केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा वक्फ बोर्ड संशोधन बिल संसद में लाने पर आम आदमी पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोला। ‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता एवं सांसद संजय सिंह ने वक्फ बोर्ड संशोधन बिल पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दोस्तों को वक्फ बोर्ड की जमीन देने के लिए यह संशोधन बिल ला रहे हैं। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने देश का रेल, सेल, एयरपोर्ट और पोर्ट समेत कई क्षेत्र की जमीन अपने मित्र अडाणी को दे दी है। यहां तक कि उत्तर प्रदेश के अयोध्या में सेना की 13 हजार एकड़ जमीन भी अडानी और अन्य मित्रों को दे दी गई। मोदी जी के दोस्तों को अभी और जमीन चाहिए। इसलिए वो और उनकी सरकार वक्फ बोर्ड संशोधन बिल लेकर आई है।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा लाए गए वक्फ बोर्ड के बिल पर मीडिया से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने रेल और सेल की जमीन अपने दोस्त अडानी को दे दी। उन्होंने एयरपोर्ट, पोर्ट और यहां तक की अयोध्या में सेना की 13 हजार एकड़ जमीन अडानी और अपने बाकी दोस्तों को दे दी। ये बिल अब वक्फ की संपत्तियों पर भी अपने दोस्तों का कब्जा करवाने की कोशिश है। इसके पीछे और कोई दूसरी मंशा नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी के दोस्तों को अभी और जमीन कम पड़ रही है। इसलिए प्रधानमंत्री और उनकी सरकार यह बिल लेकर आई है।
विनेश फोगाट को साजिश के तहत फाइनल मैच से पहले अयोग्य घोषित किया गया, उनका सन्यास लेना बेहद दुखद- संजय सिंह
विनेश फोगाट के कुश्ती से सन्यास लेने की खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए संजय सिंह ने कहा कि यह बेहद दुखद और सभी देशवासियों के लिए पीड़ादायक है। देश की एक ऐसी प्रतिभावान खिलाड़ी जो विदेश की उस धरती पर गोल्ड मेडल ला सकती थी, उसको साजिश करके फाइनल मैच से पहले अयोग्य घोषित कर दिया, जबकि उनके वहां जाने को लेकर क्वार्टर फाइनल और सेमिफाइनल मैच तक उनका वजन हुआ होगा। इस दौरान उनका वजन 50 किलोग्राम से ज्यादा नहीं आया, लेकिन अचानक जब फाइनल में गोल्ड मेडल मिलने की संभावना थी, तो उसके ठीक पहले 100 ग्राम अधिक वजन बताकर उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया। यह 144 करोड़ भारतीयों की भावना पर चोट है। लेकिन इस बात का भी दुख है कि मौजूदा केंद्र सरकार ने इसके लिए कोई प्रयास नहीं किया। सरकार ने अपने अहंकार के कारण देश की इस बहादुर बेटी का सपना चकनाचूर कर दिया और उसके हाथ से गोल्ड मेडल छीन लिया।
संजय सिंह ने कहा कि क्या हमारा राष्ट्र केन्या जैसे देश से भी गया गुजरा है? इससे पहले केन्या के खिलाड़ी के साथ भी ऐसी घटना हुई थी, तब उसने अपने उस एथलेटिक्स के खिलाड़ी का साथ दिया और ओलंपिक असोसिएशन में प्रतिरोध जताया जिसके बाद उस केन्याई खिलाड़ी को उसका सिल्वर मेडल दिया गया। लेकिन हमारी सरकार विनेश फोगाट के लिए आवाज नहीं उठा पाई। प्रधानमंत्री रूस और यूक्रेन का युद्ध रुकवा देते हैं, लेकिन अपने खिलाड़ी के लिए सरकार एक आवाज नहीं उठा सकी। ये बड़े अफसोस की बात है कि उसे आज सन्यास लेना पड़ा। दिल्ली की इन्हीं सड़कों पर अपनी आवाज उठाने के लिए सरकार ने विनेश फोगाट को पिटवाया। इसके बावजूद आज जब वो सारी प्रताड़ना को पीछे छोड़ते हुए गोल्ड मेडल पाने जा रही थीं, तो उसके ठीक पहले अयोग्य घोषित कर दिया गया। और पूरी सरकार मूक दर्शक बनकर सबकुछ देख रही है। इससे साफ है कि विनेश फोगाट के साथ गहरी साजिश हुई है। वो 100 फीसद गोल्ड मेडल लेकर आतीं। प्रधानमंत्री और केंद्र की भाजपा सरकार जान ले कि एक आंसू भी हुकूमत के लिए खतरा है। विनेश फोगाट के ये आंसू बेकार नहीं जाएंगे।