आम आदमी पार्टी दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने भाजपा सरकार और उपराज्यपाल (एलजी) पर दिल्ली की सदियों पुरानी गंगा-जमुनी तहज़ीब को कमजोर करने का आरोप लगाया है। उन्होंने “फूलवालों की सैर” जैसी ऐतिहासिक परंपरा को रोकने को दिल्ली की गंगा-जमुनी संस्कृति पर सीधा हमला बताया है। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि एलजी साहब को झूठ बोलने की पुरानी आदत है। हम एलजी साहब को चुनौती देते हैं कि वे उन सचिव और आईएएस अधिकारियों को निलंबित करें जिन्होंने ‘फूलवालों की सैर’ की पुरानी परंपरा को रोकने का फैसला लिया। लेकिन एलजी साहब इन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की कभी हिम्मत नहीं करेंगे, क्योंकि उनके ही निर्देशों पर ऐसे जनविरोधी और सांप्रदायिक आदेश पारित किए गए।
रविवार को सौरभ भारद्वाज ने एक्स पर कहा कि आम आदमी पार्टी ने ‘फूलवालों की सैर’ का मुद्दा उठाया है, यह भाजपा सरकार दिल्ली की सदियों पुरानी गंगा-जमुनी संस्कृति की धरोहर को रोक रही है। एलजी साहब को झूठ बोलने की पुरानी आदत है। हम उन्हें चुनौती देते हैं कि वे उन सचिव और आईएएस अधिकारियों को निलंबित करें, जिन्होंने इस साल और पिछले साल ‘फूलवालों की सैर’ जैसी पुरानी परंपरा को रोकने का फैसला लिया।
सौरभ भारद्वाज ने कहा है हमें पता है कि एलजी साहब इन अधिकारियों को निलंबित करने की हिम्मत नहीं करेंगे, क्योंकि यह निर्णय उन्हीं के निर्देश पर लिया गया था, जो जनता-विरोधी और सांप्रदायिक सोच से प्रेरित हैं। यह पहली बार नहीं है जब सौरभ भारद्वाज ने यह मुद्दा उठाया हो। इससे पहले 5 नवंबर 2025 को भी उन्होंने ‘फूलवालों की सैर’ को सीमित अनुमति देने की खबरों पर भी काफी प्रतिक्रिया दी थी।
सौरभ भारद्वाज ने अपने पहले पोस्ट में लिखा कि फूलवालों की सैर’, जो सदियों से दिल्ली में धार्मिक सद्भाव का प्रतीक रही है, इस साल से बंद कर दी गई है। भाजपा सरकार में एक-एक कर सभी अच्छी परंपराएं खत्म की जा रही हैं। अंग्रेजों ने ‘डिवाइड एंड रूल’ की नीति के तहत हिंदू-मुस्लिम प्रेम और भाईचारे को खत्म करने की कोशिश की थी।
उन्होंने कहा कि अंग्रेजों ने धर्म के नाम पर हमें आपस में लड़वाया, ताकि भारत कमजोर बना रहे। अंग्रेजों ने 1942 में ‘फूलवालों की सैर’ को बंद किया था, अब भाजपा सरकार ने भी वही काम किया है। इस दिन मुस्लिम समाज योगमाया मंदिर में फूलों के पंखे चढ़ाता है और हिंदू समाज दरगाह पर फूलों की चादर अर्पित करता है।