर दिया और इसी सितंबर में टेंडर खुल गया और यह टेंडर मोदी जी के सबसे करीबी दोस्त अडानी को मिला। अडानी को यह टेंडर 25 साल के लिए दिया गया है। मोदी जी, महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे को बताना चाहिए कि महाराष्ट्र की जनता को लूटने की खुली छूट अडानी को कैसे मिल गई। अगले 25 साल में बिजली के नाम पर महाराष्ट्र की जनता से करोड़ों रुपए की लूट की जाएगी।
संजय सिंह ने राजस्थान में बिजली का ठेका देने पर कहा कि राजस्थान में मोदी जी के दोस्त आडनी को बिजली के ठेके के लिए राजस्थान सरकार के साथ एमओयू साइन करने के लिए कहा गया। राजस्थान में अडानी का थर्मल पावर प्लांट है। अडानी से थर्मल पावर प्लांट में 3200 मेगावाट तक विस्तार के लिए सरकार में आवेदन करने के लिए कहा गया। इसके लिए कागजी कार्रवाई हम पूरा करते रहेंगे। इसके अलावा, 8 हजार मेगावाट सोलर पावर प्लांट लगाने के लिए भी राजस्थान सरकार से एमओयू करने के लिए कहा गया। आडनी ने थर्मल पावर प्लांट के विस्तार के लिए आवेदन करने के साथ-साथ सोलर पावर प्लांट लगाने के लिए राजस्थान सरकार से एमओयू साइन कर दिया। आवेदन और एमओयू साइन करने के बाद राजस्थान सरकार ने ठीक महाराष्ट्र सरकार की तरह ही मिक्स टेंडर निकाला। जिसमें 2014 में सुप्रीम कोर्ट के आए आदेश की धज्जियां उड़ाई गईं। जिसमें कोर्ट ने बिजली के क्षेत्र में प्रतियोगिता बढ़ाने के निर्देश दिए थे। राजस्थान सरकार ने टेंडर निकाल कर कहा कि उसे सोलर और थर्मल से एक साथ 11200 मेगावाट बिजली चाहिए।
संजय सिंह ने कहा कि राजस्थान सरकार द्वारा अडानी से पहले एमओयू साइन कर लिया गया, प्लांट लगाने के लिए क्लीयरेंस के लिए आवेदन कर दिया गया। इसके बाद टेंडर निकाला गया है। अब टेंडर डाला जाएगा। 100 फीसद फील्ड सजा दी गई है और अब राजस्थान में भी यह ठेका मोदी जी के दोस्त अडानी को दी जाएगी। इसके बाद 25 साल तक राजस्थान की जनता को भी लूट जाएगा। महाराष्ट्र में आडनी को टेंडर आवंटित कर दिया गया है और राजस्थान में भी उनको टेंडर देने की पूरी तैयारी हो चुकी है।
संजय सिंह ने कहा कि भाजपा द्वारा देश की जनता के साथ संगठित भ्रष्टाचार किया जा रहा है। भाजपा अपने दोस्तों के साथ मिलकर देश को लूटने का काम कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीएम एकनाथ शिंदे और भजन लाल के साथ मिलकर महाराट्र और राजस्थान में 25-25 साल का बिजली के नाम पर जनता से लाखों करोड़ रुपए लूटने की तैयारी कर चुके हैं। इसके लिए जिम्मेदार कौन है, यह सीधा दिख रहा है। जनता के सामने अपराधी खड़ा है, लेकिन उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी। क्योंकि चोर ही मुंसिफ बना हुआ है। इन पर कोई ईडी-सीबीआई, इनकम टैक्स की जांच नहीं होगी। देश की जनता को निर्णय करना होगा कि एक तरफ अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी है जो बिजली फ्री देती है और दूसरी तरफ भाजपा लूट की खुली छूट देती है।
इस दौरान ‘‘आप’’ नेता रीना गुप्ता ने कहा कि घर बनाने के लिए हमें बहुत सारी चीजें चाहिए होती हैं और हम देखते हैं कि कहां सबसे सस्ता माल मिल रहा है, वहां से सामान खरीद कर घर बनाते हैं। महाराष्ट्र और राजस्थान में डाक्यूमेंट ऐसे बनाए गए कि सौर और मर्थल से बनी बिजली सिर्फ मोदी जी के दोस्त अडानी ही सप्लाई कर सकें। राजस्थान में एक और शर्त डाली गई कि प्लांट राजस्थान के अंदर ही होना चाहिए। आज पूरे देश में पावर ग्रीड है और कहीं पर भी बिजली बनाकर पूरे देश में आपूर्ति कर सकते हैं। हमारा उद्देश्य सबसे सस्ती बिजली देकर उपभोक्ता को फायदा पहुंचाना होना चाहिए। यह उद्देश्य नहीं होना चाहिए कि हमारे दोस्त अडानी को ही फायदा हो। एक तरफ अरविंद केजरीवाल देश के हर नागरिक का पैसा बचाने की कोशिश कर रहे हैं। दिल्ली में 200 यूनिट बिजली फ्री है, जबकि मुम्बई में 200 यूनिट बिजली का बिल 3 हजार रुपए है, जयपुर में 2500 रुपए है। दूसरी तरफ मोदी जी का प्रयत्न है कि कैसे उनके दोस्त अडानी की जेब में जनता के खून पसीने की गाढ़ी कमाई पहुंचाई जा सके।