अमेरिका द्वारा भारतीयों को बेड़ियां बांध कर भारत भेजने के मुद्दे पर मोदी सरकार की चुप्पी के खिलाफ बुधवार को आम आदमी पार्टी के सांसदों ने संसद परिसर में प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया। इस दौरान सांसदों ने ‘देश के अपमान पर मोदी खामोश’ लिखे बैनर के साथ जमकर नारेबाजी की और उनसे चुप्पी तोड़ने की मांग की। ‘‘आप’’ सांसद संजय सिंह ने कहा कि अमेरिका ने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत के लोगों को बेड़ियां बांध कर ग़ुलामों की तरह पंजाब के अमृतसर एयरपोर्ट पर उतारा, जबकि नेपाल जैसे छोटे से देश के लोगों को सम्मान के साथ भेजा गया। इतने बड़े अपमान पर अमेरिका के खिलाफ मोदी जी ने एक शब्द न बोलकर भारत के सम्मान को ठेस पहुंचाई है।
सांसद संजय सिंह ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत के नागरिकों को बेड़ियां बांध कर अमेरिका द्वारा पंजाब के अमृतसर एयरपोर्ट पर उतारा गया। अमेरिका ने भारत के लोगों को गुलामों की तरह अपमानित कर भेजा गया। इसमें पंजाब, हरियाणा, गुजराज और महाराष्ट्र के लोग शामिल थे। वहीं, भारत के पड़ोस में ही नेपाल है। नेपाल के नागरिकों को पूरे सम्मान के साथ फ्लाइट में भेजा गया। मोदी जी ने भारत का गौरव और सम्मान खत्म कर दिया, भारत के स्वाभिमान को मिट्टी में मिला दिया। इतने बड़े अपमान पर प्रधानमंत्री मोदी एक शब्द नहीं बोल रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने टैरिफ बढ़ा दिया है, उस पर भी प्रधानमंत्री नहीं बोल रहे हैं। मैक्सिको, कोलंबिया जैसे देश अपना जहाज भेजते हैं और अपना विरोध दर्ज कराते हैं। लेकिन दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के प्रधानमंत्री जो खुद को महामानव, विश्वगुरु कहते हैं, शेर के बच्चे को दूध पिला रहे हैं और इस मामले में बोलने के लिए तैयार नहीं हैं।
वहीं, राज्यसभा सदस्य डॉ. संदीप पाठक ने कहा कि पूरे विश्व के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि अवैध प्रवास के नाम पर एक देश के नागरिको ंको जंजीर में बांध कर डिपोट किया गया है। हम अपने देश में इतना दंभ भरते हैं। प्रधानमंत्री जाते हैं और झप्पी ले-लेकर कहते हैं कि भारत का मान बढ़ गया। प्रधानमंत्री से सवाल है कि क्या यही मान बढ़ गया। क्या प्रधानमंत्री इसी तरह से भारत का मान बढ़ाएंगे कि अवैध प्रवास के नाम पर भारतीयों को जंजीरों में बांध कर लाओ। यह सही तरीका नहीं है। अमेरिका या कोई भी किसी देश के सम्मान के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकता है। क्या प्रधानमंत्री हमारे देश के सम्मान को इसी तरह नीलाम करेंगे, क्या प्रधानमंत्री इस मुद्दे पर डर गए हैं कि वह जवाब नहीं दे रहे हैं।
डॉ. संदीप पाठक ने कहा कि प्रधानमंत्री को अमेरिका को सीधे जवाब देना चाहिए था कि यह बिल्कुल सही नहीं है। जंजीरों में बांध कर हमारे नागरिकों को भेजना गलत है। लेकिन हम मजबूत तरीके से प्रतिक्रिया ही नहीं दे पाए। भारत के अलग-अलग राज्यों के नागरिकों को अमेरिका से लाकर पंजाब के अमृतसर में डिपोट करना दुर्भाग्यपूर्ण और दुर्भावना से प्रेरित था। आम आदमी पार्टी पंजाब और देश का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगी। यह बहुत दुख की बात है कि प्रधानमंत्री इतने कमजोर क्यों हो गए? उनको दंभ भरना चाहिए कि उनके आने से भारत का मान बढ़ा है। देश को इस तरह की कमजोर राजनीति बर्दाश्त नहीं है