दिल्ली के जंगपुरा विधानसभा क्षेत्र स्थित मद्रासी कैंप की झुग्गियों पर भाजपा सरकार द्वारा बुलडोजर चलाने के बाद बेघर हुए झुग्गीवालों से बुधवार को आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने मुलाकात की। उन्होंने पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। इस दौरान आतिशी ने कहा कि ‘जहाँ झुग्गी, वहीं मकान’ का वादा कर भाजपा ने वोट मांगा और चुनाव जीतते ही मद्रासी कैम्प पर बुलडोज़र चला दिया। आज जब मैं वहाँ गई । महिलायें, बुजुर्ग, युवा – सब फूट-फूट कर रो रहे थे। वह कह रहे थे कि भाजपा को वोट देकर गलती कर दी। अगर केजरीवाल होता तो हमारी झुग्गी टूटने नहीं देते।
स्थानीय निवासी मुंजान ने कहा कि तमिलनाडु से यहां रहने के लिए सालों पहले मेरे माता पिता यहां रहने आए थे। मैं यहां ड्राइविंग का काम करता हूं। पहले अपनी गाड़ी थी, पैसा नहीं होने के कारण गाड़ी बेचकर दूसरे के लिए काम करना पड़ रहा है। अब हमारा घर भी तोड़ दिया है, हम कहां जाए? पहले तो भाजपा ने कहा था कि जहां झुग्गी है वहीं घर देंगे लेकिन अब जब वोट दे दिया तो हमारा घर भी तोड़ दिया और पुनर्वास भी नहीं कराया। यहां से झुग्गी 370 तोड़ी लेकिन सबको घर नहीं दिया।
नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने कहा कि भाजपा अपने वादे में विफल रही है। उन्होंने पहले जहां झुग्गी वहां घर का वादा किया लेकिन अब लोगों को बेघर करके घर नहीं दे रहे हैं। शिवा रेहड़ी पटरी लगाते हुए वो कहते हैं कि पहले तो भाजपा के नेता आए, अपना कार्ड दिया लेकिन जब घर तोड़ा जा रहा था तो कोई भी नहीं आया। यहां तक कि हमारा विधायक तरविंदर सिंह मारवाह तक नहीं आया। सिर्फ आतिशी आई है, उन्होंने गुहार लगाई कि अधिकारियों से झुग्गी बस्ती वालों की भेंट करा दे। इसपर आतिशी ने उनकी हर संभव मदद करने की बात कही। आतिशी ने कहा कि हम आपके साथ खड़े हैं, हम आपकी मीटिंग अधिकारियों से करवाएंगे।
गायत्री 75 साल की है, घर में चूल्हा बर्तन करती है। उन्होंने बताया, मद्रासी कैंप के पास लोग रहते हैं उनके घरों में मै काम करके अपनी जीवन चलाती हूं। मैं घर में अकेली हूं, पति का देहांत हो चुका है। परिवार में कोई और नहीं है। हमें जो घर दिया है वो यहां से 60 किलोमीटर दूर है। वहां न तो घर है जहां काम करूं और अपना जीवन चला सकूं। आतिशी ने कहा सरकार की मंशा ठीक नहीं है, लोगों को घर से बेघर किया उसके बाद रोजगार भी खत्म कर दिया। यहीं, कालका जी में 5 किलोमीटर दूर घर खाली है। अगर मंशा ठीक होती तो लोगों को यहीं घर देते।