आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज ने भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा द्वारा रविवार को प्रेसवार्ता कर बोले गए हर एक झूठ का पूरे सबूतों के साथ पर्दाफाश कर दिया। उन्होंने कहा कि वीरेंद्र सचदेवा झूठ बोल रहे हैं कि “आप” सरकार ने यमुना तट पर छठ पूजा नहीं होने दी, जबकि हकीकत ये है कि भाजपा ने खुद अपने एलजी के जरिए पूर्वांचल समाज के लोगों को यमुना तट पर छठ पूजा नहीं करने दी। तत्कालीन सीएम अरविंद केजरीवाल ने खुद कोरोना के बाद 2022 में यमुना तट पर छठ पूजा करने की अनुमति मांगी थी, लेकिन एलजी के अधीन डीडीएमए ने इसकी अनुमति नहीं दी।इसके बाद एलजी ने 2022 के आदेश को 2023 और 2024 में भी लागू कर यमुना तट पर छठ नहीं होने दी। चूंकि अब दिल्ली में भाजपा की सरकार है और बिहार में चुनाव है तो एलजी ने यमुना तट पर छठ पूजा करने से नहीं रोका, ताकि भाजपा को बिहार में फायदा मिल सके।
रविवार को “आप” मुख्यालय पर वरिष्ठ नेता व विधायक संजीव झा और कुलदीप कुमार के साथ प्रेस वार्ता कर सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सोशल मीडिया की ताकत ने भाजपा जैसी ताकतवर और अभिमानी पार्टी को भी हमारे वीडियो का जवाब देने के लिए मजबूर कर दिया। उन्होंने भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा की प्रेस कॉन्फ्रेंस का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें ऊपर से खूब डांट पड़ी है, उनका चेहरा देखने लायक था। लेकिन वीरेंद्र सचदेवा ने “आप” द्वारा जारी नकली यमुना के घाट की वीडियो का सीधा जवाब नहीं दिया, बल्कि बात को घुमा दिया। हमें उम्मीद थी कि प्रधानमंत्री कार्यालय से मुख्यमंत्री को नकली यमुना के फर्जीवाड़े पर सवाल उठाया जाएगा, लेकिन कुछ देर बाद मीडिया भी बताने लगा कि प्रधानमंत्री वासुदेव घाट पर बनी नकली यमुना में छठ मनाएंगे।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि नकली यमुना क्यों बनाई गई, इसका जवाब वीरेंद्र सचदेवा ने नहीं दिया। उन्होंने पूछा कि क्यों प्रधानमंत्री शुद्ध फिल्टर पानी में छठ मनाएंगे, जबकि पूर्वांचल के गरीब बच्चे मल और प्रदूषण से भरे पानी में छठ करेंगे? आम आदमी पार्टी द्वारा लाई गई यमुना के पानी की एक लीटर बोतल को वीरेंद्र सचदेवा या रेखा गुप्ता कब पीएंगे। वीरेंद्र सचदेवा ने इन सवालों का भी जवाब नहीं मिला। यह पहली बार है जब सत्ताधारी पार्टी विपक्ष से सवाल पूछ रही है, लेकिन जनता के सवालों का जवाब नहीं दे रही। भाजपा का स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) है बार-बार झूठ बोलना, इतना कि लोग उसे सच मान लें। पिछले 10 दिनों से भाजपा यह झूठ फैला रही थी कि अरविंद केजरीवाल की सरकार ने यमुना पर छठ पूजा रोकी, लेकिन अब जवाब देने का समय आ गया है।
सौरभ भारद्वाज ने सबूतों के साथ बताया कि यमुना पर छठ रोकने के पीछे भाजपा की केंद्र सरकार और उपराज्यपाल (एलजी) हैं। एलजी के अधीन दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (डीडीएमए) ने 2021 में कोरोना के दौरान आदेश दिया था कि छठ पूजा केवल कॉलोनियों में बनाए गए कृत्रिम घाटों पर होगी, यमुना के किनारे नहीं। डीडीएमए के आदेश में स्पष्ट लिखा था कि यमुना नदी के तट पर छठ नहीं मनाई जाएगी। यह आदेश 30 अक्टूबर, 2021 को मीडिया में भी आया था। शायद वीरेंद्र सचदेवा अखबार नहीं पढ़ पाते। इसलिए उन्हें पता नहीं है
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि 2022 में, जब कोरोना कम हुआ, अरविंद केजरीवाल ने इस प्रतिबंध को हटाने की बात कही, लेकिन तब तक नए एलजी विनय सक्सेना आ चुके थे। अगर वीरेंद्र सचदेवा या रेखा गुप्ता बहस करना चाहते हैं, तो हम किसी भी मंच पर कभी भी, छठ, दिवाली, प्रदूषण, या यमुना के मुद्दे पर बहस के लिए तैयार हैं। हमारे पास सबूत हैं, जबकि भाजपा भाग रही है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली के उपराज्यपाल (एलजी) विनय कुमार सक्सेना अब कम दिखाई देते हैं और न ही बाइट देते हैं, न प्रेस रिलीज जारी करते हैं, न ही दौरे करते हैं। एलजी ने डीडीएमए के जरिए 2021 और 2022 में यमुना नदी पर छठ पूजा पर रोक लगाने का फैसला किया। सौरभ भारद्वाज ने 30 अक्टूबर, 2022 की एक खबर दिखाते हुए कहा कि डीडीएमए ने यमुना पर छठ पूजा पर रोक लगाई। राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) ने भी आदेश दिया था कि यमुना में किसी भी सामग्री का विसर्जन नहीं होगा। इसके चलते यमुना नदी की ओर जाने वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया गया, ताकि श्रद्धालु कृत्रिम घाटों पर ही पूजा करें।
सौरभ भारद्वाज ने बताया कि 2022 में अरविंद केजरीवाल की सरकार ने दिल्ली में 1,140 छठ घाट बनाए, जिनमें 1,078 कृत्रिम थे। सौरभ भारद्वाज ने एक अन्य खबर का जिक्र किया, जिसमें अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि यमुना पर छठ पूजा होगी। उन्होंने 21 अक्टूबर 2022 के केजरीवाल के ट्वीट का हवाला दिया, जिसमें लिखा था कि यमुना के घाटों पर पहले की तरह छठ मनाई जाएगी और अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि यमुना प्रदूषित न हो, इसके लिए सभी प्रबंध किए जाएं। इस ट्वीट को तत्कालीन राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत ने रीट्वीट करते हुए अरविंद केजरीवाल को धन्यवाद दिया था।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अब एलजी वीके सक्सेना गायब रहते हैं, लेकिन उनकी डीडीएमए और एनजीटी के आदेशों ने यमुना पर छठ रोकने की नींव रखी। उन्होंने कहा कि छठी मैया के आशीर्वाद से 2022 में “आप” सरकार ने दिल्ली के 1,100 घाटों पर छठ पूजा का भव्य आयोजन सुनिश्चित करने का आदेश दिया था। लेकिन उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने डीडीएमए के जरिए यमुना के किनारे छठ पूजा पर रोक लगा दी। 27 अक्टूबर, 2022 की एक खबर के अनुसार, एलजी ने केजरीवाल को यमुना के घाट साफ रखने और भ्रामक प्रचार से बचने की चेतावनी दी।
सौरभ भारद्वाज ने बताया कि तब एलजी ने कहा था कि छठ पूजा केवल डीडीएमए द्वारा निर्धारित तय घाटों पर ही होगी, न कि यमुना के सभी घाटों पर होगी। डीडीएमए ने 2021 के आदेश को आगे भी दोहराया कि यमुना तट पर छठ नहीं होगी, केवल कृत्रिम घाटों पर होगी। एनजीटी के आदेशों का हवाला देते हुए, एलजी ने राजस्व और पर्यावरण विभाग को यमुना प्रदूषण रोकने के लिए सख्ती से निर्देश दिए।
सौरभ भारद्वाज ने बताया कि 2023 में डीडीएमए ने फिर 2021 और 2022 के आदेश दोहराए। जब एक संस्था ने यमुना पर छठ की अनुमति के लिए दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की, तो कोर्ट ने डीडीएमए और एनजीटी के आदेशों का हवाला देते हुए इसे खारिज कर दिया, क्योंकि यमुना का पानी प्रदूषित था और लोगों की सेहत को खतरा था। 2024 में भी डीडीएमए ने यमुना पर छठ पूजा पर रोक दोहराई। इस तरह 2021, 2022, 2023 और 2024 में एलजी वीके सक्सेना ने यमुना पर छठ रोकने के आदेश दिए। लेकिन 2025 में, वही एलजी और डीडीएमए ने यमुना तट पर छठ की अनुमति पर रोक नहीं लगाई। इसका कारण बिहार चुनाव है, क्योंकि भाजपा अब दिल्ली में सत्ता में है। प्रधानमंत्री नकली यमुना में छठ मनाएंगे, जबकि गरीब पूर्वांचलियों को प्रदूषित यमुना में पूजा करने को कहा जा रहा है।
इस दौरान विधायक संजीव झा ने कहा कि कोरोना के दौरान डीडीएमए के चेयरमैन एलजी ने आदेश दिया कि यमुना के किनारे छठ पूजा नहीं होगी। तब दिल्ली के तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चिट्ठी लिखकर कहा कि छठ आस्था का सबसे बड़ा पर्व और वैदिक संस्कृति का हिस्सा है, इसलिए यमुना के किनारे सभी सावधानियों के साथ छठ मनाया जाए। इसके बाद “आप” विधायकों और अरविंद केजरीवाल ने लगातार एलजी को चिट्ठियां लिखीं। 2022 में अरविंद केजरीवाल ने यमुना पर छठ की अनुमति दी, लेकिन एलजी ने इसे पलट दिया और कहा कि यमुना पर पूजा नहीं होगी।
संजीव झा ने कहा कि जब आम आदमी पार्टी की सरकार थी, तब भाजपा ने यमुना पर छठ रोककर “आप“ से बदला लिया और पूर्वांचल के सबसे बड़े पर्व को रोका। सनातन धर्म में पूजा में विघ्न डालने वाला राक्षस होता है, न कि सनातनी। भाजपा ने तुच्छ राजनीतिक फायदे के लिए छठ रोका, जो उनकी राक्षसी प्रवृत्ति दिखाता है। अब, जब भाजपा की सरकार है, डीडीएमए ने छठ पर रोक हटा दी, क्योंकि बिहार में चुनाव हैं। लेकिन प्रधानमंत्री के लिए वासुदेव घाट पर नकली यमुना और फिल्टर्ड पानी से कृत्रिम घाट बनाया गया है।
संजीव झा ने कहा कि छठ पूजा सनातन धर्म में समानता का पर्व है, जहां अमीर-गरीब, बिना जाति-धर्म भेद के एक साथ सूर्य को अर्घ्य देते हैं। लेकिन प्रधानमंत्री ने अलग घाट बनवाकर इस समानता को तोड़ा। उन्होंने पूछा कि यह कैसा सनातन धर्म है, जो भेदभाव करता है? उन्होंने इसे छठ के मूल तत्व का अपमान बताया।
संजीव झा ने कहा कि आज मैं करावल नगर और वजीराबाद के घाटों में गया, जहां 10 लाख से ज्यादा लोग पूजा करते हैं, लेकिन वहां न टेंट, न व्यवस्था, न डीएम, न एसडीएम मौजूद हैं। आयोजक रो रहे हैं, क्योंकि सरकार ने कोई प्रबंध नहीं किए। टेंट के टेंडर तक नहीं हुए, जिससे लोग परेशान हैं। आम आदमी पार्टी की प्रधानमंत्री मोदी से अपील की है कि अगर वे सनातनी हैं, तो नकली यमुना में नहीं, बल्कि उसी यमुना में खड़े हों, जहां पूर्वांचल के लोग अर्घ्य देते हैं। छठ समानता का पर्व है और इसमें भेदभाव नहीं करना चाहिए।
वहीं, कोंडली से विधायक कुलदीप कुमार ने कहा कि भाजपा का पूर्वांचल विरोधी चेहरा और उनका नकलीपन अब दिल्ली की जनता बेनकाब कर रही है। पूर्वांचल के लोग समझ चुके हैं कि भाजपा उनके साथ छल कर रही है। उन्होंने कोंडली नहर का जिक्र किया, जो हिंडन से यमुना तक जाती है और जहां छठ पूजा बड़े धूमधाम से होती है। लेकिन शनिवार को भाजपा मंत्री कपिल मिश्रा ने वहां पहुंचकर कहा कि नहर में पानी नहीं आएगा और अगर आएगा तो भी वे रोक देंगे। कुलदीप कुमार ने इसे कपिल मिश्रा का अहंकार बताया और कहा कि छठी मैया ऐसा अहंकार तोड़ती हैं।
कुलदीप कुमार ने चुनौती दी कि कपिल मिश्रा की औकात नहीं कि वे छठ पूजा रोक सकें। उन्होंने कहा कि चाहे कृत्रिम पानी लाना पड़े, छठ पूजा कोंडली नहर में होगी। आज पूर्वांचल के श्रद्धालुओं ने वहां इकट्ठा होकर रोड जाम किया। लोगों में गुस्सा था और पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को थाने ले जाया। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि नहर में पानी छोड़ा जाएगा कुलदीप कुमार ने चेतावनी दी कि अगर यह आश्वासन झूठा निकला, तो पूर्वांचल के लोग और आम आदमी पार्टी भाजपा को नहीं छोड़ेंगे।
कुलदीप कुमार ने कहा कि वासुदेव घाट पर प्रधानमंत्री के लिए नकली यमुना और वीवीआईपी घाट बनाया गया, जबकि छठ पूजा समानता का पर्व है, जहां कोई भेदभाव नहीं होता। उन्होंने प्रधानमंत्री और भाजपा से कहा कि अगर दल्लूपुरा, कल्याणपुरी और न्यू अशोक नगर में नहर का पानी नहीं आया, तो हम पूर्वांचल के लोगों को लेकर वासुदेव घाट पर छठ मनवाएंगे। उन्होंने भाजपा को चेतावनी दी कि वे मुकदमे या एफआईआर दर्ज कर लें, लेकिन छठ पूजा वासुदेव घाट पर होगी।
कुलदीप कुमार ने कहा कि भाजपा ने छठ विरोधी चेहरा दिखाया, प्रदर्शनकारियों पर लाठियां चलाईं और महिलाओं के साथ बदतमीजी की। लेकिन “आप” पीछे नहीं हटेगी। उन्होंने कहा कि अगर कोंडली नहर में पानी नहीं आया, तो सोमवार सुबह हम पूर्वांचल के लोगों के साथ वासुदेव घाट पर छठ मनाएंगे। उन्होंने भाजपा को चेतावनी दी कि पूर्वांचल के लोगों से पंगा लेना महंगा पड़ेगा।